( गीत)
जन्म से बहुत भिन्न रूप से बड़ा होना,आकार-वार
मैं हर समय मंच पर था। (आकर्षण का केंद्र)
मेरा मतलब है कि मैं अपने घर से बाहर निकलता
और लोग मुझे देखते, और मुझे घूरते।
मैं किराने की दुकान पर जाता, या अपनी बाइक चलाता था
लोग मुझे घूरते,आकर मुझसे बात करते
मैं कभी गुमनाम नहीं रह सकता था,
बहुत सारे लोग गुमनाम न रहने की कोशिश करते हैं
मेरे पास वह था, चाहे मैं चाहता या नहीं
जैंसे ही मैं अपने घर से बाहर निकलता।
इसलिए जब मैं आकर्षण का केंद्र होता,
वह एकमात्र समय होता जब मैं अपनी ओर देखने वाले लोगों
को नियंत्रित कर सकता था।
और, वह मेरे बारे मे जो सोचते।
मैं नियंत्रित नहीं कर सकता था कि किराने की दुकान के बाहर
वे मेरे बारे में कैसा महसूस करते थे।
वह कभी-कभी कैसा लगता था?
वह वास्तव में कष्टप्रद है।
मुझे इस बात का अहसास हो गया है कि
यह पूरी बात मैं नहीं, वे हैं।
इसलिए मैं उसके साथ बहुत सहज महसूस करता हूं।
जब भी मैं करता हूं, आप बहुत दयालु रहे हैं
मुझे "मीट दा बिज़" के लिए कार्यशालाएं
करने देने के लिए। मुझे लगता है कि मैं अन्य अभिनेताओं
के लिए किसी भी चीज़ से अधिक व्यक्त करने की कोशिश करता हूं,
आपको को खुद को जानना होगा। अंदर से और बाहर से
और उन सभी तरकीबों को जानें जिनका उपयोग
आप उन चीजों को छिपाने के लिए करते हैं जिनके बारे में आप असुरक्षित हैं।
उन्हें जाने और अच्छे से समझें,
हो सकता है कि आप हमेशा उसके नीचे न हों,
लेकिन आपको अपने बारे में इतना जागरूक होना होगा।
मेरा मतलब है कि, बहुत से लोग अभिनय को किसी और
भूमिका निभाने के रूप में सोचते हैं, जैंसे मैं
इस मुखौटे को लगा रहा हूं और कोई और बनने जा रहा हूँ
मै मानता हूँ कि तुम ऐंसा नही कर सकते
जबतक तुम खुदको अच्छे से नही जानते, अपनी कमियां
और अपने गुण।
( गीत )