WEBVTT 00:00:00.940 --> 00:00:04.940 भारत में तीस लाख लड़कियां स्कूल नहीं जातीं। 00:00:04.940 --> 00:00:08.260 मतलब १०-१४ आयुवर्ग की तीन लड़कियों में से एक। 00:00:08.260 --> 00:00:11.770 मगर 'बेटी पढ़ाओ' से ये सब बदल रहा है। 00:00:15.885 --> 00:00:18.755 प्रचलित नज़रिया है 00:00:18.755 --> 00:00:22.825 मेरी बकरी एक संपत्ति है और मेरी लड़की देनदारी है। 00:00:22.825 --> 00:00:25.975 और बात इस नज़रिये को बदलने की है। 00:00:29.635 --> 00:00:31.775 मेरा नाम भागवंती है। 00:00:33.607 --> 00:00:36.637 स्कूल जाने से पहले मुझे घर का काम करना होता है: 00:00:36.637 --> 00:00:40.267 खाना बनाते हैं, बर्तन माँजते हैं कपड़े धोते हैं, बकरी चराने ले जाते हैं। 00:00:40.267 --> 00:00:42.655 कभी-कभी घर भी साफ़ करना होता है। 00:00:44.408 --> 00:00:47.568 सबसे पहले, हर गाँव में जहां भी हम जाते हैं 00:00:47.568 --> 00:00:49.978 हमें एक सामुदायिक स्वयंसेवक मिलता है। 00:00:49.978 --> 00:00:53.238 हमारे स्वयंसेवक युवा हैं, शिक्षित हैं, और वे जोशीले हैं। 00:00:53.238 --> 00:00:56.288 वे स्वयं सचमुच बदलाव देखना चाहते हैं। 00:00:57.848 --> 00:01:01.848 वे घर-घर जाते हैं और हर उस लड़की का पता लगाते हैं जो स्कूल नहीं जा पाती है। 00:01:05.195 --> 00:01:07.745 फिर, वे वास्तव में समुदाय के साथ बैठते हैं 00:01:07.745 --> 00:01:09.655 और इन लड़कियों को स्कूल वापस लाने के लिए 00:01:09.655 --> 00:01:12.145 समुदाय-आधारित भर्ती योजनाएँ बनाते हैं। 00:01:12.145 --> 00:01:15.515 सामुदायिक स्वयंसेवक या "बालिका" गाँव के स्कूलों के साथ काम करती हैं... 00:01:15.515 --> 00:01:18.305 सुनिश्चित करने कि वे सुरक्षित हैं और लड़कियों के शौचालय हैं। 00:01:18.305 --> 00:01:21.827 वे लड़कियों की पढ़ाई में भी मदद करती हैं। 00:01:24.257 --> 00:01:27.174 तो, तब हमारे 'टीम बालिका' स्वयंसेवक 00:01:27.174 --> 00:01:28.824 सरकारी स्कूल के क्लास में आते है 00:01:28.824 --> 00:01:31.724 और वे हिन्दी, अंग्रेज़ी और गणित की क्लास लेते हैं 00:01:31.724 --> 00:01:34.514 यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी बच्चे -लड़कियां और लड़के, 00:01:34.514 --> 00:01:37.534 वास्तव में शिक्षण के वांछित परिणाम पा रहे हैं। 00:01:40.032 --> 00:01:44.411 बात हर लड़की के स्कूल आने के बारे में है। 00:01:44.601 --> 00:01:49.387 बात हर लड़की के दुनिया को बदलने में योगदान करने बारे में है। 00:01:49.593 --> 00:01:53.803 बात हर लड़की के परिवार को बदलने में योगदान करने के बारे में है, 00:01:53.974 --> 00:01:57.974 और बात है सम्पूर्ण समाज को बदलने में 00:01:57.974 --> 00:01:59.847 हर लड़की के योगदान की है। 00:01:59.847 --> 00:02:03.497 हम बात कर रहे हैं बेहतर स्वास्थ्य की, बेहतर आय की। 00:02:03.497 --> 00:02:08.210 हम बात कर रहे हैं बेहतर शिक्षा की, ताकि वह प्रत्येक बच्चे के लिए हो। 00:02:10.658 --> 00:02:14.518 राजस्थान में लगभग ५०, ६० प्रतिशत लड़कियों की शादी हो जाती है 00:02:14.518 --> 00:02:15.768 १८ वर्ष से कम आयु में। 00:02:15.768 --> 00:02:19.318 राष्ट्रीय स्तर पर, बाल विवाह का प्रतिशत बहुत अधिक है। 00:02:20.535 --> 00:02:23.666 बहुत सारे, लगभग १०-१५ प्रतिशत बच्चे ऐसे भी हैं, 00:02:23.666 --> 00:02:26.006 जिनके विवाह १० की उम्र से कम में हो जाते हैं। 00:02:26.242 --> 00:02:28.492 मेरे माता पिता ने मेरा विवाह १४ में कर दिया था। 00:02:28.492 --> 00:02:31.482 मैं आठवीं क्लास में पढ़ रही थी। लड़के के माता पिता आगे पढ़ाई 00:02:31.482 --> 00:02:34.672 ज़ारी रखने को मान गए मगर जब मेरी परीक्षाएँ आईं 00:02:34.672 --> 00:02:39.434 तब वे अपने वादे से मुकर गए। 00:02:39.442 --> 00:02:42.472 नीलम लड़की पढ़ाओ की १०,००० लड़कियों में से एक है। 00:02:42.472 --> 00:02:46.472 उन्होंने बीस लाख बच्चों की सहायता की है। 00:02:48.280 --> 00:02:52.360 मैं पढ़ाई करने के बाद टीचर बनना और दूसरी लड़कियों को पढ़ाना चाहती हूँ 00:02:52.360 --> 00:02:56.280 क्योंकि शिक्षित होने से आपमें हिम्मत आती है, 00:02:56.280 --> 00:02:59.735 अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं, नौकरी खोज सकती हैं 00:02:59.735 --> 00:03:02.755 और परिवार की आर्थिक सहायता कर सकती हैं। 00:03:03.738 --> 00:03:07.738 स्कूल का प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष महिला की आय को २० प्रतिशत बढ़ा सकता है। 00:03:07.738 --> 00:03:10.808 पिछले १० वर्षों में, मुझे सचमुच गर्व है कि हमने 00:03:10.808 --> 00:03:14.448 स्कूल छोड़ने वाली १५०,००० लड़कियों को खोजा और उन्हें स्कूल वापस लाये हैं 00:03:14.448 --> 00:03:18.598 जो अब जुड़ गए हैं और स्कूल जा रहे हैं और सीख रहे हैं।