1 00:00:06,742 --> 00:00:09,722 तो विशेष रूप से अदाकारी करने वाले दिव्यांगो के लिए, 2 00:00:09,722 --> 00:00:13,565 हमारे पास अद्वितीय जीवन अनुभव हैं, 3 00:00:13,565 --> 00:00:17,025 बेहद अद्वितीय जीवन अनुभव. 4 00:00:17,025 --> 00:00:21,907 और यदि आप उस अनुभव को लेते हैं 5 00:00:21,907 --> 00:00:25,657 और उस हर भूमिका को देते हैं जिस पर आप काम करते है. 6 00:00:25,657 --> 00:00:31,403 हर चरित्र को अपने जीवन के अनुभव के आधार पर देखने का एक तरीका खोजें 7 00:00:31,403 --> 00:00:34,802 और इसलिए प्रत्येक भूमिका में इस अद्वितीय दृष्टिकोण को लेकर आये 8 00:00:34,802 --> 00:00:35,942 आप छा जाओगे. 9 00:00:35,942 --> 00:00:41,770 क्योंकि यह सोना और गहराई है जो ज्यादातर लोग नहीं ला सकते. 10 00:00:41,770 --> 00:00:46,983 आपके पास परिस्थितियों का एक विशेष सेट है, जीवन के अनुभवों का एक विशेष सेट है 11 00:00:46,983 --> 00:00:50,444 और यहां तक कि देखने का एक विशेष तरीका है, 12 00:00:50,444 --> 00:00:54,353 चाहे आपके साथ आपके जीवन में कैसा भी व्यवहार किया गया हो. 13 00:00:54,353 --> 00:00:58,609 और यदि आप उस अनुभव में टैप कर सकते हैं, 14 00:00:58,909 --> 00:01:03,576 आप कई अलग-अलग तरीकों से सभी प्रकार की भूमिकाओं को कर सकेगे, 15 00:01:03,576 --> 00:01:05,076 तो आप वह अद्वितीय व्यक्ति होंगे 16 00:01:05,076 --> 00:01:06,936 जो अंदर आता है और कमरे में उजाला करता है 17 00:01:07,278 --> 00:01:09,448 वैसे जैसे किसी और ने कभी सोचा नहीं होगा.