पांच साल पहले, मैंने जो अनुभव किया
वो एलिस के वंडरलैंड में होना जैसा था|
पेन स्टेट ने मुझसे पूछा, एक संवाद विधा शिक्षक,
अभियांत्रिकी छात्रों के लिए संवाद विधा की कक्षा लेने के लिए|
और मैं डरी हुई थी|(हँसी)
सच में डरी हुई| बड़े मस्तिस्क वाले इन छात्रों से डरी हुई थी
और उनकी बड़ी किताबो और उनके बड़े और अनजाने शब्दों से|
लेकिन जैसे वार्तालाप शुरू हुए,
मैंने अनुभव किया कि एलिस को वंडरलैंड में कैसा लगा होगा
जब वो खरगोश के बिल में गयी और नयी दुनिया का दरवाज़ा देखा|
बिलकुल ऐसा ही मैंने महसूस किया जब मैंने वो वार्तालाप किये
छात्रों के साथ| मैं उनके विचारों से स्तंभित थी,
और मैं चाहती थी दूसरे भी ये इस वंडरलैंड का अनुभव ले|
और मुझे भरोसा था इस दरवाज़े की चाबी एक
बढ़िया सवांद हैं|
अपनी दुनिया बदलने के लिए हमे अपने वैज्ञानिक और अभियांत्रिको से
एक बेहतर सवांद की जरूरत हैं|
हमारे वैज्ञानिक और अभियांत्रिक ही हैं जो
जो बड़ी बढ़ी चुनौतियों के साथ लड़ रहे हैं, उर्जा से लेकर
वातावरण तक चिकित्सा तक, दूसरों के साथ,
और अगर हम इनके बारे में नहीं जानेंगे और समझेंगे,
तब काम होगा ही नहीं, और मेरा मानना हैं कि गैर-वैज्ञानिक
होते हुए यह हमारी जिम्मेदारी हैं
लेकिन यह बेहतर संवाद नहीं हो सकते अगर हमारे वैज्ञानिक
और अभियांत्रिक हमे उनके वंडरलैंड में न बुलाए|
तो वैज्ञानिक और अभियांत्रिक, कृप्या, हमसे पढ़ाकू बाते करिये|
मैं बताना चाहूंगी कि कैसे आप इसे कर सकते हैं
ताकि हम देख सके कि आपका विज्ञान उत्तेजक हैं
और आपकी अभियांत्रिकी आकर्षक हैं|
हमारे लिए पहला सवाल हैं: तो क्या?
बताईये आपका विज्ञान हमसे कैसे संबंधित हैं|
सिर्फ ये मत बताईये कि आप trabeculae का अध्धयन करते हैं,
ये भी बताईये कि आप trabeculae का अध्धयन करते हैं, जो हमारी हड्डियों की जाल-रूपी सरंचना हैं|
क्यूंकि यह जरुरी हैं समझने के लिए और osteoporosis का इलाज करने के लिए|
और जब विज्ञान की व्याख्या कर रहे हैं, शब्दजाल से बचे|
शब्दजाल एक बाधा हैं जो आपके विचारों को समझने से रोकती हैं|
बेशक आप कह सकते हैं "स्थानिक और लौकिक" लेकिन क्यूँ सिर्फ कहे
"स्थान और समय" जो कि हमारे लिए सुलभ हैं?
और आपके विचार हमारे लिए सुलभ बनाना उन्हें सिर्फ बताना नहीं है|
बल्कि, जैसे कि आइंस्टीन ने कहा हैं, हर चीज़
को जितना हो सके आसान बनाये, लेकिन साधारण नहीं|
आप बिलकुल अपने विज्ञान के साथ सवांद कर सकते हैं
विचारों के समझौते के बिना|
कुछ चीज़े जो ध्यान में रखना है उदाहरण, कहानियाँ
और अनुरूपता| यह वो तरीके है जो आपके सामग्री
को हमारे लिए आकर्षक और रोचक बनाते हैं|
और अपना काम प्रस्तुत करते हुए बुलेट पॉइंट्स को छोड़ दीजिए|
कभी आपने सोचा हैं क्यूँ उन्हें बुलेट पॉइंट्स कहते हैं?(हँसी)
बुलेट क्या करती हैं? बुलेट मारती हैं,
और आपके प्रस्तुति को मार देती हैं|
इस तरह की स्लाइड सिर्फ उबाऊ ही नहीं बल्कि बहुत ज्यादा
मस्तिस्क के भाषा वाले भाग पर निर्भर हैं, और हमे अभिभूत कर देती हैं|
इसकी जगह, उदाहरण के लिए Genevieve Brown की स्लाइड
कहीं ज्यादा असरदायक हैं| यह दिखाती हैं कि trabeculae की
विशिष्ट सरंचना बहुत मजबूत हैं जिसने असल में एफिल टॉवर
की अद्वितीय रचना के लिए प्रेरित किया|
और यहाँ तरकीब हैं एक, पठनीय वाक्य
जो श्रोता पकड़ सकते हैं अगर वो खो जाये,
और फिर दृश्य दिखाये जो दूसरी इन्द्रियों को आकर्षक लगे
और एक बेहतर समझ बनाये
जो बतायी जाने वाली चीज़ के बारे में|
तो मैं सोचती हूँ कि यह सिर्फ कुछ महत्वपूर्ण बाते हैं जो सहायता
कर सकती हैं हम सभी को उस दरवाज़े को खोलने और वंडरलैंड देखने के लिए
जो कि विज्ञान और अभियांत्रकी हैं|
और क्यूंकि अभियांत्रिक जिनके साथ मैंने काम किया हैं
मुझे सिखाया कि अपने अंदर के पढ़ाकू के साथ संपर्क में रहूँ|
संक्षेप में इसे मैं एक समीकरण के रुपे में बताउंगी|(हँसी)
अपना विज्ञान लीजिए, उसमे से बुलेट पॉइंट्स और शब्दजाल
घटाईये और इसे प्रासंगिकता से विभाजित कीजिये,
मतलब कि जो श्रोता के प्रांसगिक हैं वो बताईये,
और इसे अपने उस उत्साह से गुना कीजिये जो
आपमें आपके बेहतरीन काम के बारे में हैं,
और एक बेहतरीन वार्तालाप के बराबर होगा
जो समझ से भरा हुआ हैं|
और, वैज्ञानिक और अभियांत्रिक, जब आप ये समीकरण
हल कर ले, बेशक, मुझसे पढ़ाकू बाते करिये|
धन्यवाद(अभिवादन)