हम ऐसे समय में रह रहे हैं जिसमें एक खतरनाक दर पर, हम अपनी दुनिया को प्रदूषित कर रहे हैं, जिसमें पश्चिम के बहुमत लोगों को पर्याप्त शारीरिक गतिविधि नहीं मिल रही है, और जिसमें हम बहुत सारा समय, धन और ऊर्जा यातायात में फंसे रहने से बर्बाद कर रहे हैं। शुक्र है कि हम एक समय में भी जी रहे हैं जिसमें साइकिल चलाना बहुत ही शानदार है। (हँसी) ये अच्छा महसूस कराता है। आप अपने स्थान पर पहुँच कर उर्जावान और आपके आसपास की दुनिया से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। ये आपकी सेहत के लिए, हमारे ग्रह के लिए अच्छा है, और ये हमारे शहर को अधिक जीवंत बनाने में मदद करता है। तो, हम और अधिक लोगों से साइकिल कैसे चलवा सकते हैं? अच्छा तो, ये आधारिक संरचना, सुरक्षा में सुधार, और लोगों की धारणा और व्यवहार बदलने का एक संयोजन है। और एक चीज जो मैं वर्षों से कर रहा हूँ, वो ये कि हम व्यवहार परिवर्तन के सिद्धांत को कैसे लागू कर सकते हैं, अधिक लोगों के साइकिल चलाने के लिए। मेरा एक विचार आज मैं आपके साथ शेयर करना चाहूंगा। और वो ये है कि जब हम लोगों को साइकिल चला कर काम पर जाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे, तो हमें समझना होगा ये समग्र व्यवहार वास्तव में बहुत सारे उप-व्यवहार और चरणों से बना हुआ है, जिनसे लोग गुज़रते हैं साइकिल ना चलाने, इसके बारे में सोचने, इसे आजमाने, साइकिल लेने, थोड़ी सी साइकिल चलाने, थोड़ी और चलाने और साइकिल से काम पर जाने। और इन उप-व्यवहारों में से प्रत्येक के भीतर ऐसी कई बाधाएँ हैं जिन पर लोगों को, अगले चरण में जाने के लिए, काबू पाने की आवश्यकता है। और इसलिए, ये समझना ज़रूरी है जब हम लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित करें। क्योंकि अगर हम यहाँ किसी से कहें एक गैर-साइकिल चालक के रूप में, कि "आपको साइकिल से काम पर जाना चाहिए ये आपके लिये अच्छा हॆ आप पैसे बचाएंगे; ये पर्यावरण के लिए अच्छा है," ये एक बड़ी बात है। और हमें ये ध्यान में रखना है क्योंकि हमारी ऊर्जा लोगों को, अगले छोटे कदम पर ले जाने में काम आ सकती है। और एक रणनीति जो हमने काफी प्रभावी पायी है गैर-साइकिल चालकों को साइकिल चलाने के लिए लाने में, वो ये कि उन्हें मज़ा लेने और सिर्फ १० मिनट के लिए साइकिल की सवारी करने के लिए प्रोत्साहित करें। और हमने ये पाया कि जब लोग ऐसा करते हैं, तो वे बोलते हैं "हम्म, वैसे, ये इतना बुरा नहीं है। साइकिल चलाना उतना कठिन या डरावना नहीं है जैसे कि मैंने सोचा था। ये वास्तव में काफी आसान और मजेदार है।” और ये एक शानदार पहला छोटा कदम है जो हम ले सकते हैं, लोगों को इस व्यापक यात्रा पर ले जाने में। तो एक कदम पीछे जाएं और सवाल देखें कि हम कैसे लोगों को साइकिल चलवाए, आधारिक संरचना और सुरक्षा में सुधार के बारे में क्या? खैर, शुक्र है, सभी समाधान दुनिया में पहले से ही मौजूद हैं। यदि आप किसी अच्छे साइकिलिंग सम्मेलन में जाएँ,तो आपको तकनीकी विशेषज्ञता मिलेगी, केस अध्ययन, पहिये का आविष्कार पहले ही हो चुका है जो हम अपने शहरों में ला सकते हैं, अनुकूलन, और बाहर रोल कर सकते हैं, जिससे परिणामस्वरूप अधिक लोग साइकिल चलाएंगे। तो अगर समाधान पहले से ही हैं, तो हम उनके व्यापक आवेदन क्यों नहीं देख रहे हैं? वैसे, इसके कई कारण हैं, और उनमें से एक ये है कि बहुत से लोगों को विश्वास नहीं है कि अपने शहर में अधिक लोगों का साइकिल चलाना संभव है। "ओह, वो बहुत दूर है, बहुत अधिक ट्रैफ़िक है, ये बहुत खतरनाक है, बहुत गर्मी है, बहुत गीला है।" और शुक्र है, कि अब हमारे पास दुनिया भर से सबूत हैं कि ये वास्तव में संभव है। इसलिए, स्पेन और सेविले को देखें तो, उन्होंने साइकिल लेन में निवेश किया और ०.५ प्रतिशत साइकिल यात्रा से ६.६ प्रतिशत साइकिल यात्रा पर पहुँच गए केवल छह वर्षों में। पोर्टलैंड में, उन्होंने साइकिल चलाना २०० प्रतिशत से अधिक बढ़ा लिया। डेनवर में, आप देखेंगे कि उन्होंने साइकिल लेन की संख्या बढ़ा दी और इस वृद्धि से, बाइक चलाने वाले लोगों की संख्या बड़ी। और मैं आपको इस प्रवृत्ति का प्रमाण अमेरिका में और दुनिया भर में भी दिखा सकता हूं। अब, ये स्पष्ट कर दूं कि में क्या नहीं कह रहा हूं। मैं नहीं कह रहा कि आप अमेरिका का या दुनिया का हर शहर कोपेनहेगन या एम्स्टर्डम बना सकते हैं, जहां आधी यात्रायें बाइक से की जाती हैं। वह आश्चर्यजनक है। हालांकि, हमारे शहरों का नक्शा अलग तरह से बना है। लेकिन यू.एस. में, लगभग ४० प्रतिशत की सभी यात्रायें, तीन मील से कम की दूरी पर है। और इन छोटी यात्राओं में ही साइकिल चलाने का मौका है। तो मैं ये कह रहा हूं कि यदि हम अधिक लोगों से साइकिल चलवाना चाहते हैं, अगर हम इसेसे प्रतिबद्ध हैं, तो ये हमारे लिए बिल्कुल संभव है कि हम शहरों में, पाँच प्रतिशत या अधिक यात्राएं साइकिल द्वारा पूरी करें। और आखिरकार, मुझे लगता है कि ये दिलचस्प है कि जब हम कुछ अन्य समस्याओं को देखते हैं जिनसे आज हम दुनिया में सामना कर रहे हैं, तो उन बाधाओं में से एक ये है की बहुत से लोग, जो संभव है, उस पर विश्वास नहीं रखते हैं। लेकिन, मुझे लगता है कि ये दौर बदल रहा है और अधिक लोग, स्वयं के जीवन में क्या संभव है, इस पर विश्वास कर रहे हैं, हमारे समुदायों और हमारे ग्रह के लिए। और इसलिए, हमें विश्वास करना होगा कि हम अपनी वास्तविकता को संभव बना सकते हैं। और चलिए इसे बनाते हैं। धन्यवाद। (तालियां)