हम पलायन गगनचुंबी इमारतें जलवायु परिवर्तन और ये सब ऐसी दुनिया में जहाँ पे जनसंख्या अभी भी बढ़ रही है । क्या ये चिंता का विषय है ? क्या ये भय का विषय है ? पर आज हम देखेंगे मेरा नाम हैंज़ रॉज़लिंग है, मैं एक सांख्यिकीविद् हूँ जो मैं आपको बताऊंगा कि विश्व जनसँख्या कैसे बदल रही है ये निस्संदेह बड़ी चुनौती है बच्चे कुदरत की देन क्या वो सही हैं ? मिस्र, चीन, भारत और ? यूरोप दुनिया की आधा से ज्यादा जनसंख्या मेरे जीवनकाल में जुड़ी है। जैसे कि बांग्लादेश में … जहाँ की जनसंख्या मेरे जीवनकाल में तिगुनी हो गयी है। पर एक नया बांग्लादेश जैसे कि खान परिवार। माँ तस्लीमा, ये गोलियां हैं