मूजी बाबा के साथ सैर [मूजी] आज सुबह तुमने मुझसे एक बहुत अच्छा प्रश्न किया, [मूजी] अहम्-रहित होने का क्या मतलब होता है? इसका मतलब होता है जीवन, असल जीवन। अहंकार-रहित होने का क्या मतलब होता है? 03-01-2018 [मूजी] तुम भावनाओं की क़ैद में नहीं हो, तुम्हारा जीवन तुम्हारे व्यक्तित्व की सेवा में नहीं है। मतलब, अधिकतर लोगों के लिए, हमारा जीवन मुख्यतः हमारे व्यक्तित्व की सेवा में रहता है, जैसे हम कैसे हैं, 'मैं ठीक नहीं हूँ,', 'मुझे इसकी ज़रूरत है', 'मेरे पास पैसे नहीं हैं'। सब कुछ हम, हम, हम के बारे में होता है। और यह इतना... हमारी ज़िन्दगी इसकी सेवा में होनी चाहिए..... ऐसा है जैसे एक जीवन जो अपने हित में नहीं, बल्कि जीवन के हित में हो, उससे हज़ारों लोग आनंद में जी सकते हैं, कई लोगों के लिए, अगर तुम वास्तव में सेवा में रहो। जीवन जो स्व-भाव की सेवा में है वह स्वार्थी है और हम कह सकते हैं कि वे व्यर्थ है। .. तुममें इतनी शक्ति है और वह शक्ति तुम्हारे व्यक्तित्व के हित के लिए नहीं है। तो अहम्-विहीन हो जाओ.. जब व्यक्ति अहम्-विहीन होना चाहता है, तो यह मुश्क़िल है कि व्यक्ति बच जाये। मानो अच्छा बनने की कोशिश, और यह ठीक भी है, यह भी बहुत खुला रास्ता है। अधिकतर लोग, जब वे शास्त्र पढ़ते हैं तो उन्हें बताया जाता है, 'एक दूसरे से प्रेम करो', ' जो तुम्हारे साथ बुरा करते हैं उनका भला करो' ऐसे। और लोग जितना हो सके स्नेहमयी और दयालु होने की कोशिश करते हैं, और यह अच्छा है।