0:00:04.852,0:00:08.125 जब आप अपने कोड को लूप करने[br]के लिए एक रिपीट ब्लॉक का इस्तेमाल करते है। 0:00:08.150,0:00:11.634 कैसे कम्प्युटर को पता चलता है की[br]यह पर्याप्त बार दोहराया गया है? 0:00:11.659,0:00:15.576 रिपीट ब्लॉक अपने अंदर एक[br]ज़ायदा जटिल कोड को छुपाये हुए हैं 0:00:15.601,0:00:17.475 जिसे फॉर लूप कहते है। 0:00:17.500,0:00:20.650 जो एक निश्चित वैल्यू से गिनती शुरू करता[br]है और एक समाप्ती वैल्यू पे रुकता है, 0:00:20.675,0:00:22.222 और एक निश्चित बढ़ोतरी के साथ। 0:00:22.490,0:00:29.279 उदाहरण के लिए, रिपीट 3 ब्लॉक, [br]आता है एक से तीन तक, एक जोड़ के, 0:00:29.304,0:00:32.644 जितने बार यह गिनता है, उतनी बार वो[br]कोड को लूप के अंदर चलाता है। 0:00:33.349,0:00:36.882 काउंटर वारियाबल का उपयोग करके [br]फॉर लूप को पता होता है कितनी बार रन हुआ है 0:00:36.907,0:00:39.609 लूप के शुरुआत में स्टार्टिंग वैल्यू देना 0:00:39.634,0:00:42.667 जिसमें एक इंक्रीमेंट जोड़ा[br]गया है जितनी बार लूप चलेगा। 0:00:42.753,0:00:47.155 जैसे ही काउंटर वेरिएबल एंडिंग वैल्यू के[br]समान हो जाता है, लूप वहीं पर रुक जाता है। 0:00:48.265,0:00:52.814 एक रिपीट ब्लॉक की जगह असल फॉर[br]लूप के इस्तेमाल का लाभ यह है 0:00:52.839,0:00:56.729 की आप सही में काउंटर वारियाबल को देख[br]पाएंगे और अपने लूप में उपयोग कर पाएंगे।