0:00:01.380,0:00:06.410 मैंने यह कहानी पहले कभी इस तरह नहीं बताई 0:00:06.410,0:00:10.038 मैं इस बारे में ज्यादा बात नहीं करती,[br]क्योंकि यह-- 0:00:11.078,0:00:13.664 क्योंकि यह बहुत समय पहले हुआ था और 0:00:14.964,0:00:17.454 इसके बारे में सोच कर दुख होता है 0:00:17.454,0:00:20.381 मगर मुझे साल में एक बार इसकी याद आती है 0:00:20.381,0:00:24.891 जब मैं करीब 30 साल की थी, तो एक सुबह[br]मेरी गर्दन पर एक बहुत बड़ा गुमड़ा था 0:00:24.891,0:00:26.758 वह पता नहीं कहां से प्रकट हो गया 0:00:26.758,0:00:29.378 मैं एक डॉक्टर के पास गई, और उसने कहा कि 0:00:29.378,0:00:31.852 मुझे अपने खून की जांच करानी पड़ेगी 0:00:33.512,0:00:34.762 तो मैंने सोचा, "ठीक है, 0:00:34.762,0:00:37.053 मैं यह करती हूं और देखते हैं क्या होता है।" 0:00:37.053,0:00:41.878 वह निश्चित करना चाहते थे कि कहीं यह[br]कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तो नहीं है 0:00:43.129,0:00:45.779 तो मैं अपने खून की जांच कराने गई 0:00:45.779,0:00:48.394 और जांच कराने के बाद बहुत[br]इंतजार करना पड़ता है 0:00:48.914,0:00:54.857 और यह इंतजार बहुत मुश्किल होता है 0:00:54.857,0:00:56.349 जैसा आप सोच सकते हैं 0:00:56.349,0:00:58.639 दिमाग में ख्याल आता है कि, 0:00:58.639,0:01:00.549 "अगर यह कैंसर हुआ तो? 0:01:00.549,0:01:01.579 तो मैं क्या करूंगी? 0:01:01.579,0:01:03.479 उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा। 0:01:03.479,0:01:04.979 कैसा लगता होगा? 0:01:04.979,0:01:07.909 मुझे किन मुश्किलों से गुज़रना पड़ेगा? 0:01:07.909,0:01:09.879 क्या यह गंभीर है?" 0:01:10.419,0:01:14.499 आखिरकार उन्होंने मुझे जांच के नतीजे[br]लेने के लिए बुलाया 0:01:15.048,0:01:16.362 मुझे वह दिन याद है 0:01:16.372,0:01:20.232 दोपहर में मुझे काम पर जाना था 0:01:21.200,0:01:23.230 मैं न्यू जर्सी में रहती थी, 0:01:23.230,0:01:25.183 और फिलाडेल्फिया में नौकरी करती थी 0:01:25.183,0:01:30.153 मैं न्यूजर्सी तक गई अपनी खून की[br]जांच का परिणाम लेने के लिए 0:01:31.311,0:01:33.661 मैं काम पर जाने के लिए तैयार थी, 0:01:33.661,0:01:35.001 मैं एक दुकान में काम करती थी। 0:01:35.850,0:01:40.925 मैंने प्रयोगशाला में अपनी गाड़ी खड़ी की 0:01:40.925,0:01:44.947 और ऐसा काम करने में आप सुन्न पड़ जाते हैं 0:01:44.947,0:01:49.204 क्योंकि आप बस बुरी खबर[br]का इंतजार कर रहे होते हैं 0:01:49.204,0:01:51.414 क्या ऐसा ही कुछ। 0:01:51.989,0:01:54.299 मगर मैं फिर भी आशावादी थी। 0:01:54.774,0:01:57.614 उन्होंने मुझे लिफाफा पकड़ाया, 0:01:58.048,0:02:02.978 फिर अचानक, मुझे बहुत तेज़[br]हलचल होने की आवाज आई 0:02:03.942,0:02:07.150 बहुत सारे लोग-- मुझे पता नहीं। 0:02:07.150,0:02:09.131 जैसे कोई रो रहा हो। 0:02:09.131,0:02:13.441 मैं लॉबी में गई,[br]लिफाफा मेरे हाथ में था 0:02:14.356,0:02:18.112 और मैंने देखा कि कुछ लोग[br]एक छोटे से टीवी के आस-पास 0:02:18.112,0:02:20.998 घेरा सा बना कर खड़े हुए हैं। 0:02:20.998,0:02:23.128 लोग सिसक रहे थे और रो रहे थे 0:02:23.128,0:02:25.739 और मैं लोगों को हटा रही थी, और मैंने बोला: 0:02:25.739,0:02:29.069 "क्या हो रहा है? क्या कहीं आग लगी है?" 0:02:29.660,0:02:31.340 और वह सामने से हटे 0:02:31.340,0:02:33.556 और मैंने TV पर देखा: 0:02:33.556,0:02:36.426 "ऐसा नहीं लग रहा कि वहां पर अभी[br]तक किसी तरह की कोशिश की गई है 0:02:36.426,0:02:38.724 और याद रखिए, हे भगवान 0:02:38.724,0:02:40.566 हे भगवान। 0:02:40.566,0:02:42.181 (कथावाचक) यह एक दूसरा विमान लगता है। 0:02:42.181,0:02:43.443 मैंने अपने आसपास देखा 0:02:43.443,0:02:48.575 और लोग अपना मुंह पकड़ कर बैठे थे 0:02:50.145,0:02:52.115 और मैं बस TV की तरफ देखती रही 0:02:52.115,0:02:56.525 और धुआं और लपटें देखी 0:02:56.527,0:03:00.617 और मुझे समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है 0:03:01.443,0:03:02.532 जब तक किसी ने कहा कि 0:03:02.532,0:03:05.872 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से एक विमान टकरा गया है 0:03:07.176,0:03:09.512 दो विमान। (हंसी) 0:03:09.512,0:03:14.406 मैंने सोचा "क्या जंग छिड़ चुकी है? 0:03:14.406,0:03:17.676 क्या सब खत्म हो गया? 0:03:19.142,0:03:20.584 इन सब लोगों को देखो। 0:03:20.584,0:03:22.664 जो लोग सबसे ऊंचे माले पर थे, उनका क्या? 0:03:24.410,0:03:25.752 हो क्या रहा है? 0:03:25.752,0:03:29.858 मैं सब कुछ देख कर बहुत सदमे में थी 0:03:29.858,0:03:31.428 और मैं कुछ मिनट तक वहीं खड़ी रही। 0:03:31.429,0:03:33.829 मुझे यह भी नहीं याद कि मैं[br]वहां कितनी देर तक खड़ी रही। 0:03:34.528,0:03:37.518 मुझे लगता है कि मुझे पता था[br]की मैंने काम पर जाना था। 0:03:38.096,0:03:42.074 तो मैं बिल्डिंग से बाहर निकली, 0:03:42.074,0:03:43.733 अपनी गाड़ी में बैठी, 0:03:43.733,0:03:45.783 काग़ज़ों को देखा 0:03:46.572,0:03:50.682 और परिणाम देखे, 0:03:50.682,0:03:54.380 कि मुझे किमो कराना पड़ेगा। 0:03:55.342,0:04:00.092 मेरा मतलब, इसकी क्या संभावना है? 0:04:01.471,0:04:04.232 मुझे बताया गया कि मुझे कैन्सर है 0:04:04.232,0:04:07.472 और पूरी दुनिया पर मुसीबतों[br]का पहाड़ टूट पड़ा। 0:04:09.629,0:04:14.349 मुझे अपने ऊपर तरस करने पर[br]बहुत बुरा लगा। 0:04:14.747,0:04:18.035 उसके थोड़ी देर बाद, मैंने गाड़ी चालू की 0:04:18.035,0:04:22.135 और बेन फ़्रैंक्लिन ब्रिज से होते हुए[br]न्यू जर्सी से फ़िलाडेल्फ़िया गई 0:04:22.818,0:04:23.813 काम पर जाने की लिए। 0:04:23.813,0:04:25.896 वह जगह बिलकुल वीरान थी। 0:04:25.896,0:04:27.886 पुल पर कोई भी नहीं था, 0:04:27.886,0:04:30.145 और ना ही दूसरी सड़कों पर। 0:04:30.145,0:04:34.953 मैंने सोचा: "क्या मुझे इस पुल पर[br]गाड़ी चला रहे होना चाहिए? 0:04:34.953,0:04:37.885 क्या इस पुल पर कोई बम विस्फोट[br]होने वाला है? 0:04:37.885,0:04:39.025 क्या ये सुरक्षित है?" 0:04:39.025,0:04:42.144 मैंने ऐसे हालात का कभी सामना[br]नहीं किया था। 0:04:42.144,0:04:44.894 मुझे नहीं लगता कि ज़्यादातर लोग[br]ऐसे हालात का सामना करते हैं। 0:04:45.684,0:04:48.160 मैंने पुल को सुरक्षापूर्वक पार किया, 0:04:48.160,0:04:51.496 दुकान में गई और हमेशा की तरह[br]अपनी गाड़ी खड़ी की। 0:04:51.496,0:04:54.726 मैं दुकान की प्रबंधक थी इसलिए[br]मेरे पास दुकान की चाबियाँ थीं। 0:04:54.726,0:04:59.129 मैं वहाँ बैठी और खिड़की से[br]बाहर देखा 0:04:59.129,0:05:01.219 मैंने देखा कि सड़कें एकदम वीरान थीं, 0:05:01.228,0:05:03.016 कोई भी बाहर नहीं जा रहा था। 0:05:03.016,0:05:04.178 ये बहुत ही अजीब बात थी। 0:05:04.178,0:05:08.328 मैंने मालकिन को फ़ोन किया और कहा:[br]"क्या हमें दुकान बंद कर देनी चाहिए? 0:05:09.596,0:05:14.716 और उन्होंने कहा: "हाँ, तुम्हें दुकान बंद[br]कर के घर चले जाना चाहिए।" 0:05:15.476,0:05:19.386 मैंने दुकान बंद की और अपनी गाड़ी[br]में बैठ कर चल दी। 0:05:20.296,0:05:25.970 मैंने बेन फ़्रैंक्लिन ब्रिज फिर से पार[br]किया, अपने आस पास देखते हुए सोचा: 0:05:25.970,0:05:27.471 "हे भगवान, ये क्या हो रहा है? 0:05:27.471,0:05:29.002 क्या इस पुल पर विस्फोट[br]होने वाला है?" 0:05:29.002,0:05:30.903 मैं बस इसी बारे में सोचती रही 0:05:32.077,0:05:35.907 मैं घर पहुँची, टीवी देखा, 0:05:36.783,0:05:39.343 और तब मैंने फ़ैसला लिया 0:05:39.939,0:05:44.209 कि मैं उस दिन ख़ुद पर[br]तरस नहीं करूँगी, 0:05:44.861,0:05:49.221 क्यूँकि मैं ज़िंदा थी, और ज़िंदा[br]रहना चाहती थी 0:05:49.774,0:05:52.424 और उन लोगों की दशा मुझसे[br]भी बहुत बुरी थी 0:05:54.809,0:05:57.639 क्यूँकि मैं इससे बाहर निकलने वाली थी। 0:05:58.748,0:06:00.548 तो इसीलिए, मैंने, 0:06:04.027,0:06:06.887 मैंने उस दिन अपने बारे में नहीं सोचा। 0:06:08.675,0:06:10.355 मैंने ये भी निश्चय लिया की मैं[br]फिर कभी नहीं डरूँगी। 0:06:11.144,0:06:15.254 वो सारी छोटी बड़ी चीज़ें जो कि-- 0:06:15.504,0:06:17.064 मैं करना चाहती हूँ मगर नहीं करती 0:06:17.915,0:06:21.625 शायद मैं उसके लायक नहीं, 0:06:21.771,0:06:23.391 शायद मेरा क़द उतना नहीं,[br]या मेरा रंग सही नहीं है 0:06:25.669,0:06:28.249 या ऐसा ही कुछ। 0:06:28.958,0:06:31.088 मैं अब इस सब से परहेज़[br]नहीं करती। 0:06:32.755,0:06:37.455 अब मैं जाकर कोशिश करती हूँ। 0:06:39.652,0:06:41.142 क्यूँकि मैंने कैन्सर को मात दी 0:06:42.421,0:06:45.481 और अब मैं निडर हूँ। 9:59:59.000,9:59:59.000 अब मैं किसी भी चीज़ को अपने आड़े नहीं[br]आने दूँगी।