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स्वागत है
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COVID का वैक्सीन लगाने का फायदा आधे से
ज़्यादा कैनेडियंस को नहीं समझाना पड़ेगा
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एक बार वह आ जाये
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लेकिन, जैसा आपने सुना होगा,
बोहोत लोगों के पास कुछ प्रश्न हैं
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तोह हमे कुछ जवाब देने के लिये,
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डॉक कोरा कॉन्स्टेंटिनस्कु,
एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ,
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जो अल्बर्टा चिल्ड्रेन्स अस्पताल, कैलगरी के
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संकोच क्लिनिक में काम करती हैं
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डॉक्टर मुझे आपके इस जगह के बारे में
कोई ज्ञान भि नही था
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आपका उल्लेख कैसे लोगों को किया जाता है ?
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हम एक सुर्यवस्थित प्रक्रिया में
आ चुके हैं
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और चिकित्सक समुदाय तक पहुचकर
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उन्हें बताया है कि हम यहा मौजूद हैं
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उन्कि मदद करने के लिए जैसे-जैसे
वह हमारी तरफ मजदूरों को भेजते रहे
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क्या आपका काम लोगों को वैक्सीन
लगवाने के लिए मना लेने का है ?
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मै यह देखती हू कि मेरा काम
लोगों कि मदद करने का है
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जब वोह वैक्सीन लगवाने का
फैसला कर रहे हों
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यह बात-चीत कैसी होती है?
आप शुरू कहा से करती हैं ?
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मै हमेशा खुद को ध्यान दिलाती हूँ
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कि हर वैक्सीन संदेश नियुक्ति के दिल मे
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हर माता-पिता यह कोशिश कर रहा है कि
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वह अपने और अपने परिवार के लिये सबसे
सही फैसला ले
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और इस्मे बहुत साहस लगती है
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क्यों की वह बहुत सारे झूटी खबरों के डर
के साथ मुकाबला कर रहे होते है
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जिनकी वजह से वैक्सीन पर भरोसे कि कमी है
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तोह हम हर परिवार के साथ बहुत समय बिताकर
भरोसा और संबंध बनाते हैं,
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उनको समझते हैं ताकी ताकी हम वैक्सीन
लगवाने के वार्तालाप को
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वैयक्तिकृत कर सके ताकी हम उन तक वैक्सीन
का सन्देश भेज पाये
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फिर हम सार्वजनिक स्वास्थ्य के साथ
काम करते हैं
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जहां वह वैक्सीन लगाते हैं
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यह बहुत विचित्र की बात है कि आप ने कहा कि
लोगों में वैक्सीन पर ज़्यादा भरोसा नहीं है
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आप प्रांतीय सरकार, एक स्थनीय सरकार
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या फिर संघीय सरकार को लोगों में
वैक्सीन पर भरोसा लाने के लिए
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कैसे सलाह देंगी?
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मै सोचती हूँ कि जब हम
भरोसे के बारे में सोचते हैं,
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हमे व्यक्तिगत स्तर और जनसंख्या स्तर
में सोचना होता है
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और व्यक्तिगत स्तर मे
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यह इस विचार मे वापस जाते है कि
इसे परिप्रेक्ष्य मे रखा जाये
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और वैक्सीन के फायदों कोसमझे
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और बिमारी का हम सब पर खतरा समझे
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तोह, जैसे जब यह बात COVID पर आती है,
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मै सबको प्रोत्साहित करती हूँ कि वह
इस सार्वभौमिक महामारी के बारे मे सोचे ,
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उन्होंने COVID के लिए क्या किया,
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और यह वाइरस उन्से क्या ले गया
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कुछ लोगों ने अपने
प्रियजनों को खोया है,
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सामाजिक संपर्क खोया है, बच्चों को
विद्यालय छोड़ने का योग्यता खोया है,
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हम सब पर लागत है
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और इस वजह से हम सबके लिए
कोई फायदा है
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फिर हम सबको बस जाकर
वैक्सीन लेना है
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ताकी हम दिखा सके कि हम सब
इसमे साथ हैं
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फिर जब हम जनसंख्या स्तर मे
पहुचते हैं,
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भरोसा बनाना बहुत महत्वपूर्ण है
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और यह एक मुश्किल काम है
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क्युकी आपको मानव व्यवहार की जटिलताएँ
को ध्यान मे रखना होगा
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ख़ास तौर पर COVID-19,
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और यह काम हमारे स्वास्थ्य देखभाल संस्थान
अकेले नही कर सकते
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मे नही चाहता कि यह एक कठोर
सवाल कि तरह आये,
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पर, आपको कैसे पता कि जो आप करते हों,
वह काम करता है?
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क्योंकि आप तोह वैक्सीन्स नही लगा रही हैं
न लोगों पर ?
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क्या आप अपनी सफलता की दर
को ट्रैक करते हैं?
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इसके आधार पर हम इसे कैसे देखते हैं
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यह ५० से ६५ % मे कही भी हो सकता है कि
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मरीज़ वैक्सीन लगवा ले
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एक बार हमारे क्लिनिक से हो आए
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और इस वैक्सीन संदेश दुनिया में यह
एक बहुत बड़ी सफलता है
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यह वार्तालाप बहुत ही दिलचस्प थी
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डॉक कॉन्स्टेंटिनस्कु, आपके समय के लिए
बहुत धन्यवाद
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यहाँ आना बहुत ख़ुशी की बात थी,
मुझे पाने के लिए बहुत धन्यवाद