WEBVTT 00:00:01.254 --> 00:00:03.912 आप एक ट्रॉमा सर्जन हैं, 00:00:03.936 --> 00:00:07.334 जो शहर के आपातकालीन सेवा में आधी रात की शिफ्ट पर काम करते है। 00:00:08.109 --> 00:00:10.204 एक नौजवान को आपके सामने लाया जाता है, 00:00:10.228 --> 00:00:12.418 जो की स्ट्रेचर पे बेहोश पड़ा है 00:00:12.442 --> 00:00:15.488 उसे पैर पर गोली लगी है और बहुत खून बह रहा है। 00:00:15.925 --> 00:00:17.822 बहरी और भीतरी घाव को देख कर 00:00:17.846 --> 00:00:19.656 और रक्तस्राव की मात्रा को देखकर 00:00:19.680 --> 00:00:22.053 ये लग रहा है की गोली पैर की धमनी 00:00:22.077 --> 00:00:24.736 जो शरीर की सबसे बड़ी धमनियों में से एक को काट चुकी है। 00:00:24.756 --> 00:00:27.998 उस नौजवान के डॉक्टर होने के नाते आपका क्या करना सही होगा ? 00:00:28.022 --> 00:00:31.114 या ये कहा जाये, आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए ? NOTE Paragraph 00:00:32.169 --> 00:00:35.621 आप गौर करते हैं की उस जवान लड़के ने फ़टे पुराने कपडे पहने हुए हैं। 00:00:35.645 --> 00:00:37.423 वो बेरोज़गार , बेघर या काम पढ़ा लिखा 00:00:37.447 --> 00:00:39.447 हो सकता है। 00:00:40.015 --> 00:00:42.658 तो क्या आप उसका इलाज उसे एक नौकरी दिलवाकर 00:00:42.682 --> 00:00:43.944 एक फ्लैट दिलवाकर या 00:00:43.968 --> 00:00:45.968 उसे GED प्राप्त करने में मदत देकर करेंगे ? 00:00:46.856 --> 00:00:48.038 दूसरी तरफ , 00:00:48.062 --> 00:00:50.777 ये इंसान किसी झगडे में शामिल हुआ है और 00:00:50.801 --> 00:00:52.045 शायद खतरनाक हो सकता है। 00:00:52.069 --> 00:00:53.696 उसके होश में आने से पहले 00:00:53.720 --> 00:00:55.379 क्या आप उसे ज़ंजीर से बाँध देंगे 00:00:55.403 --> 00:00:58.299 और अस्पताल को खबर देकर क्या 911 को फ़ोन करेंगे ? 00:00:59.868 --> 00:01:02.661 हम में से ज़्यादातर इनमे से कोई भी काम नहीं करेंगे। 00:01:02.685 --> 00:01:05.407 इसके बजाये हम सिर्फ समझदारी और इंसानियत 00:01:05.431 --> 00:01:08.147 भरा कदम उठाएंगे। 00:01:08.753 --> 00:01:11.253 सबसे पहले खून का बहना रोकेंगे। 00:01:11.277 --> 00:01:13.380 क्यूंकि जब तक खून बहना नहीं रुकता तब तक 00:01:13.404 --> 00:01:15.555 और कुछ भी मायने नहीं रखता। NOTE Paragraph 00:01:16.957 --> 00:01:20.576 जो कदम आपातकालीन सेवा में सही हैं वो दुनिया के बाकी सारे शहरों में भी है 00:01:20.949 --> 00:01:26.164 जब बात शहरी हिंसा की होती है , सबसे पहली प्राथमिकता होती है जानें बचाना 00:01:26.188 --> 00:01:28.546 उस हिंसा का उसी तात्कालिकता के साथ इलाज 00:01:28.570 --> 00:01:31.410 करना, जिस तरह एक गोली की चोट का इलाज किया जाएगा एक ER में। 00:01:32.137 --> 00:01:35.700 "शहरी हिंसा" कहते वक़्त हम किस बारे बात कर रहे हैं ? 00:01:36.217 --> 00:01:39.633 शहरी हिंसा वह घातक हिंसा या घातक होने की क्षमता रखने वाली हिंसा है 00:01:39.633 --> 00:01:41.633 जो की हमारी सड़कों पर देखने को मिलता है 00:01:41.633 --> 00:01:43.093 इसके कई और नाम हैं : 00:01:43.117 --> 00:01:45.201 सड़क हिंसा, युवा हिंसा 00:01:45.225 --> 00:01:47.225 गिरोह हिंसा, बन्दूक हिंसा 00:01:48.019 --> 00:01:49.796 शहरी हिंसा हम में से सबसे वंचित 00:01:49.820 --> 00:01:53.744 और समाज से बेदखल किये गए लोगो के साथ होता है 00:01:53.768 --> 00:01:55.364 इनमे ज़्यादातर जवान लड़के होते हैं, 00:01:55.388 --> 00:01:57.633 जिनके पास ज़्यादा विकल्प या आशा नहीं होती। NOTE Paragraph 00:01:59.328 --> 00:02:02.368 मैंने ऐसे सैकड़ों नौजवानो के साथ कई घंटे बिताये हैं 00:02:02.392 --> 00:02:04.976 मैंने उन्हें वाशिंगटन डी सी के विद्यालय में पढ़ाया था 00:02:05.000 --> 00:02:07.077 जहाँ मेरे एक छात्र की हत्या की गयी 00:02:07.101 --> 00:02:09.896 मैं न्यू यॉर्क शहर के कटघरों में खड़ा हुआ हूँ, 00:02:09.920 --> 00:02:11.626 जहाँ मैंने एक प्प्रॉसिक्यूटर का पर काम किया 00:02:12.087 --> 00:02:13.269 और आखिरकार, 00:02:13.293 --> 00:02:17.109 मैं एक शहर से दुसरे शहर एक नीति निर्माता और शोधकर्ता के तौर पर घूमा हूँ जहाँ 00:02:17.133 --> 00:02:18.617 जहाँ मैं इन नौजवानो से मिला और 00:02:18.641 --> 00:02:21.964 इनके साथ अपने समाज को सुरक्षित बनाने के तरीकों पर बात चीत की 00:02:24.923 --> 00:02:26.925 हमे इन नौजवानो की चिंता क्यों करनी चाहिए ? 00:02:27.942 --> 00:02:29.942 शहरी हिंसा क्यों मायने रखती है ? NOTE Paragraph 00:02:30.791 --> 00:02:32.165 शहरी हिंसा मायने रखती है, 00:02:32.189 --> 00:02:35.236 क्यूंकि अमेरिका में किसी भी शहरी हिंसा किसी भी दुसरे प्रकार के 00:02:35.260 --> 00:02:37.716 हिंसा से ज़्यादा जानें लेता है। 00:02:38.598 --> 00:02:39.899 शहरी हिंसा इसलिए भी मायने 00:02:39.923 --> 00:02:42.526 रखती है क्यूंकि हम इसके बारे कुछ करने क ताकत रखते हैं. 00:02:42.868 --> 00:02:45.864 इसे काबू करना नामुमकिन नहीं है जैसा की 00:02:45.888 --> 00:02:47.700 काफी लोगों का मानना है। 00:02:48.084 --> 00:02:51.592 दरसल , इसके लिए आज ऐसे कई तरह के उपाय मौजूद हैं जो की 00:02:51.616 --> 00:02:53.410 असरदार साबित हुए हैं। 00:02:53.879 --> 00:02:58.058 और इन सभी उपायों में एक सामान सामग्री है 00:02:58.514 --> 00:03:02.033 ये सब इस बात को मानते हैं की शहरी हिंसा 00:03:02.490 --> 00:03:04.451 चिपचिपी है यानी की ये लोगों और जगहों 00:03:04.475 --> 00:03:08.299 में छोटे समूह बनती है NOTE Paragraph 00:03:08.967 --> 00:03:10.637 उद्धरण के लिए न्यू ओर्लांस में , 00:03:10.661 --> 00:03:13.199 700 से भी कम लोगों के एक संजाल का 00:03:13.223 --> 00:03:16.620 शहर के ज़्यादातर हिंसक घटनाओं में हाथ है। 00:03:16.644 --> 00:03:19.233 कुछ इन लोगों को "हॉट पीपल" कहते हैं। 00:03:19.807 --> 00:03:20.982 यहाँ बोस्टन में , 00:03:21.006 --> 00:03:22.356 70 प्रतिशत शूटिंग्स , 00:03:22.380 --> 00:03:26.942 शहर के सिर्फ 5 प्रतिशत ब्लॉकों और कोनों में केंद्रित है। 00:03:27.688 --> 00:03:30.648 इन जगहों को अक्सर "हॉट स्पॉट्स" के नाम से जाना जाता है। 00:03:31.292 --> 00:03:32.834 हर शहर में, ज़्यादातर होने वाली 00:03:32.858 --> 00:03:35.831 घातक हिंसा के लिए यही 00:03:35.855 --> 00:03:38.701 हॉट पीपल और हॉट स्पॉट्स ज़िम्मेदार होते हैं 00:03:39.169 --> 00:03:42.479 यहाँ तक की, ये खोज इतनी बार दोहराया जा चुका है 00:03:42.503 --> 00:03:46.876 की शोधकर्ता इस घटना को लॉ ऑफ़ क्राइम कंसंट्रेशन का नाम दे चुके हैं। NOTE Paragraph 00:03:47.365 --> 00:03:52.000 जब हम इसके पीछे के विज्ञान को समझते हैं तब पाते हैं की स्टिकी सोलूशन्स सबसे कारगर हैं 00:03:52.539 --> 00:03:54.444 सीधे शब्दों में कहें तो, 00:03:54.468 --> 00:03:57.995 आप शूटिंग्स तब तक नहीं रोक सकते जब तक आप शूटर्स के बारे कुछ नहीं कर लेते 00:03:58.577 --> 00:04:02.482 और आप तब तक हत्यायों को नहीं रोक सकते जब तक आप वहां नहीं जाते लोगों की हत्या हुई है NOTE Paragraph 00:04:03.522 --> 00:04:04.697 चार साल पहले 00:04:04.721 --> 00:04:07.355 मैंने और मेरे सहकर्मियों ने अहिंसक रणनीतियों पर एक 00:04:07.379 --> 00:04:09.225 व्यवस्थित मेटा-रिव्यु किया था, 00:04:09.249 --> 00:04:15.177 जिसमे 1400 से ज़्यादा व्यक्तिगत प्रभाव के मूल्यांकन के नतीजों का सारांश निकाला गया 00:04:15.717 --> 00:04:17.993 हमनें बार बार यही पाया की जो राणीनित्यां 00:04:18.017 --> 00:04:20.636 सबसे ज़्यादा केंद्रित, 00:04:20.660 --> 00:04:22.001 सबसे ज़्यादा लक्षित, 00:04:22.025 --> 00:04:23.993 और सबसे स्टिकी थीं वे 00:04:24.017 --> 00:04:25.533 सबसे कारगर रहीं 00:04:25.927 --> 00:04:27.276 हमने इससे अपराध विज्ञान 00:04:27.300 --> 00:04:30.831 पोलिसिंग के अध्ययन, गिरोह निवारण और उसकी उसकी पुनः जांच में भी देखा, 00:04:31.177 --> 00:04:33.749 लेकिन हमनें इसे लोक स्वास्थय में भी देखा, 00:04:33.773 --> 00:04:36.870 जहाँ तृतीया और द्वितीय 00:04:36.894 --> 00:04:40.367 ने सामान्य मुख्य निवारण से ज़्यादा अच्छा प्रदशन दिखाया। 00:04:41.150 --> 00:04:44.801 जब नीति निर्माता सबसे खतरनाक लोगों और जगहों पे ध्यान देते हैं। 00:04:44.825 --> 00:04:46.705 तब उन्हें बेहतर परिणाम मिलते हैं NOTE Paragraph 00:04:48.046 --> 00:04:51.624 हो सकता है आप पूछें प्रतिस्थापन और विस्थापन के बारे क्या 00:04:52.466 --> 00:04:54.998 खोज दिखता है की जब ड्रग डीलरों को जेल में डाल दिया जाता है 00:04:55.022 --> 00:04:58.617 तब नए डीलर्स पुराने डीलर्स की जगह ले लेते हैं, 00:04:59.165 --> 00:05:02.536 कुछ को इस बात की चिंता होती है की जब पुलिस उनकी कुछ ख़ास जगहों पर 00:05:02.560 --> 00:05:04.226 ज़्यादा ध्यान देती है तब, 00:05:04.250 --> 00:05:06.733 अपराध उन जगहों से निकलकर सड़कों पे आ जायेगा 00:05:07.496 --> 00:05:11.723 सौभागय से हमे पता है की स्तिक्किनेस्स की घटना के कारण 00:05:11.747 --> 00:05:16.131 इन स्टिकी रणनीतियों से जुड़े हुए , प्रतिस्थापन और विस्थापन के प्रभाव 00:05:16.155 --> 00:05:17.467 न के बराबर हैं , 00:05:17.870 --> 00:05:21.193 एक शूटर बनने के लिए जीवन भर के ट्रॉमा की ज़रुरत होती है 00:05:21.217 --> 00:05:24.407 स्पॉट बनाने के लिए दशकों का विनिवेश। 00:05:24.780 --> 00:05:28.105 तो ये लोग और जगह इतनी आसानी से इधर उधर नहीं होते NOTE Paragraph 00:05:31.582 --> 00:05:33.114 तो मूल कारणों के बारे क्या ? 00:05:33.519 --> 00:05:37.228 क्या गरीबी या असमानता या अवसरों की कमी के बारे कुछ करना हिंसा को हटाने का 00:05:37.252 --> 00:05:39.252 का सबसे अच्छा उपाय नहीं होगा ? 00:05:39.768 --> 00:05:41.323 विज्ञानं के अनुसार इसका जवाब 00:05:41.347 --> 00:05:42.649 दोनों हाँ और न है , 00:05:42.673 --> 00:05:46.455 हाँ, क्यूंकि हिंसा के ऊंचे दर स्पष्ट रूप से 00:05:46.479 --> 00:05:49.653 सामाजिक और आर्थिक नुक़्सानो से जुड़ा हुआ है 00:05:49.677 --> 00:05:51.883 लेकिन चूंकि इन चीज़ों में बदलाव 00:05:51.907 --> 00:05:54.783 लाने से ये ज़रूरी नहीं है की ये हिंसा में भी बदलाव आएं 00:05:54.807 --> 00:05:56.553 खासकर छोटी दौड़ में तो बिलकुल भी नहीं 00:05:57.188 --> 00:05:59.114 गरीबी के उधार को मान कर चलिए, 00:05:59.138 --> 00:06:02.796 गरीबी के ऊपर जीत हासिल करने में कई दशक लग जाएंगे , 00:06:02.820 --> 00:06:06.967 जबकि गरीबों को हिंसा से छुटकारा अभी मिलना चाहिये और ये उनका हक़ भी है 00:06:07.339 --> 00:06:10.664 साथ ही मूल वजहें स्तिक्किनेस्स की घटना को नहीं समझा सकती 00:06:10.974 --> 00:06:13.026 अगर गरीबी हमेशा हिंसा को बढ़ावा देती तो 00:06:13.050 --> 00:06:16.193 हमें सारे गरीब लोगों में हिंसा दिखाई देनी चाहिए। 00:06:16.534 --> 00:06:18.000 लेकिन हमें ऐसा नहीं दिखता। NOTE Paragraph 00:06:18.471 --> 00:06:23.561 बल्कि, हम अनुभव से पाते हैं की गरीबी के केंद्रित होने के 00:06:23.585 --> 00:06:25.823 साथ ही अपराध भी केंद्रित होता चला जाता है 00:06:25.847 --> 00:06:28.251 और हिंसा सबसे ज़्यादा केंद्रित होती है। 00:06:29.085 --> 00:06:31.367 इसलिए स्टिकी सोल्यूशन्स कारगर हैं। 00:06:31.947 --> 00:06:35.256 ये इसलिए कारगर हैं क्यूंकि ये पहले ज़्यादा ज़रूरी चीज़ें करते हैं। 00:06:35.812 --> 00:06:37.003 और ये ज़रूरी है , 00:06:37.027 --> 00:06:39.387 क्यूंकि चाहे हिंसा एक तरफ गरीबी को बढ़ावा देती हो 00:06:39.411 --> 00:06:43.632 सबूत ये दिखाते हैं की हिंसा गरीबी को बढ़ावा देती है। NOTE Paragraph 00:06:44.585 --> 00:06:46.233 एक उदाहरण इस बात को समझा सकता है , 00:06:46.257 --> 00:06:48.582 जैसा की समाजशास्त्री पैट्रिक शार्के ने 00:06:48.606 --> 00:06:50.455 पाया, की जब गरीब बच्चों को 00:06:50.479 --> 00:06:54.612 हिंसा देखनीपड़ती है. 00:06:54.636 --> 00:06:55.898 वे बहूत घबरा जाते . 00:06:55.922 --> 00:06:58.644 इससे उनकी नींद , व्यावहारिक जीवन, सोचने 00:06:58.668 --> 00:07:01.842 समझने , और सीखने की क्षमता पर असर होता है 00:07:02.387 --> 00:07:04.323 और अगर गरीब बच्चे सीख न पाएं तो वे 00:07:04.347 --> 00:07:06.220 स्कूल में अच्छे नतीजे नहीं दे पाएंगे। 00:07:06.244 --> 00:07:11.006 और इससे आगे चलकर उनकी कमाई पे असर होता है जो कि उनकी गरीबी से दूर होने का 00:07:11.030 --> 00:07:12.900 एक ज़रिया है। NOTE Paragraph 00:07:13.371 --> 00:07:16.054 दुर्भाग्य से, अर्थशास्त्री राज शेट्टी की 00:07:16.078 --> 00:07:18.220 ऐतिहासिक अध्ययन की श्रृंख्ला में पाया 00:07:18.244 --> 00:07:20.244 गया की हमने हर समय यही होते हुए देखा है। 00:07:20.839 --> 00:07:24.871 गरीब बच्चे जिन्हे बचपन में हिंसा का सामना करना पड़ता है उनकी आय की गतिशीलता उन 00:07:24.895 --> 00:07:26.895 से कम होती है जो शांत माहौल में बड़े हुए। 00:07:27.553 --> 00:07:30.947 हिंसा बच्चों को गरीबी के चपेट से निकलने नहीं देती है। 00:07:31.273 --> 00:07:36.550 इसी लिए ये ज़रूरी है की हम शहरी हिंसा के बारे में कुछ करें। 00:07:36.574 --> 00:07:38.574 चलिए दो उदाहरणों पर गौर करें। NOTE Paragraph 00:07:39.087 --> 00:07:41.849 यहाँ बोस्टन में , 1990 के आस पास 00:07:41.873 --> 00:07:44.325 पुलिस और समाज के लोगों के बीच एक साझेदारी 00:07:44.349 --> 00:07:48.410 की वजह से युवा हत्याओं में कमाल की 63 प्रतिशत की कमी पायी गयी। 00:07:48.434 --> 00:07:50.815 ओकलैंड में भी उसी रणनीति की वजह से 00:07:50.839 --> 00:07:54.529 बन्दूक से होनेवाले गैर जानलेवा हमलो में 55 प्रतिशत कमी हुई। 00:07:54.919 --> 00:07:58.576 सिनसिनाटी, इंडिआनापलिस, एवं नई हैवन में 00:07:58.600 --> 00:08:01.028 ऐसी घटनाओं में एक तिहाई की कटौती हुई। 00:08:01.496 --> 00:08:03.394 सीधे तरीके से कहा जाये तो ये रणनीति बस 00:08:03.418 --> 00:08:07.926 लोगों को पहचानने में मदद करती है जो की या तो किसी और को गोली मार सकते हैं या तो खुद 00:08:07.950 --> 00:08:09.410 उसका शिकार बन सकते हैं 00:08:09.434 --> 00:08:11.693 और फिर उन्हें सहानुभूति और जवाबदेही का दोहरा 00:08:11.717 --> 00:08:13.717 सन्देश देती है। 00:08:14.431 --> 00:08:16.875 " हमें पता है की तुम गोली चला रहे हो ये सब रुक 00:08:17.217 --> 00:08:18.633 जाना चाहिए। 00:08:19.034 --> 00:08:21.034 अगर तुम चाहो तो हम तुम्हारी मदद कर सकते 00:08:21.574 --> 00:08:23.748 है ,हम तुम्हे ये सब करने से रोक सकते हैं " 00:08:24.550 --> 00:08:27.788 जो बदलना चाहते हैं उन्हें सेवाएं और समर्थन प्रदान किया जाता है। 00:08:28.746 --> 00:08:30.747 जो अपना हिंसक बर्ताव जारी रखना चाहते हैं 00:08:30.771 --> 00:08:34.023 उनपर कानून के माध्यम से न्याय के लिए करवाई होती है। NOTE Paragraph 00:08:34.864 --> 00:08:39.585 शिकागो में , एक दुसरा प्रोग्राम कॉग्निटिव बहवोरिअल थेरेपी का इस्तेमाल 00:08:39.609 --> 00:08:41.323 करता है युवाओं को मुश्किल विचारों 00:08:41.347 --> 00:08:43.617 और संवेदनाओं का सामना करने में मदद करता 00:08:43.641 --> 00:08:47.220 है उन्हें झगडे काम और नहीं करना सीखाकर। 00:08:47.244 --> 00:08:50.443 इस प्रोग्राम ने हिंसक जुर्म की गिरफ़्तारी को 50 प्रतिशत घटाने में 00:08:50.467 --> 00:08:51.895 सफलता हासिल की। 00:08:51.919 --> 00:08:54.506 ऐसी रणनीतियों के इस्तेमाल से किसी के फिर से अपराध 00:08:54.530 --> 00:08:56.530 करने जैसी घटनाएं 50 प्रतिशत घट गयी। 00:08:57.236 --> 00:08:59.283 अब शिकागो ने एक नयी प्रयास की है जिसमे 00:08:59.307 --> 00:09:00.743 वही तकनीकों का इस्तेमाल किया 00:09:00.767 --> 00:09:03.434 गया है उनके लिए जो बन्दूक हिंसा के ज़्यादा जोखिम मे है 00:09:03.458 --> 00:09:06.100 और यह प्रोग्राम हमें काफी अच्छे नतीजे दिखा रहा है। 00:09:07.169 --> 00:09:08.876 साथ ही, 00:09:08.900 --> 00:09:11.847 चूंकि ये रणनीतियां इतनी केंद्रित, और लक्षित हैं, इनपे हमें 00:09:11.871 --> 00:09:14.259 ज़्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ता है। और ये उन कानूनों 00:09:14.561 --> 00:09:17.474 के साथ काम करती हैं जो की पहले से ही किताबों में दर्ज हैं। NOTE Paragraph 00:09:18.550 --> 00:09:20.333 तो ये थी अच्छी खबर। 00:09:20.947 --> 00:09:23.161 हम अपने शहरों में शान्ति ला सकते हैं, 00:09:23.185 --> 00:09:24.526 अभी, 00:09:24.550 --> 00:09:26.355 बिना ज़्यादा खर्च किये 00:09:26.379 --> 00:09:28.148 और बिना किन्ही नए कानूनों के. 00:09:30.411 --> 00:09:32.411 तो ये अब हुआ क्यों नहीं है ? 00:09:32.934 --> 00:09:36.459 क्यों अब तक ये उपाय सिर्फ कुछ ही छोटे शहरों में अपने गए हैं ? 00:09:36.483 --> 00:09:39.656 क्यों य इतने कारगर होने के बावजूद सहयोग पाने के लिए इतने मुश्किलों 00:09:39.680 --> 00:09:41.378 का सामना करते हैं ? 00:09:42.133 --> 00:09:43.831 एक बुरी खबर भी है। 00:09:43.855 --> 00:09:47.395 सच्चाई ये है की हमनें स्टिकी घटनाओं को अच्छी तरह आयोजित में 00:09:47.419 --> 00:09:49.558 अपना पूरा ज़ोर नहि लगाया है। NOTE Paragraph 00:09:50.249 --> 00:09:53.344 इस बात के तीन मुख्या कारन हैं की क्यों हम शहरी हिंसा को काम करने 00:09:53.368 --> 00:09:55.400 के मामले में सबूतों पर ध्यान नहीं देते। 00:09:55.424 --> 00:09:57.553 सबसे पहले, जैसा की आप समझ ही गए होंगे 00:09:57.577 --> 00:09:58.933 है राजनीती। 00:09:59.799 --> 00:10:04.045 ज़्यादातर स्टिकी उपाय किसी एक या किसी दुसरे राजनीतिक मंच के अनुरूप नहीं होता है 00:10:04.395 --> 00:10:08.041 बल्कि ये गाजर और लाठी दोनों का प्रस्ताव करते हैं, 00:10:08.065 --> 00:10:10.955 इलाज के वादे और गिरफ़्तारी के वादे के साथ, स्थान आधारित निवेश 00:10:10.979 --> 00:10:13.933 और हॉट स्पॉट नीति का आयोग करते हैं। 00:10:14.487 --> 00:10:16.087 दुसरे शब्दों में 00:10:16.111 --> 00:10:19.261 ये उपाय दोनों एक ही समय पे 00:10:19.285 --> 00:10:20.825 नरम एवं सख्त हैं। 00:10:21.509 --> 00:10:23.117 क्यूंकि ये दोनों एक साथ अच्छे से 00:10:23.141 --> 00:10:27.188 मेल नहीं खाते क्यूंकि राजनेता पूरा समय सिर्फ लेफ्ट और राइट के बारे बातें करते हैं 00:10:27.212 --> 00:10:31.491 वे कभी इन विचारों की तरफ कदम नहीं उठाएंगे चाहे उन्हें कितना भी शिक्षित किया जाए या 00:10:31.515 --> 00:10:33.339 दबाव डाला जाए। 00:10:33.950 --> 00:10:35.125 ये आसान नहीं होगा लेकिन, 00:10:35.149 --> 00:10:37.672 के प्रति राजनीति को डाल सकते हैं हिंसा को एक जीती 00:10:37.696 --> 00:10:42.114 जा सकने वाली बहस नहीं बल्कि एक हल की जाने 00:10:42.138 --> 00:10:44.502 वाली एक समस्या के रूप में देखकर 00:10:44.900 --> 00:10:47.455 हमें विचारधारा के बजाये सबूतों का इस्तेमाल करना चाहिए 00:10:47.479 --> 00:10:49.843 ये देखने के लिए की हमारे लिए क्या अच्छा होगा। NOTE Paragraph 00:10:50.987 --> 00:10:53.693 दूसरी वजह की क्यों हम सबूतों पर ध्यान नहीं देते हैं 00:10:53.717 --> 00:10:57.098 है इन उपायों का जटिल स्वाभाव। 00:10:57.122 --> 00:10:58.614 यहां एक व्यंग्य है। 00:10:59.030 --> 00:11:01.815 हिंसा को रोकने के सबसे आसान तरीके कौन से हैं ? 00:11:02.712 --> 00:11:03.950 ज़्यादा पुलिस कर्मी। 00:11:04.268 --> 00:11:05.586 ज़्यादा नौकरियां। 00:11:05.610 --> 00:11:07.014 कम बंदूकें। 00:11:08.498 --> 00:11:09.855 कहना तो आसान हैं 00:11:09.879 --> 00:11:12.506 लेकिन करना मुश्किल। 00:11:12.530 --> 00:11:13.744 दूसरी तरफ , 00:11:13.768 --> 00:11:17.022 शोध से पाए गए उपायों को समझाना मुश्किल है 00:11:17.046 --> 00:11:18.800 लेकिन उनके नतीजे बेहतर होते हैं। 00:11:19.504 --> 00:11:21.766 अभी हमारे पास बहुत सारे प्रोफेसर हैं 00:11:21.790 --> 00:11:24.155 जो हिंसा के बारे अकादमिक जौर्नलों मे लिख रहे हैं 00:11:24.179 --> 00:11:27.313 और ऐसे बोहोत लोग हैं जो की हमें सड़कों पे सुरक्षित रखते हैं। 00:11:27.680 --> 00:11:28.839 लेकिन हमारे पास संचार 00:11:28.863 --> 00:11:31.291 की कमी है। 00:11:31.315 --> 00:11:34.553 हमारी शोध और कामों में एक मज़बूत कड़ी नहीं है। 00:11:35.688 --> 00:11:38.122 और जब भी कोई शोध असल में काम करती है , तब वह कड़ी 00:11:38.146 --> 00:11:40.050 सिर्फ एक संयोग नहीं होती है। 00:11:40.074 --> 00:11:42.828 ये सिर्फ तभी मुमकिन हो पता है जब कोई समय 00:11:42.852 --> 00:11:45.177 निकलकर ध्यान से उस शोध का मतलब समझाता है। 00:11:45.201 --> 00:11:46.379 की ये क्यों ज़रूरी है 00:11:46.403 --> 00:11:49.132 और ये कैसे एक जगत में बदलाव ला सकती है। 00:11:49.974 --> 00:11:52.220 हम शोध करने में काफी वक़्त ज़ाया करते हैं 00:11:52.244 --> 00:11:55.752 लेकिन उसे छोटे हिस्सों में बांटें में नहीं 00:11:55.776 --> 00:11:59.712 ताकि एक व्यस्त पुलिस कर्मी या समाज सेवक उसे आसानी से समझ सके। NOTE Paragraph 00:12:02.749 --> 00:12:05.090 ये मानना मुहकिल हो सकता है लेकिन जाती 00:12:05.114 --> 00:12:07.876 तीसरी वजह है जिसकी वजह से हिंसा कम करने के 00:12:07.900 --> 00:12:11.429 लिए ज़्यादा काम नहीं हो पाए हैं। 00:12:12.795 --> 00:12:16.414 शहरी हिंसा गरीब काले समुदायों में ज़्यादातर पायी जाती है। 00:12:17.152 --> 00:12:20.807 इस वजह से जो उन समुदायों में नहीं रहते वे इन समस्याओं को आसानी से रफा दफा 00:12:20.831 --> 00:12:24.015 कर देते हैं ये कहकर की ये उनकी दिक्कत नहींहै। 00:12:24.744 --> 00:12:26.728 ज़ाहिर सी बात है की ये गलत है. 00:12:26.752 --> 00:12:29.553 शहरी हिंसा सबके लिए एक मुश्किल है। 00:12:29.577 --> 00:12:31.291 सीधे तरीके से या नहीं भी , 00:12:31.315 --> 00:12:33.814 हम उन सब गोली चलने की घटनाओ और मौतों की कीमत 00:12:33.838 --> 00:12:35.838 चुकाते हैं जो क हमारे शहरों में होती हैं। 00:12:36.417 --> 00:12:39.671 इसलिए हमें और तरीके ढूंढ़ने की ज़रुरत है ताकि हम लोगों को रंग और वर्ग 00:12:39.695 --> 00:12:42.667 की इन दीवारों को पार कर इस संघर्ष में हिस्सा लें। 00:12:43.822 --> 00:12:46.861 क्यूंकि हमें इन रणनीयतियों में ज़्यादा साधनो की ज़रुरत नहीं है , 00:12:46.885 --> 00:12:49.496 हमें नए सहयोगी दलों को बढ़ावा नहीं देना होगा 00:12:49.520 --> 00:12:51.145 हमें बस कुछ की ज़रुरत होगी। 00:12:51.169 --> 00:12:53.169 उन्हें बस ज़ोरदार होना होगा। NOTE Paragraph 00:12:54.747 --> 00:12:56.899 अगर हम इन समस्याओं का समाधान निकल लें 00:12:56.923 --> 00:13:00.363 इन स्टिकी सोलूशन्स को उन जगहों तक फैलाएं जहाँ उनकी ज़रुरत है, 00:13:00.387 --> 00:13:02.387 हम हज़ारों जानें बचा पाएंगे। 00:13:03.752 --> 00:13:05.776 अगर जिन रणनीतियों के बारे में मैंने आज 00:13:05.800 --> 00:13:10.720 चर्चा की है, उनके देश के 40 सबसे हिंसक शहरों में लागु किया जाए तो हम 00:13:10.744 --> 00:13:13.466 अगले आठ सालों में 12000 से भी 00:13:13.490 --> 00:13:15.259 ज़्यादा जानें बचा पाएंगे। NOTE Paragraph 00:13:16.514 --> 00:13:18.114 इसकी कीमत कितनी होगी ? 00:13:18.138 --> 00:13:20.138 एक साल में करीब 10 करोड़। 00:13:20.582 --> 00:13:23.542 ये सुनने में ज़्यादा लग सकता है , लेकिन 00:13:23.566 --> 00:13:26.410 असल में ये संख्या सालाना फ़ेडरल बजट 00:13:26.434 --> 00:13:29.434 के एक प्रतिशत हिस्से से भी कम है। 00:13:29.458 --> 00:13:31.768 रक्षा मंत्रालय इतना सिर्फ एक ऍफ़-35 फाइटर जेट 00:13:31.792 --> 00:13:34.291 पर खर्च कर देता है। NOTE Paragraph 00:13:35.363 --> 00:13:38.340 लाक्षणिक तौर से देखा जाए तो चाहे बात एक आदमी को गोली लगने की 00:13:38.364 --> 00:13:41.220 हो या एक एक पूरा समुदाय जो की इन घावों से चलनी हो या एक 00:13:41.244 --> 00:13:43.688 देश जो की ऐसी ही समुदायों से भरा 00:13:43.712 --> 00:13:46.045 हुआ हो , सबका इलाज एक ही है। 00:13:46.355 --> 00:13:49.688 हर मामले में , इलाज करने का सबसे पहला कदम होगा 00:13:49.712 --> 00:13:51.616 खून का बहना बंद करना 00:13:55.582 --> 00:13:57.433 मुझे पता है की ये काम करेगा 00:13:58.217 --> 00:14:00.217 मुझे पता है क्यूंकि मैंने ये देखा है। 00:14:01.158 --> 00:14:03.539 मैंने बन्दूक धारियों को अपनी बंदूकें नीचे रखते हुए 00:14:03.563 --> 00:14:07.229 और दूसरों को भी करने का बढ़ावा देने में अपनी ज़िन्दगी व्यतीत करते हुए देखा है 00:14:07.253 --> 00:14:10.721 मैं उन घरों के सामने से गुज़रा हूँ जहाँ गोलियों की शोर गूंजती थी 00:14:10.745 --> 00:14:12.942 अभी वहां बच्चों को खेलते हुए देखता हूँ। 00:14:12.966 --> 00:14:15.149 मैं उन पुलिस वालों और उन समुदाय के सदस्यों के साथ 00:14:15.173 --> 00:14:18.514 बैठा हूँ जो पहले एक दुसरे से नफरत करते थे मगर अब एक साथ काम करते हैं 00:14:18.538 --> 00:14:21.410 और मैंने हर तरह के लोगों के साथ काम किया 00:14:21.434 --> 00:14:23.123 आप जैसे लोग, आख़िरकार 00:14:23.147 --> 00:14:25.686 इस संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए तैयार हो जाते हैं। 00:14:26.004 --> 00:14:27.997 और इसलिए मुझे पता है की हम एक साथ मिलकर, 00:14:28.021 --> 00:14:32.129 इस मूर्ख संहार का अंत कर सकते हैं, और करेंगे भी। NOTE Paragraph 00:14:33.063 --> 00:14:34.262 धन्यवाद NOTE Paragraph 00:14:34.286 --> 00:14:38.603 (तालियां)