क्या हम प्यार की भावना से निकल सकते हैं?
-
0:00 - 0:03हेलो, मेरा नाम डेसा है,
-
0:03 - 0:06और मैं डूमट्री नाम के एक
हिप हॉप ग्रुप का हिस्सा हूँ। -
0:07 - 0:09मैंने टैंक टॉप पहना हुआ है।
-
0:09 - 0:10(हँसते हैं)
-
0:10 - 0:15और मैं अपनी आमदनी रैप और गायकी के
प्रदर्शन से कमाती हूँ। -
0:15 - 0:18जब हम एक समूह में प्रदर्शन करते हैं,
हमारा शो कुछ ऐसा दीखता है। -
0:19 - 0:21मैं बूट्स में हूँ।
-
0:21 - 0:23बहुत कूदना होता है।
बहुत पसीना आता है। -
0:23 - 0:25सब ज़ोर से। इसकी भारी ऊर्जा होती है।
-
0:25 - 0:29कभी कभी आप स्टेज पे न चाहते हुए
अपना बर्ताव बदलने लगते हैं। -
0:29 - 0:32कभी कभी चाहते हुए भी।
-
0:32 - 0:37यह एक हॉकी गेम और कॉन्सर्ट
के मेल की तरह है। -
0:38 - 0:41लेकिन, जब भी मैं अपने गायकी का
प्रदर्शन अकेले करती हूँ, -
0:42 - 0:44मैं उदासी के लहज़े में गाती हूँ।
-
0:45 - 0:49कुछ साल पहले, मैंने अपनी माँ को
मेरे नए अलबम के कुछ गाने बताए, -
0:49 - 0:53और उन्होंने कहा, "बेटा, यह खूबसूरत है,
लेकिन इसमें हमेशा उदासी क्यों है?" -
0:53 - 0:55(हँसते हैं)
-
0:55 - 0:57"तुम्हारे संगीत से तो हमेशा
कान फंटने लगते हैं।" -
0:57 - 1:01और मैंने सोचा, "आपने यह
सब बोलना कहाँ से सीखा?" -
1:01 - 1:02(हँसते हैं)
-
1:03 - 1:06लेकिन अपने करियर में
मैंने इतने सारे उदास प्रेम के गीत लिखे -
1:06 - 1:08कि मुझे फैन से ऐसे मेसेज आते:
-
1:08 - 1:11"आप नया गाना या बुक रिलीज़ करें।
मुझे अपने ब्रेक अप के साथ मदद चाहिए।" -
1:11 - 1:13(हँसते हैं)
-
1:14 - 1:19और इन गानों के साथ घूमते हुए
उनका प्रदर्शन करने और रिकॉर्ड करने के बाद, -
1:19 - 1:21मैंने खुद को ऐसी स्तिथि में पाया
-
1:21 - 1:26कि व्यावसायिक रूप से मेरी खूबी
रोमानी दुख में है। -
1:27 - 1:30जिसे मैं सार्वजनिक नहीं कर सकती,
-
1:30 - 1:33यह एक बात थी की अधिकतम गाने
एक ही लड़के के बारे में लिखे गए थे। -
1:34 - 1:37और दो साल तक,
हमने सुलह करने की कोशिश की, -
1:37 - 1:39फिर पांच सालों तक
-
1:39 - 1:41और इधर उधर दस सालों तक।
-
1:41 - 1:44और न सिर्फ़ मेरा दिल टूटा था,
-
1:44 - 1:49लेकिन मैं शर्मिंदा भी थी
कि जिस चीज़ से लोग इतनी आसानी से उभरते हैं -
1:49 - 1:53उससे मैं आसानी से आगे
नहीं बढ़ पा रही थी। -
1:54 - 1:57और हालाँकि मुझे पता था कि
हम दोनों के लिए अच्छा नहीं है, -
1:57 - 2:02मैं बस समझ नहीं पा रही थी कि
अपने प्यार को कैसे जाने दूँ। -
2:03 - 2:05फिर, एक रात वाइन पीते हुए,
-
2:05 - 2:09मैंने डॉ. हेलेन फिशर नाम की औरत की
एक TED टॉक देखि, -
2:09 - 2:14और उन्होंने कहा कि उनके काम में,
वे दिमाग में प्यार के निर्देशांक का -
2:14 - 2:15नक्षा बना पाई थी।
-
2:15 - 2:19और मुझे लगा, कि अगर मैं
अपने दिमाग में प्यार ढूँढ सकती हूँ, -
2:19 - 2:20तो मैं उसे निकाल सकती हूँ।
-
2:20 - 2:22तो मैं ट्विटर पर गई।
-
2:22 - 2:24"और मैंने पूछा की किसी को रात में
जाने के लिए, -
2:24 - 2:26कोई ऍफ़एमआरआई लैब पता है?
-
2:26 - 2:28मैं बैकस्टेज के पास और व्हिस्की दूँगी।"
-
2:28 - 2:30(हँसते हैं)
-
2:30 - 2:33और वे डॉ. शेरिल ओलमैन हैं, जो की
यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनेसोटा -
2:33 - 2:36के मैग्नेटिक रेसोनेंस रिसर्च केंद्र
में काम करती हैं। -
2:36 - 2:37उन्होंने मेरी मदद की।
-
2:37 - 2:41मैंने डॉ फिशर का तरीका समझाया,
-
2:41 - 2:44और हमने उसको वापस बनाने के लिए
एक नमूना लिया, मैं। -
2:44 - 2:46(हँसते हैं)
-
2:46 - 2:50तो फिर मुझे हरे अस्पताल वाले कपड़े
पहना दिए गए, -
2:51 - 2:53और एक बिस्तर पर लेटा दिया
-
2:53 - 2:55और एक ऍफ़एमआरआई मशीन में डाला।
-
2:55 - 2:57और अगर आप उस टेक्नोलॉजी से अपरिचित हैं,
-
2:57 - 3:01तो एक ऍफ़एमआरआई मशीन
एक बड़े, ट्यूब से मैगनेट की तरह है -
3:01 - 3:05जो आपके खून में डीऑक्सीजनेटेड
आयरन की प्रगति मापता है। -
3:05 - 3:08तो वह यह खोजने की कोशिश करता है
कि आपके दिमाग के कौनसे भागों की -
3:08 - 3:11किसी क्षण में
उपापचयी मांग सबसे ज़्यादा है। -
3:11 - 3:12और उससे, यह पता चलता है
-
3:13 - 3:15कि कौनसे भाग किसी काम से
सम्बंधित हैं, -
3:15 - 3:18जैसे की अपनी ऊँगली को थपथपाना,
उससे हमेशा एक ही जगह लाइट जलेगी, -
3:18 - 3:20या मेरे मामले में,
-
3:20 - 3:23अपने एक्स-बॉयफ्रेंड की तसवीरें देखना
-
3:23 - 3:26और फिर एक दूसरे लड़के की तसवीरें देखना
जो थोड़ा सा उसकी तरह दिखता था -
3:26 - 3:28लेकिन जिसके लिए मेरी गहरी भावनाएँ नहीं थी।
-
3:28 - 3:30वह नियंत्रण था।
-
3:30 - 3:31(हँसते हैं)
-
3:32 - 3:33और जब मैं मशीन से निकली,
-
3:33 - 3:37मेरे दिमाग की हाई-रेज़ोल्यूशन
तसवीरें आई। -
3:38 - 3:41हम उसको दो अलग भागों में बाँट पाए।
-
3:41 - 3:47हम कोर्टेक्स को फुलाकर झुर्रियों के
अन्दर देख सकते, -
3:47 - 3:51जिसको डॉ शेरिल ओलमैन
"ब्रेन स्किन रग" कहती। -
3:51 - 3:53(हँसते हैं)
-
3:53 - 3:58और हमने देखा कि दोनों लड़कों की तसवीरें
देख कर मेरे दिमाग का क्या बर्ताव था। -
3:59 - 4:01और यह ज़रूरी था।
-
4:01 - 4:03हम सारी गतिविधि ट्रैक कर पाए
-
4:03 - 4:06जब मैंने नियंत्रण को देखा
और जब मैंने अपने एक्स को देखा, -
4:06 - 4:11और इन डाटा सेट की तुलना करके
हमने पाया कि हम प्यार को वैसे पाते, -
4:11 - 4:15उसी तरह से देख पाते, कि अगर एक
वेट मशीन पर मैं कपड़ों में खड़ी होती -
4:15 - 4:17और फिर नंगी होकर खड़ी होती,
-
4:17 - 4:21तो उन आँकड़ों में का अंतर
सिर्फ़ मेरे कपड़ों का भार होता। -
4:21 - 4:24तो जब हमने उनकी तुलना की,
हमने एक में से दूसरे को सबट्रैक्ट किया, -
4:24 - 4:28हमने उन्हीं जगहों पर गतिविधि पाई
जहाँ डॉ फिशर शायद बोलती। -
4:30 - 4:31यह मैं हूँ।
-
4:32 - 4:34और वह मेरा दिमाग है, प्यार में।
-
4:35 - 4:39उस छोटे से नारंगी बिंदु में कुछ गतिविधि थी
जो वेंट्रल टेगमेंटल एरिया है, -
4:39 - 4:42वह लाल चीज़ एंटीरियर सिंग्यूलेट है
-
4:42 - 4:46और वे सुन्हेरे हॉर्न कौडेट्स हैं।
-
4:47 - 4:50उनका टीम और
सहभागी एंड्रिया और फिल के -
4:50 - 4:52के साथ डाटा के विश्लेषण करने के बाद,
-
4:52 - 4:55शेरिल ने मुझे एक तस्वीर भेजी,
एक स्लाइड। -
4:56 - 5:00वह मेरा दिमाग का अनुप्रस्थ काट था,
-
5:00 - 5:01गतिविधि के एक चमकदार बिंदु के साथ
-
5:01 - 5:04जो उस बन्दे की तरफ़ मेरी भावनाओं
का प्रतीक था। -
5:06 - 5:08और मुझे पता था मैं प्यार में थी,
-
5:08 - 5:12इसलिए ही तो मैं इतनी मेहनत
कर रही थी। -
5:12 - 5:16लेकिन उस तस्वीर से वह बिलकुल
पूरी तरह से साबित हुआ, -
5:16 - 5:20जैसे, "हाँ, यह सब मेरे दिमाग में है,
लेकिन अब मुझे पता है कि कहाँ।" -
5:20 - 5:23(हँसते हैं)
-
5:24 - 5:27और मुझे एक हत्यारे की तरह महसूस हुआ
जिसे अपना निशाना पता तह। -
5:27 - 5:30और मुझे उसी को मारना था।
-
5:30 - 5:35तो मैंने सोचा कि
एक इलाज की प्रक्रिया शुरू की जाए -
5:35 - 5:37जिसे "न्यूरोफीडबैक" कहते हैं।
-
5:37 - 5:41मैंने एक पेनीजीन ग्रेसफायर नाम की
औरत के साथ काम किया, -
5:41 - 5:45और उसने मुझे समझाया कि हम
मेरे दिमाग का प्रशिक्षण करेंगे। -
5:45 - 5:46हम किसी चीज़ का ऑपरेशन
नहीं कर रहे थे। -
5:46 - 5:49हम उसका प्रशिक्षण ऐसे कर रहे थे
जैसे किसी मस्पेशियो का करते, -
5:49 - 5:52ताकि वह इतना लचीला और तन्यक बने
-
5:52 - 5:55की वह किसी भी स्तिथि में
सही तरह से अपनी प्रतिक्रिया दे। -
5:55 - 5:59तो जब हम ट्रेडमिल पर होते हैं,
हमें लगता है -
5:59 - 6:01कि हमारा दिल ज़ोर से धड़केगा,
-
6:01 - 6:05और जब हम सोते हैं,
तब वह धीमा हो जाता है। -
6:05 - 6:10वैसे ही, जब मैं एक अच्छे, लम्बे समय वाले,
भावनात्मक, प्यार भरे रिश्ते में होती हूँ, -
6:10 - 6:13मेरे दिमाग के भावनातक भागों को
उसमें हिस्सा लेना चाहिए, -
6:13 - 6:16और जब मैं ऐसे रिश्ते में नहीं होती,
-
6:16 - 6:19उन्हें शांत हो जाना चाहिए।
-
6:21 - 6:25तो वह सिक्के से भी छोटे इलेक्ट्रोड्स
के साथ आई -
6:25 - 6:28जो मेरे हड्डी, बाल और सर से
मस्तिष्क की तरंगों -
6:28 - 6:31की तरफ़ संवेदनशील थे।
-
6:31 - 6:35और जब उन्हें लगा दिया, मैं उसी वक़्त
अपने दिमाग को चलते देख सकती। -
6:37 - 6:39और जब उसने अलग तरीके से उसे दिखाया,
-
6:39 - 6:43मैं देख सकती कि मेरे दिमाग के कौनसे भाग
बहुत तेज़ी से चल रहे हैं, -
6:43 - 6:45जो यहाँ लाल में दिख रहे हैं;
-
6:45 - 6:47जो थोड़े धीमे हैं, नीले रंग वाले;
-
6:47 - 6:50और जो सही बर्ताव की सीमाएँ हैं,
-
6:50 - 6:52हरे रंग वाला ज़ोन, गोल्डीलॉक्स ज़ोन,
-
6:52 - 6:54जिसमें मैं जाना चाहती थी।
-
6:54 - 6:57और हम सिर्फ़ उन हिस्सों को
अकेले देख सकते हैं, -
6:57 - 7:00जो रोमानी विनियमन से
सम्बंधित है -
7:00 - 7:02जो हमने फिशर स्टडी में पाए थे।
-
7:03 - 7:08तो पेनीजीन ने, काफ़ी बार,
-
7:08 - 7:10उन इलेक्ट्रोड्स को मुझपर लगाये ,
-
7:11 - 7:14औ मुझे समझाया कि
मुझे कुछ करने या सोचने की ज़रूरत नहीं है। -
7:14 - 7:16मुझे बस सतर्क
-
7:16 - 7:18और जगे रहकर
-
7:18 - 7:20देखना था।
-
7:22 - 7:26(हार्प और वाईब्राफ़ोन की ध्वनी)
-
7:26 - 7:27तो मैंने वही किया।
-
7:27 - 7:30और जब भी दिमाग एक स्वस्थ सीमा
के अन्दर काम करता, -
7:30 - 7:35हार्प या वाईब्राफ़ोन की ध्वनी आती।
-
7:36 - 7:41और मैं अपने डैड के फ्लैट स्क्रीन टीवी पर
अपने दिमाग को एक गायरो मशीन -
7:41 - 7:42की गति पर घूमता हुआ पाती।
-
7:43 - 7:45जो सामान्य तौर पर नहीं लगता।
-
7:45 - 7:48उसने कहा था की सब सीखना
अचैतन्य होता। -
7:48 - 7:51फिर मैंने दूसरी सीखी हुई
चीज़ों के बारे में सोचा, -
7:51 - 7:53बिना अपने मस्तिष्क को चैतन्य
के साथ उपयोग करके। -
7:53 - 7:54जब आप साइकिल चलते हैं,
-
7:54 - 7:58मुझे यह नहीं पता होता कि
मेरे बाएँ पैर की मासपशियो क्या कर रहे हैं, -
7:58 - 8:02या मेरे पैर का कोई और हिस्सा क्या करता है,
जब मैं बाई ओर हिलने लगती हूँ। -
8:02 - 8:03हमारा शरीर बस सीख जाता है।
-
8:03 - 8:07वैसे ही, पावलोव के कुत्तों को, शायद,
-
8:07 - 8:11प्रोटीन स्ट्रक्चर, या एक बजती हुई घंटी
की तरंगों के बारे में न पता हो, -
8:11 - 8:15लेकिन फिर भी उनकी जीभ से लार निकलती है,
शरीर की सम्बंधित की गई उसकाव से। -
8:16 - 8:17उन सबको ख़तम करने के बाद,
-
8:18 - 8:21मैं डॉ. शेरिल ओलमैन की
ऍफ़एमआरआई मशीन पर गई, -
8:21 - 8:23हमने फिर से प्रक्रिया दोहराई,
-
8:23 - 8:24वाही तसवीरें --
-
8:24 - 8:29एक्स की, कंट्रोल की और,
वैज्ञानिक कारणों के लिए -
8:29 - 8:31शेरिल और उनकी टीम को
पता नहीं था कौन कौन है, -
8:31 - 8:33ताकि वे परिणाम पर
प्रभाव न डालें। -
8:35 - 8:40और फिर जब उन्होंने दूसरे डाटा का
विश्लेषण किया, -
8:40 - 8:41उन्होंने मुझे वह तस्वीर भेजी।
-
8:42 - 8:44उन्होंने कहा,
-
8:44 - 8:46"पहले बन्दे का तुम्हारे ऊपर से प्रभाव
-
8:46 - 8:49अधिकतम रूप से निकल चुका है।
-
8:49 - 8:53यही परिणाम चाहिए था,"
अल्प विराम, हाँ, प्रश्न चिह्न। -
8:53 - 8:55(हँसते हैं)
-
8:56 - 8:58और वही परिणाम चाहिए था।
-
8:58 - 9:02और फिर मैंने खुद समय के साथ
उस चीज़ के बारे में सोचा, -
9:02 - 9:04कि, मुझे कैसा लगा?
-
9:05 - 9:07एक तरह से लगा,
-
9:08 - 9:12की यह वही भावनाएँ थी जो मुझे
बहार से महसूस हो रही थी। -
9:12 - 9:15यह "इटरनल सनशाइन ऑफ़
दी स्पॉटलेस माइंड" नहीं है। -
9:15 - 9:17वह बाँदा कोई अनजान नहीं था।
-
9:17 - 9:24लेकिन मेरे मन में सिर्फ़ प्यार और जलन
और मित्रता और आकर्षण और सम्मान था -
9:24 - 9:28और वह सारी भावनाएँ जो लम्बे समय तक
प्यार में होने के बाद होती हैं। -
9:28 - 9:34लेकिन मुझे लगता था की सारी
अच्छी वाली भावनाएँ ही क्यों आ रही हैं, -
9:35 - 9:39और जो उतनी अच्छी वाली भावनाएँ नहीं थी
-
9:40 - 9:42वह मुझे महसूस नहीं हुई।
-
9:43 - 9:44और यह कोई छोटी सी चीज़ लग रही होगी,
-
9:44 - 9:46ये मेरी भावनाओं का
अलग तरीके से उभारना, -
9:46 - 9:49लेकिन यह मेरे लिए बड़ी चीज़ थी।
-
9:49 - 9:50जैसे, अगर मैं आपको बोलूँ,
-
9:50 - 9:52"मैं आपको बेहोश करने वाली हूँ,
-
9:53 - 9:55और मैं आपका एक दांत निकलने वाली हूँ,
-
9:55 - 9:59आपको फ़र्क पड़ेगा कि मैं उन चीज़ों को
किस क्रम में करती हूँ। -
9:59 - 10:01(हँसते हैं)
-
10:02 - 10:04और मुझे लगा
-
10:04 - 10:09कि मेरे पास यह असामन्य
तात्विक अधिकार था -
10:09 - 10:11प्यार को समझने का।
-
10:12 - 10:16उस लैब ने मुझे मेरे दिमाग की तस्वीर
को 3D प्रिंट करके दिया। -
10:16 - 10:18और मेरा प्यार मेरे हाथ में था।
-
10:19 - 10:20(हँसते हैं)
-
10:20 - 10:22मैंने उसको पीतल रंग का किया
-
10:22 - 10:26और उसका माला बनाके अपने शोस में
मर्च की तरह बेच दिया। -
10:26 - 10:29(हँसते हैं)
-
10:29 - 10:35(तालियाँ)
-
10:36 - 10:39और फिर, मिनियापोलिस में
कुछ दोस्तों की मदद से, -
10:40 - 10:41उनमें से एक बेकी थी,
-
10:41 - 10:44हमने उसका डिस्को बॉल बनाया --
-
10:44 - 10:45(हँसते हैं)
-
10:45 - 10:48जो ऊपर से बड़े शोस में नीचे आता।
-
10:49 - 10:53और मुझे लगा कि मेरे पास प्यार को
समझने का एक अच्छा मौका मिला -
10:53 - 10:57जो अनिवार्य भाग हैं वे भी।
-
10:57 - 11:01यह एक तस्वीरों में दिखने वाला दिल नहीं है।
-
11:01 - 11:03यह शारीरिक, प्रणालीगत,
-
11:03 - 11:08खोपड़ी के किसी भाग में दफ़न
भेड़ के अजीब सींग हैं, -
11:08 - 11:10और जब वह प्यारा लड़का आता है,
-
11:10 - 11:12वह चमक उठता है,
-
11:12 - 11:15और अगर वह भी आपको पसंद करता है,
और आप एक दूसरे को खुश करते हो, -
11:15 - 11:17और फिर आप साथ रहते हैं।
-
11:17 - 11:18और अगर वह पसंद नहीं करता,
-
11:18 - 11:20तो आप एक दिमागी वैज्ञानिकों का
समूह इकठ्ठा करते हैं -
11:20 - 11:22ताकि वह भावनाएँ चली जाएँ।
-
11:22 - 11:24(हँसते हैं)
-
11:24 - 11:25धन्यवाद।
-
11:25 - 11:27(तालियाँ)
- Title:
- क्या हम प्यार की भावना से निकल सकते हैं?
- Speaker:
- डेसा
- Description:
-
दिल टूटने के बाद उससे कैसे उभरें? रैपर और लेखिका डेसा हेलेन फ़िशर की प्यार में होने वाले दिमागों के बारे में TED टॉक देखकर एक असामान्य समाधान के साथ आई। इस रोमांचक और मज़ाकिया टॉक में वे बताती हैं कि कैसे उन्होंने एक न्यूरोसाइंटिस्ट के साथ अपने पुराने प्रेमी के साथ प्यार से निकलने के लिए अपने दिमाग पर काम किया -- और फिर उस प्रक्रिया में उन्होंने कैसे रोमांस को समझा।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 11:40
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