♪ ♪ ♪ समाज खबर और मनोरन्जन वेब्सिट रेड्डिट के एक सह संस्थापक आज मृत पाये गये वह निष्चिथ हि एक बुद्धिजॆवि था, परन्तु वो खुद को ऐस नहिं समझता था उसे खुद का करोबार करने मॆं अथवा पैसे कमने में कोई दिल्चस्पि नहिं थी सारे चहने वाले भुजाल के एक चम्क्ते हुए सितारे को अल्विदा केहते हुए हॆलेंड पार्क, आरोन स्वरट्झ के जन्म शेहर में आज कुछ खो जाने कि बडी गंभीरता फ़ैली हुई है स्वतन्त्रता संग़ामि ज्ञान को सबके लिए उप्लब्द होने कि प्रचार करने वाले और कंप्युटर संग़ामि उसको खो जाने का शोख़ मना रहे हैं उसको जनने वाले उसके बारे में "एक विस्मयकारी भुद्दिजीवि" कहते हैं उसकि हत्या सरकार ने की थी और म.ई.टी. ने अपनी सारी मूल सिद्धान्त को धोख़ा दिया वे उसको एक मिसाल बनाना चहथे थे? सरकारो में लोगों को वश में रखने की अतृप्य भवना होती है उसे संभवता 35 साल की कैद और 10 लाख दोल्लर जुर्माना हो सकती थी जीससे अभियोक्ता के मंशा पर और मॆं तो कहुंगा दुर्व्यवहार पर सवाल उठता हॆ। क्या आपने इस् वीषय पे ध्यान दिया है और् कोइ निर्णय पे पहुंचे हैं? बडे होते हुए मुझे धिरे धिरे ये एहसास हो रहा था कि मेरे अगल-बगल कि सब चीजें जो लोग कहेते थे कि सब चीजें बस स्वाभविक हैं, सब चीजें हमेशा एसे ही होगीं, वे सब बिलकुल स्वाभाविक नहीं थे, उन सबको बदला जा सकता था और सबसे जरुरी बात ये कि ये सब चीजें गलत थे और उनको बदलना चाहिए, और् जब मुझे ये एहसास हुआ तो वापस जाने का कोइ सवाल ही नहीं था! मेरे कहनी पढने के समय में आपका स्वागत है। किताब का नाम है "मॆले में पड्डिन्गटन"। वैसे उसका जन्म हॆलेंड पार्क में हुआ था और वो यहां पे बडा हुआ। एरोन के परीवार मॆं तीन भाई थे, सभी अथ्यन्त तेज। "अरे, डीब्बा उलट रही है. . . ." ""तुम अभी मुक्त हो . . . ." [लडके चिल्लाते हुए] वैसे हुम सभी सबसे अच्चा बर्ताव करने वाले बच्चे नहीं थे। तीनो हुमेशा इधर-उधर भगते रेहते, गडबडी करते "अरे, नहीं,नहीं, नहीं ।" - एरोन। - क्या? मगर मुझे ये समझ में आ गया है की एरोन बहुत ही कम उम्र में सीख गया था की कैसे सीखना है। "एक, दो, तीन, चार, पांच, छे, सात, आट,नॊ, दस ।" -"टख, टख।" - "कौन है?" -"एरोन।" - "एरोन कौन?" - "एरोन हंसानेवाला । " उसे पता था उसको क्या चाहीए और वो हमेशा वही करना चाहता था। उसे जो चाहीए वो हमेशा उसको प्राप्त करता। उसकी कौतुहल कभी खतम नहीं होती। "ये एक चोटी तसवीर है जो ग्रहों के बारें में बताती हैं और हर ग्रह का एक चिऩ्ह है :" "बुध का चिऩ्ह, शुक्र का चिऩ्ह, भुमी का चिऩ्ह, मंगल का चिऩ्ह, गुरु का चिऩ्ह ।" एक दिन उसने सुसेन(एरोन कि मांं) से बोला, "ये क्या है हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन ?" "हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन ।" वो तब तीन साल का था। वो बोली, "तुम किसके बारे में बात कर रहे हो?" वो बोला,"देखो, फ़्रिडझ पे ऐसा लिखा है," "हॆलेंड पार्क में परिवार का उचित मनोरंजन।" वो चौंक गयी की उसको पडना आता है। किताब का नाम है- "मेरे परिवार का सेदेर(पार्सियोन का त्योहार)" सेदेर कि रात बाकि सारीं रातों से अलग होति हैं मुझे याद है एक बार हम युनीवरसिटि ओफ़ छीकागो के ग्रंथालय में थे मॆंने शेल्फ़ से एक किताब निकाली जो उन्नीसवी शातक की थी और उसको दिखाते हुए कहा, "तुमें पता हे, ये एक असाधारण जगह हे" हम सभी बहुत ही कौतुहल बच्चे थे लेकिन एरोन को पडना और पडाना बहुत ही अच्चा लगता था। आज हम अंग्रेजी वर्णमाला उलटा पडेंगे ""उल्टि अंग्रेजी वर्णमाला ...."" मुझे याद हे वो अप्नी पेहली बीजगणित(आल्जेब्रा) कशा से घर लौटा और बोला: "नोहा, मुझे तुमेंहे बीजगणित सिखाने दो।" और मॆंने पुछा: "क्या हे बीजगणित?" और वो हमेशा वॆसा ही था। अभी मॆं बटन दबाता हुंं, बटन दबाओ, देखो, अभी उसको वो मिल (गेम खेलते हुए), अभी वो गुलाबी रंग का है । जब वो 2-3 साल का था, बोब(एरोन के पिता)ने उसको कंप्युटर से परिचय करवाया, उसके बाद वो तेजी से उसको सिखने लगा [?] हम सबके पास कंप्युटर थे, मगर एरोन सही मायेने में उनसे बात करता था, सही मायेने में भुजाल से बात करता था क्या तुम कंप्युटर को देख रहे हो? नहीं, कैसे [?] "ऎसा कॆसे . . . मां, कुछ भी काम क्युं नहीं कर रहा हॆ? उसने कंप्युटर पर योजनाये बनाना बहुत कम उम्र से हि शुरु कर दिया था। मुझे याद है मॆं ने उसके साथ सबसे पेहला कंप्युटर कि योजना बेसिक(कंप्युटर में योजनाये बनाने कि एक पुरानी भाषा) में लिखि थी और् वो एक चोटि सी तारों का युद्ध (बहुत ही लोकचरीत्र अंग्रेजी चलनचीत्र) का खेल था इस खेल की योजना बनाने के लिए वो कई घंटे तहखाना में जहां कंप्युटर रखा था मेरे साथ बैठा। मुझे उसके साथ काम करने में ये समस्या हो रही थी कि ऎसा कुछ नहिं था जो मॆं खत्म करना चाहथा था और उसको हमेशा ऎसा कुछ था जो वो करना चाहथा था, हमेशा एसा कुछ जो कंप्युटर योजनाओं से हल किया जा सकता था। एरोन हमेशा एसा सोचता कि, योजनायें जादु हैं। उनसे तुम ये सब प्राप्त कर सकते हो जो साधारण आदमी नहिं कर सकते । एरोन ने बस एक 'मेकिंटोष' और एक गत्ता से बना डीब्बे से ऎ.टि.एम. (पॆसा विक्रेने का यंत्र) एक साल, हेल्लोवीन(पार्सीयों का त्योहार) के वक्त, मुझे नहीं पता था की मॆं क्या वेश पेहना चाहता हुं, और उसको लगा की बहुत ही अच्छा होगा अगर मॆं उसका उस समय का पसंदीदार कंप्युटर, ईमेक, दिखने जैसा वेश पेहनता। मेरा मतलब है, उसको हेल्लोवीन के लिये वेश पेहनना बिलकुल पसंद नहीं था मगर उसको दुसरों को जो वो देखना चहता था वो पेहनेने के लिए मनाना बहुत पसंद था। "मेजबान एरोन, रुखो! बच्छों, केमरा को देखो!" "मखडिपुरुष केमरा को देखा।" उसने ये वेब साइट बनाया जीसका नाम था, "द इन्फ़ो" जीसमें लोग आसानि से जानकारी भर सकते थे । मुझे भरोसा है कोइ होग जीसको सोना, सोने का वर्क के बारे में सब कुछ पता होगा, क्युं नहीं वो इस वेबसाइट में इसके बारे में लिखें? और फिर बकी लोग कभी इस वेबसाइट में आ सकते हें और इसके बारे पड सकते हैं और अगर उनको लगता है की सुचना गलत हे तो वो उसको बदल सकते हैं। विकीपीडीया से कफ़ी भिन्न नहीं हे ना? और ये विकीपीडीया शुरु होने से पेहले हि, और इसको बनाने वाला 12 साल का लडका, अपने हि कमरे में, अकेले हि, चोटे से सर्वर में चलाते हुए, बहुत हि अनाधुनीक तकीनीक़ उपयोग करते हुए । और उसके एक सिकशख ने कहा, "ये बहुत हि खराब तरकिब हे . तुम किसी को भी ग्रंतकोश में लिखने नहीं दे सकते !। "हमारे बिच विध्वान इसी लिये हें की वे हमरे लिये ऎसी किताबे लिख सके।" "तुम को ऎसी खराब तरकिब आ भी कैसी सकती है?" मॆं और मेरा भाई, ये सोचते "हां, विकीपीडीया अच्छा है लेकिन ...." "हमारे घर में ऐसा ही कुच था, पांच साल पेहले । " एरोन की वेबसाइट, 'द इन्फ़ो.ओर्ग', ने एक विद्यालय की प्रतीयोगीता जीती जो जीसकि मेज़बानी केंब्रिड्झ मे आधारित भूझाल के लिए रूपरेखा बनाने वाली व्यव्साय संघ 'आर्सडिजिटा' ने किया था। हम सभी केंब्रीड्झ गये जब वो आर्सडिजिटा का पुरस्कार जीता और हमें सुराग भी नहीं था की एरोन क्या कर रहा हॆ। ये स्पष्ट था की पुरस्कार बहुत ही महत्वपुर्ण हे । एरोन उसके तुरंत बाद ओनलाइन योजनाये बनाने वाले समुदायों के साथ शामिल होने लगा, और फिर भुजाल के लिये एक नया साधन तॆयार करने में जुट गया। वो मेरे पास आकर बोला, "बेन(एरोन का भाई), मॆं एक बहुत ही अद्भुत चीज पे काम कर रहा हुं।" "तुमें उसके बारे में सुनना चाहिए ।" मॆंने उससे पुछा, "हां, मुझे उसके बारे में बताओ?" उसने बोला, "उसको केहते हॆं आर. एस. एस." और फिर वो आर. एस. एस. के बारे में समझाने लगा. मॆं ने उससे पुछा, "उसकी क्या जरुरत हे, एरोन?" "क्या कोई साइट इसका उपयोग कर रही हॆ? मॆं क्यों इसका उपयोग करुगां?" एक एमैल पट्टी थी जीसमें लोग अर.एस.एस और साधारणतः एक्स.एम.एल. में काम करते थे और उसमें ये आदमी था जीसका नाम था एरोन स्वार्ट्झ जो आक्रामक था परंतु बहुत ही चालक और जिसके पास बहुत सारे अच्छे विचार थे और वो कभी आमने-सामने होने वाले मुलाकातों में नहीं आता था और सभी ने उससे पुछा- "वैसे तुम कब कोई भी आमने-सामने होने वाले मुलाकातों में आओगे?" और वो बोला-"मुझे नहीं लगता मेरी मां मुझे आने देंगे । मॆं बस हाल फ़िहाल में चॊदाह साल का हुआ हुं।" और सब का पेहला प्रतिक्रीया यही था- "ये जो हुमरा सहकर्मी है जीसके साथ हम पुरा साल काम कर रहे हें तेरह साल का था और बस अभी ही वो चोदाह साल का हुआ हे । और उनका अगला प्रतिक्रीया था की- "हम को जरुर इससे मिलना चाहिए । ये काफ़ी आसाधारण हे ।" वो आर.एस.एस. को लिखने वाले समिति का सदस्य था. वो आधुनिक 'हॆपरटेक्ष्ट'की अंदरुनी हिस्सा बनाने में सहयोग कर रहा था। जीस हिस्से पे वो काम कर रहा था, आर.एस.एस., एक ऎसा साधन था, जीस से भुजाल के दुसरे वेबसाइट में लिखे चिजों का सारांश पाया जा सकता था। आम तॊर से आप इसको एक वेबदॆनिकी में उपयोग कर सकते हो । आप 10-20 लोगों का वेबदॆनिकी पडना चाहते होंगें। आप उनकी आर.एस.एस. खाद्य (;)) उपयोग करते हुए, उनके वेबदॆनिकी में लिखे जाने सारे चीजों का सारांश ले कर एक ही एकग्रीत पट्टी बना सकते हैं। एरोन बहुत ही चोटा था किन्तु वो तकनीकि विज्ञान को समझता था और वो देख सकता था की तकनीकि विज्ञान अपूर्ण हे और उसको सुधारने के लिए रासतें खोझता था। इसीलिए उसकि माता ने उसको छिकागो से हवाई जाहज पे भेजना शुरु किया । हम उसको सान फ़्रान्सिसको (हवाई जाहज अड्डे)से उठा लिया करते थे । हमने उसको बहुत सारे दीलचस्प लोगों से परिचय करवाया जीन्से वो तर्क कर सके और हम उसकी भयंकर खाने की आदतों से हॆरान होते थें। वो सिर्फ़ सफ़ेद खाना खाता था, बस भाप से बना चावल और ना की तला हुआ क्यों की वो यथेष्ट सफ़ेद नहीं था और सफ़ेद ब्रेड और ऐसा हि सब... और आप इसके स्वरुप अचम्भा होकर इस विवद के गुण को देखते जो इस नऩ्हे से बालक के मुहं से आते हुए दिखाई पडता, और आप सोचने लग जाते कि ये बालक जीवन में बहुत ही आगे भडेगा अगर वो उससे पेहले स्कर्वि से मर ना जाये तो । एरोन, अगले तुम हो! मुझे लगता है की इससे बदलाव ये होगा की अब आप "डोटकोम" जॆसे कंप्नीया नहीं बना सकते । एसी कंप्नीयां नहीं होनी चाहिए जो बेकार खाना भुजाल के द्वारा या मोबाइल के द्वारा आप को बेचती हों। किन्तु अभी भी खाफ़ि नवोत्पाद हो रहा हे । मेरे समझ से अगर आप इन नवोत्पाद को नही देख पा रहे हो, तो हो सकता हे आप ने अपना सिर भालु में छिपाया हे । वह एक पडाकु व्यक्तित्व ले लेता था जीसमें उसे लगता था कि-"मॆं तुमसे चालक हुं और क्योंकि मॆं तुमसे चालक हुं, मॆं तुमसे अच्छा हुं," "और मॆं तुमहें बोल सकता हुं कि तुमहें क्या करना चाहिए ।" ये उसका एक खिझाऊ मनुष्य का स्वरूप था। तो आप इन सारे कंप्युटर को झोड दो और वे सब मिलकर काफ़ि बडे गुत्तीयों को सुलझा रहें हें जैसे की परग्रहि को धुंडने कि या केनसर का इलाज के लिए। मेरी उससे सबसे पेहली भेंट ऎ. आर. सी. (भुजाल से प्रसारित गुपशप) पे हुई थी। वो सिर्फ़ योजनायें नहीं बनाता था, वो दुसरें लोगों को भी उत्तेजीत करता था अपनी समस्यायें सुलझाने के लिए । वो लोगों को जोडता था। स्वतंत्र संस्कृतिक आंदोलन ने उससे काफ़ी शक्ति पाया । मुझे लगता हे, एरोन दुनिया को कामचलाऊ बना राहा था. वो उसको ठीक करना चाहता था। उसकी व्यक्तिव खाफ़ी उग्र था जो अवश्य कुछ लोगों को कभी-कभी अप्रसन्न् कर देता था । ऎसा नहीं था की वो हमेशा इस दुनिया में संतुष्ट था और दुनिया भी उससे हमेशा संतुष्ट नहीं थी। एरोन उच्च विद्यालय में भर्ति लिया और बहुत ही जळि विद्यालय से नाराज होने लगा। उसको वाहं कुछ भी पसंद नहीं था। वाहं पडाने जाने वाले कोई भी पाठ उसको पसंद नहीं था। वाहं के कोई भी शिक्षक उसको पसंद नहीं थे । एरोन को घ्यात था की उसको सुचना कहां से मिलेंगी। और वो बोलता- "मुझे इस शिक्षक की जरूरत नहीं हे रेखागणित सिखने के लिए ।" मॆं बस रेखागणित कि किताब पड सकता हुं, और मुझे इस शिक्षक के पास जा कर अमरीकि इथीहास के उसके विविरण सीखने की आवश्यकता नहीं हैं, मेरे पास यहीं इतिहास का 3 संकलन हे । मॆं बस इनहीं से पड सकता हुं, और मुझे इसमें कोई दिलचस्पि नहीं हे। मुझे भुजाल में दिलचस्पि हे । मॆं विद्यालय में बहुत हताश रेहता था। मुझे लगता था की शिक्षकों को कुछ पता नहीं हे की वे क्या बोल रहीं हैं, और वे सभी निरंकुश और प्रतिबंधि थे, और गृहकार्य तो एक ढोंग था, और ये सब एक तरीखा था बच्छों को साथ में रखकर उनको मजबुरन व्यस्त काम करवाने के लिए। और मॆं ने किताबें पडना शुरु किया शिक्षा के इतिहास के बारे में और कैसे ये शिक्षा व्यव्स्था विकसित हुई, और इसके विकल्प और कैसे लोग सही में कुछ सीख सकते हॆं ना कि बस उन सारे तत्वों को रट्टा मार कर जो शिक्षकों ने उनको बताया हे, और इससे मॆं सारे चिजों पे सवाल उटाने लगा। जॆसे ही मॆं अपने विद्यालय के बारे में सवाल उठाया, मॆं ने उस समाज पे सवाल उठाया जीसने उसको बनाया था, मॆं ने उन उद्योगों पे सवाल उठाया जीनके लिए विद्यालय लोगों को प्रशिक्षण दे रही थी, मॆं ने उस सरकार पे सवाल उठाया जीसने ये व्यव्स्था बनाई थी। एक चीज जीसमें वह सबसे ज्यादा जोशिला था, वो था मुद्राधिकार, खास तॊर पर अपने प्रारम्भ के दिनों में। मुद्राधिकार हमेशा से ही एक भोज रहा हे प्रकाशित करने वाले उद्योगों पर और पाठकों पर, लेकिन वो बहुत ही ज्यादा भोज नहीं था। वह एक यथोचित संस्था थी जीसका होना जरुरी था ये सुनिश्चित करने के लिए कि लोगों को भुगतान प्राप्त हो । जो एरोन की पिडी ने अनुभव किया वो था टकराव एक चोर पर बहुत ही पुरानी मुद्राधिकार व्यव्स्था कि और दुसरे चोर पर एक अदभुत्त चीज कि जिसे हम बनाने की कोशिश कर रहें - - भुजाल। ये दोनों एक दुसरे से टकराया और उससे जो हमें मिला वो था कोलाहल। वो उसके बाद हारवर्ड के कानुन के शिक्षक लोरेन्स लेस्सिग से मिला, जो तब उच्चतिम न्यायालय में मुद्राधिकार कानुन का विरोध कर रहे थे । जवान एरोन स्वार्ट्झ उच्चतिम न्यायालय के सुनवाई को सुनने के लिए वाशिंग्ठन हवाई जहाज से गया। मॆं एरोन स्वार्ट्झ हुं और मॆं यहां एल्डरेड को सुनने -- एल्डरेड के तर्क को देखने के लिए आया हुं। तुम क्यों छिकागो से इतनी दूर हवाई जाहज से उड कर आए एल्डरेड का तर्क सुनने के लिए? ये खाफ़ि कठिन सवाल हे ... मुझे नहीं मालुम हे । उच्चतिम न्यायालय को देखना काफ़ि रोमांचक हे, खास तॊर पर इस प्रकार के प्रतिष्ठित मुकदमे के लिए । लेस्सिग भुजाल में मुद्रधिकार कि नयी परिभाषा देने के लिए काम कर रहा था। उसको कहेते थे, "क्रिएटिव कॉमन्स"। "क्रिएटिव कॉमन्स" एक सादा विचार था लोग जो रचयिता हें उनको एक सरल तरीखा देना जीससे वे अपनी रचना के साथ जुडे हुए स्वातंत्रताओं को अंकित कर सखें । अगर मुद्रधिकार बस केहता हे, "सारे अधिकार आरक्षित हें", तब ये केहता हे "कुछ अधिकार आरक्षित हें"। मुझे आप से सरल तरिखे से ये केहना हे, "ये सारे चीजें हें जो आप मेरी रचना के साथ कर सकते हें, और अगर आप को कुछ अलग करना हे तो आप को मुझ से इजाजत लेनी पडेगी। " और इसमें एरोन कि भुमिका कंप्युटर का काम था। कॆसे आप अनुज्ञान पत्र का निर्माण करेंगें जीससे वे सरल हो और समझने योग्य हो, और कॆसे प्रकट किया जीससे यंत्र उसको प्रक्रम कर सखें? और लोग पुछते थे, "क्यों तुम ने "क्रिएटिव कॉमन्स" का विनिर्देश लिखने के लिए एक पंद्राह साल के बच्चे को दे दिया? क्या तुमको लगता नहीं है कि ये एक बहुत बडी गलती हे?" और लेरी कहता, "बहुत बडी गलती होगी अगर हम इस बच्चे को नहीं सुनेगें तो ।" वह मुशकिल से इतना लंबा था की वो मंच के ऊपर आ सकें, और क्योंकि वह मंच को हिलाया नहीं जा सकता था, तो वो काफ़ि लज्जाजनक चीज थी, और जब उसने एक बार अपना लेपटोप का स्क्रीन उपर किया तो कोई भी उसका चेहरा नहीं देख सकता था। जब आप हमारे वेबसाइट पे इधर आते हो , तो आप "अनुज्ञान पत्र का चयन कि जीए" में जांये। ये आप को ये विकल्पों कि सुछी देता हे, ये समझाता है कि इसका मतलब क्या हे और आपको सिर्फ़ तीन सरल सवाल पुछता हे: "क्या आप को आरोपण चाहिए?" "क्या आप अपने काम का व्यावसायिक रूप से उपयोग करने कि अनुमति देते हें?" "क्या आप अपने काम को बदलने कि अनुमति देते हें?" मॆं पुरी तरह चॊंक गयी कि ये सारे बडे लोग इसको भी अपनी तरह बडा मान रहे थे, और एरोन दर्शकों से भरे सभा में खडा हो कर, अपने "क्रिएटिव कॉमन्स" के लिए बनाये गये मंच के बारे में समझाने लगा, और सब कोई उसको सुन रहे थे, मॆं पीछे बॆठ कर सोच रहि थी, वो तो बस अभी बच्चा हे । ये सब इसको क्यों सुन रहे हें लेकिन वो सुन रहे थे ... मुझे नहीं लगता कि वो जो बता रहा था मुझे पुरा समझ में आया। हालांकि आलोचक कहते हें कि "क्रिएटिव कॉमन्स" कलाकार को भुगतान मिलने कि दिश में बहुत कम मदद करती हे, लेकिन भी "क्रिएटिव कॉमन्स" अत्यंत सफ़ल रहा हे । इस समय, बस वेबसाइट फ़्लिकर में ही 20 करोड लोग विभिन्न "क्रिएटिव कॉमन्स" अनुज्ञान पत्रों का उपयोग करते हें। वो अपने तकनीकी सामर्त्य से योगदान करता था, लेकिन उसके लिए ये सीर्फ़ नकनीकी ममला नहीं था। एरोन ज्यादतर खुलकर अपने वेबदॆनिकी में लिखता था: "मॆं चिझों के बारे में बहुत घेहराइयों में सोचता हुं और मॆं चाहता हुं कि दुसरे लोग भी ऐसा ही करें। मॆं विचारों के लिए काम करता हुं और लोगों से सिखता हुं। मुझे लोगों का वर्जित करना अच्चा नहीं लगता। मॆं एक पूर्णतावादि हुं मगर मॆं इस स्वभाव को प्रकाशन पे हावि नहीं होने देता हुं। शिक्षा और मनोरंजन को चोडकर, मॆं अपना समय ऎसे चिजों पे व्यर्थ नहीं कर सकता जीसका कोई प्रभाव ना हो । मॆं सबके साथ दोस्ती रखने की कोशिश करता हुं मगर मुझे बहुत बुरा लगता हे जब तुम मुझे गंभीरता से नहीं लेते हो । मॆं किसी पे ईर्ष्या नहीं रखता, वो लाभकारी नहीं है मगर मॆं अपने अनुभवों से सिखता हुं। मॆं दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहता हुं। 2004 में स्वर्ट्झ हाहॆलेंड पार्क छोडकर स्टेंडफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में भर्ती हो गया। उसको "अलसरेटिव कोलॆटिस"(एक पोषण नाल कि बिमारी) थी जो बहुत ही समस्याजनक थी और हम उसकी दवाई के बारे में चिंतित थे । उसको हस्पताल में दखिल होना पडा और हर दिन बहुत सारी दवाईं लेनी पडती थी, और इनमें से एक दवाई साद्रांभ थी जीसकि वजह से उसकि शारिरिक वृद्धि रुख गयी, और उसको किसी भी अन्य बच्चों से अलग मेहसुस होने लगा। मुझे लगता हे, एरोन स्टेंडफ़ोर्ड में पांडित्य करने कि उम्मिद से पहुंचा, और अपने आप को एक बहुत ही सरल और साधारण कार्यक्रम मे पाया जो उच्चविद्यालय के अतिसादक बच्चों के लिए बनाया गया था जीनसे चार साल बाद ऎसी आश थी कि वे उद्योगों और रइसों के अधिपति होंगे और मुझे लगता हे इससे वो काफ़ि उत्तेजित हो गया। 2005 में, बस महाविद्यालय के एक ही साल बाद, "वाई कोंबिनेटर" जो एक नवनिन उद्योगों को सेने का व्यवसाय करती हे और पॊल ग्राहम के नेत्रुत्व में थी ने स्वार्ट्झ को एक जगह दी। उसने कहा, "मेरे पास एक वेबसाइट का योजना हे ।" और पॊल ग्राहम को पसंद था और उन्होने कहा, "हां, क्यों नही।" इस वजह से एरोन ने विद्यालय छोड दिया और इस कमरे में रहने लगा ... तो ये एरोन का कमरा हुआ करता था जब वो यांह रहने लगा। मुझे हलकि तरह से याद हे मेरे पिताजी कहेते हुए कि उनको कितनी मुशकिल हुइ थी ये कमरे को ठेके पे लेने के लिए क्योंकि एरोन के पास कोई उधार लेने कि शमता नहीं थी और उसने महाविद्यालय भी छोड दिया था। एरोन बॆठक के कमरे में रेहता था और अभी भी कुछ इश्तिहार लगे हुए हें जो एरोन के समय के हें। और ये ग्र्ंथालय... और भी बहुत किताबें हें लेकिन उनमें से काफ़ी किताबें एरोन कि हॆं। एरोन का "वाई कोंबिनेटर" में बनाये गये वेबसाइट का नाम था "इन्फ़ोगामि", एक वेबसाइट बनाने का साधन। लेकिन इन्फ़ोगामी को ग्राहक धुंडने में काफ़ि कठिनाई हुई और स्वर्ट्झ ने अंततः अपनी व्यवसाय को "वाई कोंबिनेटर" के दुसरे व्यवसाय के साथ मिला लीया जिनको मदद की जरुरत थी। ये परियोजना स्टिव हफ़मेन और एलेक्सिस ओहानियन के अद्यक्षता में थी और इसका नाम था ""रेड्डिट"। हमारी शुरुआत लगभग कुछ नहीं से हुई थी. ना उपभोक्ता थे, ना पॆसा, ना कंप्युटर योजना, और फ़िर भी हम दिन भर दिन बढते जा रहे थे एक बहुत ही लोकप्रिय वेबसाइट में, और ये कम होने कि कोई संकेत ही नहीं मिल रहा था। पेहले हमारे पास 1000 उपभोक्ता आये, फ़िर 10000 और फ़िर 20000 और ऎसे हि बढता गया। ये बहुत ही अविश्वासिय था। रेड्डिट बहुत ही लोकप्रिय बन गया और वह भूजाल में पडाकु लोगों का अड्डा जैसे बन गया। उसमें बहुत ही हास्य था, बहुत ही कला और लोग वाहं ऎसे ही एकत्र हो जाते थे, और उसको उन्होनें सबसे महत्वपुर्ण वेबसाइट बाना दिया था जहांसे वे हर सुबह अपना समाचार पढते थे । रेड्डिट कुछ माइने में कोलहल के बहुत करिब हे, तो हालकि एक ओर से वह एक जगह हे जाहं लोग दॆनिक समचार, तकनीकि विज्ञान, राजनीति और भी बहुत सारे विषय, और दुसरे ओर से उसमें बहुत सी ऎसी चीझें हें जो कार्यालय में देखने लायक नहीं हे या बहुत ही घृणाजनक चीझें हें, और कुछ ऎसे भी विषय हें जो लोगों कि टांग खिचने के लिए उठाए जातें हें, और इस माइने में रेड्डिट हमेशा विवादों का कारण रहा हे । रेड्डिट कुछ माइने में कोलहल के बहुत करिब हे । रेड्डिट एक बहुत बडे पत्रिका, कोंडे नाश्ट, के नजरों में आया, जिन्होंने उसको खरीदने का प्रस्ताव किया। बहुत ही ज्यादा पॆसा था, इतना ज्यादा कि मेरे पापा को ऎसे सवाल पुछे जाने लगे: "इस पॆसे को मॆं कॆसे संभाल के रखुं?" "बहुत हि ज्यादा पॆसा था?" "बहुत हि ज्यादा पॆसा था।" जॆसे कि लगभग 10 लाख डोलर्स से भी ज्यादा, लेकिन मुझे सही में मालूम नहीं हे । - और वो कितना साल का था उस वक्त? - 19,20। तो वो सब इसी कमरे में हुआ था। वो यहां बॆठा करते थे और तब यहां ये कुर्सियां नहीं थी, रेड्डिट के लिए योजनायें बनाते हुए और जब उन्होंने रेड्डिट को बेचा तो एक बहुत बडि दावत रखि थी सब के लिए और अगले दिन वे केलिफ़ोर्निया उड कर गये, और कमरे कि चावि मेरे पास छोड गये । ये बहुत ही हास्यमय था क्योंकि उसने अपना नविन उद्योग अभी ही बेचा था, तो हमने मान लिया कि हम में से सबसे अमीर आदमी वहि हे लेकिन उसने कहा, "अरे नहीं, मॆं ये छोटा सा जूता का डब्बा जीतना बडा कमारा में ले लुंगा।मुझे इतना कि ही जरुरत हे ।" वह कमरा बस अलमारी से थोडा बडा था। ऎसा कोई विचार कि वह अपना पॆसा कुछ महंगें चिजों पे खर्च करें बस अकल्पनीय हे । वह ऎसे समझाता था कि, "मुझे कमरे में रेहना पसंद हे तो मॆं कोई नये जगह में रेहने के लिए बहुत पॆसा खर्च नहीं करुंगा। मॆं कोई बंगला नहीं खरीदने वाला।" और मुझे जीन्स और छोटी कमिज पेहना अच्चा लगता हे, तो मॆं कपडों पे और पॆसे खर्च नहीं करुंगा। इसीलिए ये कोई बडी बात नहीं हॆ। स्वार्ट्झ को जो बडी बात थी वो थी भूजाल में बहने वाला यातायात, और जीसके ऊपर हमारा द्यान जाना चाहिए। प्रसारण के पुराने व्यवसथा में आप मुलत: सिमित हो जाते थे, आकाश में वायु तरंगों के मात्रा से ।आप बस 10 सरिता भेज सकते थे वायु तरंगों से, या दूरदर्शन से या तार से भी आप के पास सिर्फ़ 500 सरिताएं थी। लेकिन भूजाल में, सब अपनी खुद कि सरिता पा सकते हें। कोई भी वेबदॆनिकी पा सकता हे या "मॆस्पेस" में खुद के लिए पन्ना बना सकता हें । सबका अपना ही एक तरिखा होता हे खुद को प्रकट करने का। इसीलिए अभी आप जो देख रहें हॆं, वह ये सवाल नहीं हे कि किसको वायु तरंगों को उपयोग करने कि अनुमति मिलेगि, सवाल ये हॆ कि किसको वश मिलेगा उन तरिखों का जीससे भूजाल में लोगों को धुंडा जा सके । और आप देख सकते हें कि शक्ति कुछ ही वेबसाइट जॆसे गुगल में एकाग्रत हो रहीं हॆं जो एक द्वारपाल कि तरह काम करती हॆं और आप को बताती हें कि आप को भूजाल में कहां जाना हे, जो आपके समाचार और सूचाना के स्त्रोत्र हे। तो अब ऎसा नहीं हे कि सिर्फ़ कुछ लोगों को बोलने कि अनुमति हे, अभी सब के पास बोलने कि अनुमति हे । अब सवाल ये हे कि किसकि सुनि जायेगी। जब वो सेन फ़्रान्सिसको में कोंडे नास्ट के लिए काम करना शुरु किया, वह कार्यालय पहुंचा और उन्होंनें उसको एक कंप्युटर दिया जिसमें बहुत सारे बकवास योजनायें स्थापना किया गया था और उन्होंनें उसको बोला कि वह कुछ भी और योजनायें उस कंप्युटर में स्थापित नहीं कर सकता, जो कंप्युटर योजनायें विकास करने वालों के लिए बहुत ही चॊंका देने वाली बात थी। पहले दिन से ही वह ऎसे चिजों के बारे में शिकायत कर रहा था। "भुरा रंग का दिवार, भुरा मेज, भुरा शोर. मॆं पेहले दिन काम के लिए पहुंचा यहां और मॆं इसको सेहन नहीं कर पाया। मद्यान्ह के भोजन के समय तक में मॆं अपने आप को शॊचालय में बंद करके रोना शूरु कर दिया था। मॆं सोच भी नहीं सकता कि कॆसे मॆं अपने आप को संतुलित रख सकता जब कोई पूरा दिन मेरे कान में भनभना रहा हो, कुछ काम करना तो अलग बात हे । वॆसे भी, कोई और भी यहां काम नहीं कर पाता। हर कोइ हमेशा हमारे कमरे में आतें हें बात करने के लिए या हमें खेलने को बुलाने के लिए नया विडियो खेल व्यव्स्था जिसको "वॆर्ड" परीक्षा कर रही हे। उसको सही में अलग महत्वाकांक्षा थी जो राजनॆतिक थी, और "सिलिकोन वॆलि" में ऎसे लोगों को बढावा नहीं मिलता जो तकनीकि विज्ञान के काम को अपने राजनॆतिक लक्ष्य के लिए उपयोग करें। एरोन को किसी बडे उद्योग के लिए काम करना बिल्कुल पसंद नहीं था। उन सबको "कोंडे नास्ट" के लिए काम करना पसंद नहीं था लेकिन एरोन अकेला था जो इसको एकदम सेहन नहीं कर पाया। और एरोन काम के लिए नहीं जाने कि वजह से अपने आप को काम से निकलवाने में कामियाब हुआ। कहा जाता हे कि उन दोनों का संबध बहुत बुरी तरह टुटा। स्टिव हफ़मेन और एलेक्सिस ओहानियन, दोनों ने इस फ़िल्म के लिए बातचित करने से इनकार कर दिया। उसने उद्योंगों कि दुनिया को ठुकरा दिया। एक बहुत ही महत्वपुर्ण चिज जो हमें याद रखनी चाहिए उसके इस चयन का, कि जब एरोन ने नविन उद्योग के समूह को छोडा, तो वह उसके साथ ऎसि चीजों को भी छोड रहा था जीस कि वजह से वह लोकप्रिय बना था और सब उसको चाहते थे और वह अपने चाहने वालों को निराश करने का जोखिम उठा रहा था। वह जहां जाना चाहता था, वहां पहुचां और उसमें इतनी जगरुकता और द्रुडता थी समझने में कि उसने एक गुलाब के फ़ूल के लिए मल के पर्वत को छडा और उसे अनुभव हुआ कि उसने महकने कि शमता हि खो दिया हे, और इसके बजाय कि वह वहां बॆटा रहे और ये सोचता रहे कि इतना बुरा नहीं हे जीतना लगता हे, और उसको वॆसे भी गुलाब का फ़ूल तो मिला हि, वह फ़िर से पर्वत के नीचे उतरा, जो वाकॆ हि काबिले तारिफ़ हे । एरोन को योजनायें बनाना जादू लगता था बस योजनाओं से आप वह सब कर सकते हो जो एक साधारण मनुष्य नहीं कर सकता । तो अगर आप के पास जादुई शक्ति हे, तो आप उसका उपयोग अच्छे कामों के लिए करोगे या बहुत सारा पॆसा कमाने के लिए? स्वार्ट्झ प्रेरित हुआ था एक दुरदर्षि से अपने बचपन में मिलकर, वह आदमी जिसने भूजाल का अविष्कार किया था, टिम बरनर्स-लि। 1990 के सालों में, बरनर्स-लि ने बिसविं सदि का सबसे ज्यादा लभदायक अविष्कार किया, लेकिन उससे बहुत पॆसा कमाने के बजाये, उसने उसको मुफ़्त में दे दिया। वही एक कारण हे जिसकी वजह से भूजाल आज अस्तित्व में हे । एरोन निश्चय ही टिम से बहुत हि प्रभावित हुआ था। टिम निश्चय हि भूजाल के बहुत बडे प्रतिष्ठित विज्ञानी थे जीन्होंने इससे कुछ भी लाभ नहीं उठाया। उसको कोई दिलचस्पी नहीं थी कि वह इससे कॆसे अरोबों कमा सकता हे । लोग कह रहे थे, "देखो, इससे बहुत पॆसा बनाया जा सकता हे," तो इससे बहुत सारे छोटे भूजाल होते, एक बडे भूजाल के बदले, और एक छोटी भूजाल और अनेक भूजाल अस्तित्व में नहीं कर सकते क्योंकि आप उनमें एक से दुसरे का सम्पर्क नहीं पिछा कर सकते । आप को क्रांतिक द्रव्यमान चाहिएअ था और इसके लिए आप को धरती के सारे लोग चाहिए थे, इसीलिए ये काम नहीं करता अगर धरती के सारे लोग इसका इस्तमाल नहीं करते तो । मुझे बहुत जरुरी लगता हे कि बस इतना काफ़ी नहीं हे कि सिर्फ़ दुनिया में ऎसे हि रहो जॆसा हे, जीतना दिया गया हे उतना हि लेकर खुश रहो और उसीका पालन करो जॆसे बडें बोलते हें , और जो आप के मां-बाप बोलते हें, और जो आपको समाज बोलता हे। मुझे लगता हे आप को हमेशा प्रश्न उठाना चाहिए। मॆं बहुत ही वैज्ञानिक नजरीये से देखता हूं जहां सब कुछ जो आप ने सीखा हे वह सब बस अल्पकालीन हे, जीसका आप कभी भी खण्डन कर सकते हो, प्रत्याहार कर सकते हो और जीसको आप हमेशा प्रश्न कर सकते हो और मुझे लगता हे ये सब समाज के उपर भी लागू हे । जब मुझे समझ में आया की समाज में असली में बहुत हि गंभीर समस्यायें हे -- मूल समस्यायें-- जीनको हल करने के लिए मॆं कुछ कर सकता हूं, मॆं किसी भी तरह इससे मुहं नहीं फ़ेर सकता था। मुझे न करने का कारण भी नहीं दिखा। हमने साथ में बहुत समय बिताना शुरु किया, बस दोस्त जॆसे । हम घंटों के लिए रात भर बात करते रहते। मुझे समझ में आ जाना चाहिए था कि वह मेरे साथ इशकबाजी कर रहा था।कुछ हद तक मुझे लगता हे मॆं सोच रही थी कि ये बहुत हि खराब तरकिब हे और नामुम्किन हे और इसीलिए में मान लेती हुं कि ऎसा नहीं हो रहा हे । जॆसे जॆसे मेरा शादी टूट रहा था, मॆं सही में फ़स गयी थी क्योंकि मेरे पास कहीं और जानेके लिए नहीं था, और हम लोग साथ में रहने लगे और मॆं अपनी बेटी को भी साथ में ले आयी। हम साथ में रहने लगे और घर को सजाया और सब कुछ बहुत ही शांतिपूर्ण था। मेरा जीवन बहुत समय से शांतिपूर्ण नहीं था और सही में ना उसका। हम एक दुसरे के बहुत हि करीब थे हमारे प्यार के संबंध के शुरुआती दिनों से हि। हम लोग निरन्तर सम्पर्क में थे । लेकिन हम दोनों ही बहुत ही कठिन लोग थे झेलने के लिए [हंसकर]। बहुत ही मजाकिया बातचीत में एक बार उसने मुझसे स्वीकार किया कि उसका एक पसंदिदार गाना हे और मॆं ने उसको मेरे लिए वह गाना गाने को मना लिया। वह था "फ़ियोना एप्पल" द्वारा गाया हुआ "असाधारण यंत्र"। मुझे लगता हे उसको यह गाना पसंद आया क्योंकि इस गाने में एक तरह का संकटग्रस्त कि भावना हे और साथ हि में उसमें आशा भी हे। ♪ नंगे पांव चलने से धीरे छड पाउंगी लेकिन मॆं बॆचेनी हालातों में निपुण हुं तो इसी लिए में हमेशा अपने आप को बदलते हुए नहीं रोक सकती ♪ अनेक माइने में, एरोन जीवन के बारे में अत्यंत आशवादि था। उसे भी नहीं लगता था, कि वह जीवन के बारे में अत्यंत आशवादि हो सकता था। ♪ मॆं एक "असाधारण यंत्र" हुं ♪ (एरोन) - तुम क्या कर रही हो? (क्विन्न) - फ़्लिकर में अभी विडियो का प्रावधान हे। स्वार्ट्झ ने अपनी शक्ति बहुत सारे नये परियोजना में डाला जो जनता कि जानकारि के आगमन के बारें में था जीसमें एक जवाबदेहि वेबसाइट "वाच्चढोग.नेट(watchdog.net)" भी था और एक परियोजना जीसका नाम था "खुला ग्रंथालय(दि ओप्न लॆबरेरि)"। "खुला ग्रंथालय" परियोजना एक वेबसाइट हे जीसको आप "ओप्न लॆबरेरि.ओअरजी(openlibrary.org)" में देख सकते हॆ, और इसका प्रयत्न था की वह एक बडा सा विकि बनें, एक वेबसाइट जीसको कोई भी सम्पादित कर सकता हे और जीसमें हर किताब को एक पन्ना हो । इसलिए हर किताब जो कभी प्रकाशित हुई हो, हम चाहते हॆं कि उसका एक भूजाल में पन्ना हो जीसमें प्रकाशक द्वारा, किताब विक्रेता द्वारा, ग्रंथालय द्वारा और पाठको द्वारा दिये गये सूचनायें हो इस एक वेबसाइट में हो और आप को वे सारे सम्पर्क दें जीनसे आप इसको खरिद सकेते हो, या कर्ज ले सकते हो या आप भूजाल में पड सकते हो । मुझे ग्रंथालय पसंद हे ।मॆं उस तरह का इनसान हुं जो जब कभी नये शहर में जाता हे, वह तुरंत वहां के ग्रंथालय धुंडता हे । वही "खुला ग्रंथालय(दि ओप्न लॆबरेरि)" का सव्पन हे, कि ऎसा वेबसाइट बनायें जीसमें आप एक किताब से दुसरा किताब, आदमी से लेखक, या विषय से योजना में खुद सकते हो और इस बडे और विशाल ज्ञान के पेड पे छड सकते हो जो अभी हमारे दॆहिक ग्रंथालय में झडि हुई हें और खो गयी हें और जीसको धूंडना बहुत मुश्किल हे, और ये लोगों को भूजाल में भी आसानी से उपलब्ध नहीं हे । ये बहुत ही आवश्यक हे क्योंकि किताबें हमारे सांस्कृतिक विरासत हे । किताबें वे जगह हें जहां लोग अपनी मन्न कि बात लिखने जाते हें, और ये सब एक उद्योग में ही सिमित हो जाए ... बहुत हि डरावनी बात हे । जनता के सूचाना को आप जनता को उपलब्ध कॆसे कर सकते हो? ये बहुत ही जाहिर सी बात लगेगी कि जनता के सूचाना को जनता के लिए उपलब्ध हे, लेकिन सचाई में ऎसा नहीं हे । हालाकि जनता कि सूचना सब के लिए मुफ़्त होनी चाहिए लेकिन वह ज्यादातर मुक्त नहीं हे । ज्यादातर वह पींझरों में बंद हे. जॆसा कि वह राष्ट्रिय उद्यान में हे लेकिन खाइ से घिरा हुआ हे, और उससे बंदुक का कंगुरा निकले हुए, अगर कोई सही में आ जाए और जनता के सूचाना का लाभ उठाना चाहे थो । एक ऎसी परियोजना जीसमें एरोन को बहुत ही दिलचस्पी थी, वह था जनता के सूचाना को जनता के लिए उपलब्ध कराना। और यही वह चीझ थी जीसकी वजह से बहुत सारे मुशकिलों में फ़ंसा। मॆं संयुक्त राज्य अमरीका में संघीय न्यायालयों के दस्तावेजों को प्राप्त करने कि कोशीश कर रहा था। जो मॆं ने खोज निकाला वह था ये पेचीदा व्यवस्था जीसका नाम था, "पेसर(PACER)" जीसका विस्तार हे "न्यायालय के अंकीय दस्तावेजों को जनता को उपलब्ध कराना"। मॆं ने भूजाल में धुंडना शुरु किया और तब मुझे कार्ल मालमुद के बारे में पता चला। संयुक्त राज्य अमरीका में कानूनी दस्तावेजों को उपलब्ध कराना हर साल हजार करोड डोलर का उद्योग हे । पेसरे एक अविश्वासनीय घ्रूणिता योग्य सरकारी सेवायें हे । उसमें हर पन्ने का दस सेंट्स लगता हें, ये एक सबसे ज्यादा दिमागरहीत योजना होगी जो आपने कभी देखी होगी. आप इसमें कुछ भी धुंड नहीं सकते । आप कुछ भी आगे के उपयोग के लिए बचा नहीं सकते । आप के पास इसको इस्तमाल करने के लिए खर्जे का पत्ता(क्रेडिट कार्ड) होना चाहिए और ये सारे जनता के दस्तावेज हें। अमेरिका के जिला न्यायालय बहुत ही महत्वपुर्ण हें क्योंकि यहीं से हमारे बहुत सारे प्राथमिक मुकदमे शुरु होते हें : नागरीक हक के मुकदमे, एकस्व के मुकदमे, और भी बहुत तरह के मुकदमे । पत्रकार, विद्यार्थी, नागरीक और वकिल, सब को "पेसर" का अभिगमन चाहिए और वह उनके लिए हर तरह से मुशकिल करने कि कोशीश करता हे । वह लोग जीनके पास साधन नहीं हे वे कानून को नहीं समझ सकते उतनी आसानी से जॆसे कि वह लोग जीनके पास "स्वर्ण अमेरिकन एक्स्प्रेस पत्ता" हे । न्याय के अभिगमन ये एक पथ-कर हे । लोकतंत्र में कानून परिचालन व्यवस्था हे और उसको देखने के लिए आपको पॆसा देना पडेगा? मेरी समझ में ये लोकतंत्र नहीं हे । वे लोग एक साल में लगभग 12 करोड दोल्लर्स बनाते हे पेसर व्यवस्था से, और उनके ही दस्थावेजों कहते हें कि उनको इतना नहीं लगता हे । वस्तव में ये गॆर कानूनी हे । 2002 का "दि ई-गोव्र्नमेंट एक्ट" कहता हे कि न्यायालयों सिर्फ़ उतना ही वसूल सकते हें जीतना कि उनको आवश्यक हे, जीससे वे पेसर को चालाने कि लागत कि पुनर्भुगतान कर सकें। "public.resource.org" के संस्थापक होने कि वजह से, मालमूद पेसर शूल्क का विरोध करना चाहते थे । उन्होंने एक कार्यक्रम को शुरु किया जीसका नाम था "पेसर पुनरावर्तन परियोजना", जहां लोग पेसर कागजात जीनके लिए उनको पॆसा भराना पडा था उसको वे भूजाल में डाल सकते थे एक मुफ़्त आंकड़ा कोष में ताकि दुसरे उसका उपयोग कर सकें। पेसर लोगों पर बहुत हमला हो रहा था अमरीका के राष्ट्रीय व्यवस्थापिका सभा का सदस्यों से और दुसरों से भी जनता कि उपलब्धि के बारे में, इसीलिए उन्होंने एक ऎसी व्यवस्था बनाई जीससे देश के 17 ग्रथांलयों से पेसर को मुफ़्त से अभिगमन कर सकते थे । इसका मतलब था एक ग्रंथालय हर 22,000 चौक मील के लिए और ये बहुत हि सुविधाजनक नहीं था। मॆं ने स्वयंसेवकों को एक परियोजना जीसका नाम था "थंब ड्राइव कोर्प्स" में भर्ती होना के लिए प्रोत्साहित किया, और जीन ग्रथालयों में जनता कि उपलब्धि थी वहां से पेसर से कागजात को प्राप्त कर, उनको पेसर पुनरावर्तन वेबसाइट पे डालने के लिए कहा। लोग एक "थंब ड्रॆव" लेकर इन ग्रंथालयों में जाते और उनसे बहुत सारे कागजात पेसर वेबसाइट से प्राप्त करते और उन सबको मुझे भेज देते । मेरा माइने में ये एक मझाक था। सहि में, जब आप "थंब ड्राइव कोर्प्स" पे बटन दबाते, तो आप "विझार्ड ओफ़ ओझ" में "मंचकिन्स" गाते हुए एक विडियोकिल्प आ जाता हे: "♪ हम लोलिपोप समझ का प्रतिनिधित्व करते हें ...♪ लेकिन मुझे दूसरे दूरभाष यंत्र पे स्टीव शुलट्झ और एरोन का कोल आया, उन्होंने कहा, "हम "थंब ड्राइव कोर्प्स" में भर्ती होना चाहते हें।" उन हि दिनों, मॆं अरोन से एक सम्मेलन में मिला। ये एक ऎसा परियोजना थी जीसमें बहुत सारे लोगों का सहकार्य जरुरी था। इसीलिए मॆं उसके पास गया और कहा, "मॆं पेसर समस्या में हस्तक्षेप करने का सोच रहा हुं।" शुलट्झ ने पेहले ही एक योजना बनयी थी जो स्वतः पेसर दस्तावेझों को प्राप्त करता था इन ग्रंथालय से । स्वार्टझ उसको देखना चाहता था। इसीलिए मॆं ने उसको योजनायें दिखाई और मुझे नहीं पता था उसके बाद क्या होगा, लेकिन उस सम्मेलन के अगले कुछ घंटों में वह एक खोने में बॆठे हुए, मेरी योजना को सुधारता रहा, एक दोस्त जो इन ग्रंथालय के पास रेहता था से मदद ली उस ग्रंथालय में जा कर और उसके सुधारे हुए योजना कि परिक्षा करें और तब न्यायालय के लोगों को समझ में आया कि कुछ उनके सोचे हुए उपाय के हिसाब से नहीं हो रहा हे । और दस्तावेज आने शुरू हुए और आने लगे और आने लगे और जळि ही 760 जिबि(GB) के पेसर दस्तावेज वहां था, लगभग 2 करोड पन्ने । इन ग्रथालयों से प्राप्त ज्ञान का उपयोग करके, स्वार्ट्झ पेसर व्यवस्ता पर अतिविशाल स्वत:समान्तर प्राप्त करने कि योजना चला रहा था। वह लगभग 27 लाख संघीय न्यायालयों के दस्तावेजों को प्राप्त कर पाया, करीब-करीब २ करोड पन्ने जीसमें सूत्र थे । अब मॆं मानता हुं कि २ करोड पन्ने उन लोगों के अपेक्षा से बहुत ज्यादा था जो कि ये परियोजना चाला रहे थे लेकिन दफ्तरशाह को चकित कर देना गैर कानूनी नहीं हे । एरोन और कार्ल ने जो हुआ था उसके बारे में "दि न्यु योर्क टॆम्स(अमेरीका कि प्रमुख अखबार)" से जाकर बात करने का निश्चय किया। उन्होंने इसकि वजह से "एफ़.बि.ऎ." का ध्यान भी आकर्षीत किया, जीन्होंने इल्लिनोइस में स्वार्ट्झ के माता-पिता के घर के बाहर पेहरा देना शुरू कर दिए । और मुझे उसके माता से ट्विट आया, "मुझे कोल करो!!" तो मॆं सोचने लगा कि ऎसा भला यहां क्या हो रहा हे? और इसीलिए अन्ततः मॆं ने एरोन को धुंड नीकाला और एरोन कि माता बार बार केह रहि थी, "हे भगवान, एफ़.बि.ऎ. , एफ़.बि.ऎ., एफ़.बि.ऎ.!" एक एफ़.बि.ऎ. का आदमी हमारे घर के वाहनमार्ग में गाडी चला कर आ रहा था, देखने के लिए कि अगर एरोन अपने कमरे में हें, मुझे याद हे कि मॆं घर में था उस दिन और मॆं सोच रहा था कि क्यों ये कार हमारे वाहनमार्ग में गाडी चलाकर आ रहा था और वपीस जा रहा था। ये बहुत ही अजीब हे । और पांच साल बाद मॆं एफ़.बि.ऎ. कि लेख्यपत्र पड रहा था और मॆं अपने आप से कहेने लगा, "हे भगवान. वह एक एफ़.बि.ऎ. का आदमी था हमारे वाहनमार्ग में।" वह भयभीत हो गया था। वह बहुत ही भयभीत हो गया था। वह और ज्यादा भयभीत हो गया जब एफ़.बि.ऎ. ने उसको दूरभाष यंत्र से दूरवाणि कर उसको किसी कोफ़ी कि दूखान में वकिल के बिना आने में मजबुर करने कि कोशिश की। उसने कहा कि वह घर गया और बिस्तर में लेटा और कांपने लगा। इन दस्तावेजों से ये भी बहार आया कि न्यायालय के दस्तावेजों में अतिविशाल तरह से व्यक्तिगतता का उल्लंघन हो रहा था। अंततः इसके परिणाम से न्यायालयों को अपने नीतियों को बदलने में मजबुर होना पडा, और एफ़.बि.ऎ. ने अपने जांच-पड़ताल को बंद कर दिया बिना किसी आरोप के । आज भी, मुझे ये उल्लेखनीय लगता हे कि कोई भी, यहाँ तक कि एफ़.बि.ऎ. के सबसे चोटे से चोटे क्षेत्र विभाग, ने सोचा कि करदाता के डोल्लर्स का सबसे अच्छा उपयोग था कि लोगों कि जांच करना वह भी चोरी के लिए क्योंकि उन्होंने कानून को सार्वजनिक बनाया था। कॆसे आप अपने आप को कानून का आदमी केह सकते हो, और सोच सकते हो कि कानून को सार्वजनिक बनाने में कुछ भी गलत हो सकता हे? एरोन खुद को जोखिम में डालने के लिए तॆयार था उन सिद्धान्तों के लिए जीन में वह विशवास करता था। संपत्ति असमता से प्रभावित को कर, स्वार्ट्झ तकनीक विज्ञान के परे विस्तृत प्रकार के राजनॆतिक कारणों में देखने लगा। मॆं प्रतिनिधि सभा में गया और मॆं ने उसको आमंत्रित किया हमारे साथ अन्तरित करना करने के लिए ताकि वह राजनॆतिक व्यवस्था सीख सके । वह धीरे धीरे इस नये समूह, नये निपुणता को सीख रहा था और राजनीति को भी बदलने को सीख रहा था। ये बहुत बेहूदा हे कि खान खोदनेवाला हथौड़ा मारते रहे जब तक कि उनके पूरा शरीर से पसीना रिसते रहे ये सोचते हुए कि अगर उन्होंने रोकने कि हिम्मत कि तो वे उस रात को अपने मेज़ पे खाना नहीं रक पायेंगें, जब कि मॆं ज्यादा और ज्यादा पॆसा बना सकता हुं हर दिन घर बॆठे दूरदर्शन देख कर। लेकिन स्पष्टतया दुनिया बेहूदा हे । इसीलिए मॆं ने एक समूह जीसका नाम था "प्रगतिवाद बदलाव अभियान कार्यवर्ग" को सह संस्थापित किया, और हमने कोशिश कि हम लोगों को भूजाल पर संगठित करेंं जो प्रगतिवाद राजनीति के बारे में इच्छा रखते हें और देश को प्रगतिवाद दिशा में ले जाना चाहते हें ताकि वह सब साथ आएं, हमारे एमॆल पट्टि में भाग ले और हमारे अभियान में भाग ले और देश भर में प्रगतिवाद उम्मीदवारों को निर्वाचित करने में हमारी मदद करें । ये समुह हि जिम्मेवार था एलिजबेथ वोर्रेन को राज्यसभा में निर्वाचित करने के अभियान में जनसाधारण प्रयत्न को सुलगाने के लिए। उसको हो सकता हे कि लगता था कि यह मूर्ख व्यव्स्था हे लेकिन वह इसमें आया और कहने लगा, "मुझे यह व्यव्स्था सीखना हे, क्योंकि इसको कुशलतापूर्वक बदला जा सकता हे किसी भी सामाजीक व्यवस्था जॆसे ।" लेकिन उसका जूनून ज्ञान के लिए और ग्रंथालयों के लिए कम नहीं हुआ। एरोन ने उन संस्थानो को करीब से देखना शुरू किया जो शैक्षिक पत्रिका प्रकाशित करते हें। क्योंकि आप अमेरिका के एक बडे विस्वविद्यालय के विद्यार्थी हें, मॆं अपेक्षा करता हुं कि आप को विस्तृत और विभिन्न प्रकार के अध्ययनशील पत्रिकायें उपलब्ध होंगे । लगभग अमेरिका के हर बडे विस्वविद्यालय इन संस्थानों को अनुज्ञा शुल्क देते हें जॆसे कि "जे.अस.टि.ओ.र.(JSTOR)" और "थोम्सन", "ऎ.अस.ऎ." ताकि उनको अध्ययनशील पत्रिकायें उपलब्ध हो जो दुनिया के अन्य भाग पड नहिं सकते । ये अध्ययनशील पत्रिकायें और लेख तत्त्वतः भूजाल में मनुष्यों के सम्पूर्ण ज्ञान का भंडार हें, और बहुत सारे करदाता के पॆसे से चुकाया गये हें या सरकारि अनुदान से, लेकिन उनको पडने के लिए आप को अकसर बहुत बडा भुगतान देना पडता हे "रीड-एलसिवियर" जॆसे प्रकाशकों को । ये अनुज्ञा शुल्क इतना अधिक होता हे कि लोग जो भारत में पड रहें हें, अमेरिका में पडने के बदले, उनको इस प्रकार कि उपलब्धि नहीं हे । उन लोगों को इन पत्रिकाओं से अवरुद्ध कर दिया गया हे । उनको सम्पूर्ण वैज्ञानिक विरासत से अवरुद्ध कर दिया गया हे । मेरा मतलब हे, इनमें से बहुत सारे पत्रिका और लेख "दि एन्लॆटमेंट" के समय के हें। हर बार जब भी किसी ने वैज्ञानिक लेख लिखा हे, उसको जांच किया गया, अंकीकरण किया गया और फ़िर इन संकलनों में डाला गया। ये वह विरासत हे जो हमें दिया गया हे इतिहास के उन लोगों से जिन्होंने दिलचस्प काम किया, इतिहास के वैज्ञानिकों के द्वारा। ये वह विरासत हे जो हम लोगों कि होनी चाहिए, लेकिन इसके बजाय, यह कुछ मुनाफ़े के उद्योगों द्वारा बंद कर दि गयी हॆं और भूजाल में डाल दि गयी हॆं जो इनसे अधिकतम मुनाफ़ा प्राप्त करने कि कोशीश करते हॆं। तो अगर एक शोधक जीसको विश्वविद्यालय या सरकार से तनख्वाह देती हे एक लेख प्रकाशित करता हे, और इस प्रक्रिया सबसे अंतिम चरण पर, जब सारा काम हो कर दिया गया हॆ, सब मौलिक रूप से शॊध खतम हो गया हो, सोचना, प्रयोग, विश्लेषण, सब कुछ होने के बाद, अंतिम स्तर पर, शोधक को अपने मुद्राधिकार इस करोंडों कि उद्योग को दे देना पडता हॆ। ये बहुत हि निराशाजनक बात हॆ। ये पूरी अर्थव्यवस्था स्वयंसेवक के श्रम पे बनाया गया हॆ, और फिर सबसे ऊपर बॆठ कर प्रकाशक मलाई खा जाता हॆ। ईससे बडा घोटाला आप को कहीं मिलेगा। ब्रिटेन देश में एक प्रकाशक ने पीचले साल 300 करोड डोल्लर्स कमाया। मेरा मतलब हॆ, कितना बडा अवैध धंधा हॆ ये! "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" इस कहानी में बहुत ही छोटी खिलाडि हॆ, लेकिन कुछ कारणों कि वजह से एरोन ने "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" का मुकाबला करने का निश्चय किया। वह किसी सम्मेलन में गया था जीसका विषय था मुक्त अभिगमन और मुक्त प्रकाशकता, और मुझे नहीं पता "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" से कॊन आया था, लेकिन मुझे लगता हे, बिच में कभी, एरोन ने सवाल पुछा था, ""जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" को सदैव मुक्त करने के लिए कितना क़ीमत लग सकता हे?" और उन्होंने कहा, जीतना मुझे याद हे, कुछ 20 करोड डोल्लर्स, ऎसा कुछ जो एरोन को बिलकुल बेहुदा लगा। हार्वर्ड में अधिछात्रवृत्ति में काम करते वक्त, उसे पता था कि "एम.ऎ.टि.(MIT)" के मुक्त और तेज जाल में उपभोक्ता को "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" के पूरे बंडार का अधिकृत अभिगमन हॆ। स्वार्ट्झ को ये एक अवसर दिखा। आप के पास उन फाटक कि चावि हॆ, और चोटि सी कवच लिपि के जादू से आप को वे सारे पत्रिकायें मिल जायेगी। 24 सितम्बर , 2010 में, स्वर्ट्झ ने नया खरीदे गये "एसर" के लैपटॉप को रजिस्ट्रीकृत करवाया एम.ऎ.टि.(MIT) के जाल में, "गॆरि_होस्ट: के नाम से । मुवक्किल को "भूत_लैपटॉप" के नाम से रजिस्ट्रीकृत करवाया था। उसने "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" को वॆसे नहीं थोडा जॆसे पारंपरिक तरह से थोडा जाता हॆ। "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" आंकड़ा कोष बहुत ही सुनियोजित हॆ, तो "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" से कॆसे सारे लेख प्राप्त किया जाए वह पता करना बहुत आसान था, क्योंकि वह सब कुछ अंकित था। वह मुलत: लेख संख्या 444024, फ़िर 25 और 26। उसने एक अजगर लिपि लिखा जीसका नाम था, "खिंचतेरहो.पॆ (keepgrabbing.py)", जो एक लेख के बाद एक को खींचता रेहता था। अगले दिन से, "भूत_लैपटॉप" ने लेख खींचना शूरू किया, लेकिन बहुत जळि कंप्युटर का "ऎ.पि.(IP)" पता अवरुद्ध हो गया। स्वार्ट्झ के लिए ये मेहज हि एक छोटि रुकावत थी। वह बहुत जळि हि अपने कंप्युटर को नया "ऎ.पि.(IP)" पता दे दिया और फ़िर से लेख प्राप्त करने लगा। तो "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" और "एम.ऎ.टि.(MIT)" ने बहुत सारे कदम उठाये इसमें दखल देना कि जब उनको ध्यान में आया कि ये हो रहा हॆ, और जब बहुत साधारण कदम नहीं काम आये, तो अनिवार्य हो कर "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" ने "एम.ऎ.टि.(MIT)" को ही अभिगमन से रोख दिया। तो ये एक चुहे-बिल्लि का खेल हो गया ताकि "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" के आंकड़ा कोष का अभिगमन पाने के लिए । एरोन इस खेल का बिल्लि था क्योंकि उसकि तकनीकी शमता ज्यादा थी "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" के आंकड़ा कोष को बचाने वालों से भी। अंततः, एक खुला हुआ कोठरी थी किसी एक इमारत के तहखाना में, और वहां गया और "वॆफ़ॆ(WiFi) से जाने के बदले, वह निचे गया और अपने कंप्युटर को सीधे जाल में भर दिया, और बस वंही छोड दिया एक बाहरी कोष से सारे लेख को कंप्युटर द्वारा प्राप्त करते हुए । स्वार्ट्झ अज्ञात था कि उसका लैपटॉप और कोष को प्राधिकारीयों ने बरामद कर दिया था। उन्होंने लेख प्राप्त करना नहीं रोखा। इसके बजाय, उन्होंने एक निगरानी का कैमरा संस्थापित कर दिया। उनको उसका कंप्युटर बरामद हुआ "एम.ऎ.टि.(MIT)" के एक इमारत के तहखाना में। वे चाहे तो उसको जाल से बाहर निकाल सकते थॆ। वे चाहे तो आदमी का इंतजार कर सकते थे और उससे कह सकते थे, "भाई, तुम क्या कर रहें हो ।बंद करो । तुम कॊन हो?" वे चाहे तो बहुत कुछ उस तरह कर सकते थे, लेकिन उन्होंने नहीं किया। वे इसको फिल्म करना चाहते थे सबूत के तॊर पर ताकि वे इस पे मुकदमा डाल सकें. यही कारण हो सकता हे ऎसे कुछ विषय का फ़िल्म बनाने को लेकर। प्रारम्भ में उन्होंने एक ही आदमी को पकडा जो जो उस कोठरी को बोतल और डब्बा रखने के लिए इस्तमाल कर रहा था। लेकिन बहुत दिनों बाद उन्होंने स्वार्ट्झ को केमरा पे पकडा। स्वार्ट्झ बहारी कोष को बदल रहा था। वह उसको अपने पीठ थैला से निकाला, फ़िर वह झुक जाता हे करीब पांच मिनटों के लिए केमरा के द्रुष्य से बहार। और उसके बाद वह चला जाता हॆ। और उसके बाद उन्होंने गुप्त निगरानी आयोजन किया और जब वह "एम.ऎ.टि.(MIT)" से साइकिल चलाते हुए घर जा रहा था, ये पुलिस अधिकारी रास्ते के दोनों और से आये, और उसके पिछा करने लगे । उसने वर्णन किया कि उसको जमीन पर लॆटाया गया और पुलिस ने उसके साथ दुरागतचर्य किया। उसने मुझे बताया, कि उसको अस्पष्ट था कि पुलिस उसका पिछा कर रही थी। उसको लगा था कि कोई उस पर हमला करने वाला हॆ। उसने बताया कि उन्होंने उसको मारा था। यह बहुत ही विनाशकारी था। ये ख्याल कि घर के किसी सदस्य पर किसी भी प्रकार का आपराधिक मुकद्दमा चल रहा था एक दम विदेशी और अचिंत्य था और मुझे नहीं पता था कि मॆं क्या करुं। उन्होंने एरोन के घर कि तलाशी ली, उसके केंब्रिड्ज के कमरे कि तलाशी ली और हार्वर्ड के कार्यलय कि तलाशी ली। गिरफ्तारी के दो दिन पेहले, तहकीकात "जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR)" और स्थानीय केंब्रिड्ज पुलिस के हाथों के बाहर चला गया था। उसको अमेरीका कि खुफ़िया व्यवस्था ने अपने जीम्मेदारी में ले लिया था। खुफ़िया व्यवस्था ने कंप्युटर और उधार पत्ती कि तहकीकात 1984 से शुरू कर दिया था, लेकिन 9/11 के हमले के छे हफ़्ते के बाद उनकी भूमिका बहुत फैल गया। [हर्षध्वनि] राष्ट्रपति भूश ने "देशभक्ति अधिनियम" का उपयोग करके एक समूह को स्थापित किया जीसका नाम था, "विद्युत अपराध कर्मी दल"। ये अधिनियम जो मेरे सामने हॆ अधुनिक आतंकवादीयों से नये दॊर के सच्चाई और खतरे से निपटने के लिए हॆ। खुफ़िया व्यवस्था के अनुसार, वे लोग मुलत: ऎसे कामों में व्यस्त हॆं जीससे अर्थव्यवस्था को असर होगा, संघठित अपराधीक समूह बनाने में या ऎसे षड्यंत्र जीसमें नये तकनीकि विज्ञान का उपयोग किया जा सकता हॆ। खुफ़िया व्यवस्था ने स्वार्ट्झ के मुकदमें को बोस्टन के अमेरीका के प्रतिनिधि वकिल के कार्यलय को दे दिया। एक आदमी था अमेरीका के प्रतिनिधि वकिल के कार्यलय में जीसका उपाधि थी, "कंप्युटर आपराधिक कर्मीदल के मुख्या" मुझे नहीं पता वहा और क्या कर रहा था, लेकिन आप कंप्युटर आपराधिक अभियोक्ता नहीं हॆ अगर आप के पास कोई कंप्युटर आपराध नहीं हॆ मुकदमा चलाने के लिए, इसीलिए वह इस अव्सर पर खुद पडा, इसे अपने पास ही रखा, किसी और को अपने कार्यलय से या अपने विभाग से नियुक्त नहीं करवाया और ये था "स्टिव हॆमेन्न"। एरोन स्वार्ट्झ के गिर्फ़तार होने के बाद से अभियोक्ता स्टिफ़न हॆमेन्न ज्यादातर सार्वजनिक द्रुष्टि से बाहर हॆं, लेकिन उनको यहां देखा जा सकता हॆ, दुरदर्शन के कार्यक्रम अमेरिकाई लालच, के एक कड़ी में, एरोन के गिर्फ़तार होने के लगभग ही फ़िल्म किया गया था। वह अपने पिछले मुकद्दमे के बारें में समझा रहा था जो कुख्यात हेकर,आलबर्टो गोंझाल्स के विरूद्द था, इस मुकद्दमें कि वजह से हॆमेन्न को काफ़ी प्रेस का ध्यान आकरशित हुआ और उसको सरहाया भी गया। गोंझाल्स ने 10 करोड उधार पत्ति और ए.टि.एम.(ATM) संख्या को चुराने कि योजना बनायी थी, इतिहास का ऎसा सबसे बडा घोटाला। इसमें, हॆमेन्न, गोंझाल्स का विवरण करते हुए, हेकर सोच के बारे में अपने विचार बता रहा हॆ: ये लोग उन्ही चीजों से प्रभावित हॆं जीनसे हुम प्रभावित होतें हॆ. उनका भी अहम होता हॆ, उनको चुनौती अच्छि लगती हॆं और निस्सन्देह उनको भी पॆसा अच्छा लगता हॆ और वो सभी जीसको पॆसा खरीद सकता हॆ। एक संदिग्ध व्यक्ति जो गोंझाल्स के मुकदमे में फँसा, वह था युवा हेकर जीसका नाम था, जोनथन जॆम्स। ये मान कर कि गोंझाल्स के अपराध उस पर बांध दिया जायेगा, जॆम्स ने जाँच-पड़ताल के दौरान आत्म हत्या कर लिया। एक प्रारंभिक पत्रकार से बातचित के दॊरान जीसमें वह एरोन के मुकदमे में सरकार के दृष्टिकोण के बारे में समझा रहे थे, हॆमन्न के उपर के अधीकारि, मॆसाचुसेट्टस जिला के अमेरिका के प्रतिनिधि वकिल, कारमेन ओरटिझ, ने कहा था: "चोरी चोरी होता हॆ, या तो आप एक कंप्युटर को आदेश दे कर करो या आप एक लोहदंड से और या तो आप दस्तावेज चुराओ, या आँकड़े या पॆसा। ये सत्य नहीं हॆ। ये स्पष्टतः सत्य नहीं हॆ। मॆं नहीं बोल रहा कि ये हानिकारक नहीं हॆ, और मॆं ये भी नहीं कह रहा कि सूचना कि चोरी को आपराधिक नहीं करना चाहिए, लेकिन आप को बहुत ही सूक्ष्म होना चाहिए ये पता करने में कि वास्तव में किस प्रकार कि चोरी इसमें हानिकारक हॆ। लोहदंड के बारें में सोचेंगे तो, हर बार जब भी मॆं लोहदंड से किसी जगह मॆं थोड के जाता हुं, मॆं नुकसान पहुंचाता हुं। इसमें कोई शक नहीं हॆ। लेकिन अगर एरोन एक लिपि लिखता हॆ जो केहता हॆ, "प्राप्त करो, प्राप्त करो, प्राप्त करो" एक सेकंड में सॊ बार, यहां प्रत्यक्ष रूप से किसी को नुकसान नहीं हॆ। अगर वह शैक्षिक अनुसंधान के लिए लेखागार को संग्रहण के लिए ये करता हॆ, इससे किसी को कभी कोई नुकसान नहीं होगा। वह चोरी नहीं कर रहा था। वह जो उसको प्राप्त हुआ ना बेच रहा था ना किसी को दे रहा था। जीतना मॆं कह सकता हुं वह बस अपनी बात को साबित कर रहा था। गिरफ्तारी ने स्वार्ट्झ को काफ़ि परेशान किया। वह इसके बारे में एकदम किसी से बात नहीं करता था। वह अत्यधिक परेशान था। अगर आप को लगता हॆ कि एफ़.बि.ऎ.(FBI) आप के घर किसी भी दिन आने वाली हॆ, और जब भी आप प्रवेश मार्ग में जा रहें हों, या कपडा धोने जा रहे हों, और वह आप के घर में घुस जायेंगे क्योंकि आपने दरवाजे को बंद नहीं किया था, ऎसे स्थिति मॆं मॆं तो काफ़ि परेशान रेहता, और ये साफ़ था, और इसी वजह से एरोन हमेशा रूखा हुआ रेहता था। इस समय के दॊरान वह अपने अता-पता के बारे में कोई भी निजी सूचना नहीं देता था क्योंकि उसको डर था कि एफ़.बि.ऎ.(FBI) उसका वहां इंतजार कर रही होगी। वह समय अभूतपूर्व सामाजीक और राजनॆतिक सक्रियतावाद का था। टॆम पत्रिका ने बाद में 2011 साल के प्रमुख व्यक्ति का खिताब, "प्रदर्शनकारी" को दिया। हर जगह हेकर कार्य का अड्डा बन गया था। विकिलिक्स ने राजनयिक तारों का खजाना विमोचित कर दिया था, मेन्निंग को उस समय गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन पता नहीं था कि क्या वही रिस का सूत्र था। "गुमनाम" जो प्रदर्शनकारीयों का सामूहिक प्रभाव था और उस समुह में बहुत सारे हेकर थे, बहुत सारे मौज-मस्ती के दौरे पे निकले हुए थे । अगर आप जो उसने किया उन सबसे तुलना करेगें , उसका काम तो एम.ऎ.टि.(MIT) और जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) के लिए छोड देना चाहिए था सामना करने के लिए, एक निजि और व्यावसायिक मामले कि तरह। उसको कभी भी आपराधिक व्यवस्था के ध्यान में ही नहीं आना चाहिए था। ये मामला वहां से संबंध ही नहीं रखता। उस पर दोष लगाने से पेहले, स्वार्ट्झ को दलील का सौदे का प्रस्ताव दिया गया था जीससे उसको तीन महिने कि सजा होती, कुछ समय आधे-अधुरे घर में, और एक साल घर में हि निग्राह, सब कुछ कंप्युटर का इस्तमाल करने के रोख के साथ। ये शर्त था कि स्वार्ट्झ को जुर्म कर एक मुजरिम कि दलील देनी होगी। हम ऎसे परिस्थिति में थे: हमारे पास कोई खोज नहीं था, कोई भी सबूत नहीं था कि सरकार किस बल पर मुकदमा लड रही हॆ, और हमें ये विशाल सा निर्णय लेना था और हमारा वकिल हमें ये करने के लिए बोल रहा हॆ, सरकार अपरक्राम्य माँग कर रही हॆ, और आप को बताया जा रहा हॆ कि आप कि जीतने कि संभावना बहुत ही कम हॆ, अगर आप मुजरिम हो या नहीं, आप को ये समझॊता लेने में ही भलाई हॆ। बोस्टन का अपना खुद का कंप्युटर आपराधिक विभाग हॆ, जीसमें बहुत सारे वकील हॆं, सम्भवतः जीतनी उनको जरूरत हॆ, उससे भी ज्यादा। आप अंदाजा लगा सकते हॆं कि उनके पास ऎसे सारे मुकदमें आते होगें जीनमें मुकदमा चलाना बहुत मुशकिल होता होगा, क्योंकि कुछ आपराधि रूस में हॆं, या कुछ लोग किसी उद्योगों के लिए काम करते हॆं जीनके पास पांच सॊ या सात सॊ डोल्लर्स प्रति घंटा के वकील हॆं जो आप के विरुद्ध हॆं और फ़िर आपके पास ये मुकदमा आता हॆ इस लडके का, जीसमें बहुत ही आसानी से साबित किया जा सकता हॆ कि उसने कुछ तो किया हॆ, और उसने पहले से ही अपने आप को एफ़.बि.ऎ.(FBI) के साथ उपद्रवी प्रख्यात कर लिया हॆ, तो क्यों ना अपनी सारी शक्ति इस लडके के विरूद्ध डाल दिया जाए? ये अभियोक्ता के लिए अच्छा हॆ। ये गणतंत्र के लिए अच्छा हॆ, क्योंकि आप इन आतंकवादी जॆसे लोगों से लड रहे हो। मॆं बहुत डर गई थी। मुझे मेरे कंप्युटर के जब्त होने का बहुत डर था। मुझे बहुत डर था कि मुझे कारागृह जाना पडेगा क्योंकि मेरा कंप्युटर को जब्त कर लिया जाएगा। मेरे पास कंप्युटर में गोपनीय सामान थी जो मेरे सूत्रों ने मेरे पुराने काम के दोरान भेजा था, और मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात थी कि मॆं अपने सूत्रों को सुरक्षित रखुं। मुझे बहुत डर था कि अडा(उसकि बेटि) का क्या होगा। एरोन ने मुझे बताया कि उन्होंने उसको एक समझॊता प्रस्तुत किया हॆ, और उसने अंततः ये ही कहा कि वह समझॊता मंझुर कर लेगा अगर मॆं ने उस से करने को कहा तो, और में ने कहा, मॆं बहुत ही खरीब थी उससे कहने कि, "मंझुर कर लो।" उसको ... उसने काफ़ि गंभीर राजनॆतिक महत्वाकांक्षायें विकसित कर लीया था, उस दॊरान, जब उसने अपना नविन उद्यमी जीवन को छोड कर, और ये नया जीवन शुरु किया जीसमें वह राजनॆतिक सक्रियतावाद में आ गया था, और वह विश्वास नहीं करना चा रहा था कि वह अपना जीवन आपराधिक कार्य के साथ क़ायम रख पायेगा। और उसने एक बार मुझेसे कहा, जब हम राष्ट्रभवन के करीब चल रहे थे, और् उसने मुझसे कहा, "वे लोग आपराधि को इसमें काम नहीं करने देते ।" और वह सही में चाहता था कि उसकि जींदगी ऎसी हो । उसने किसी का खून नहीं किया था. उसने किसी को चोट नहीं पहुंचाई थी। उसने पॆसा नहीं चुराया था। उसने ऎसा कुछ नहीं किया था जीसे आपराधीक कहा जा सके? और बहुत लोगों को ये अभी भी लगता हॆ कि ऎसा कोई कारण नहीं जीसके लिए उसको आपराधी घोषित किया जाए, और उसने जो किया उसके लिए उससे बहुत से राज्यों में मतदान करने का अधीकार छिन लिया जाए। ये बहुत चौंका देनेवाली बात हॆ। हो सकता हॆ उसको कुछ जुर्माना देना पडे, या उसको एम.ऎ.टि.(MIT) में वापस नहीं आने दिया जाए । लेकिन उसको आपराधी करार देना? इसके लिए कारग्रुह भेज देना? स्वार्ट्झ ने माफ़ि कि दलील ठुकरा दिया। हॆमन्न ने अपनी कोशिश धुगनि कर दिया। हॆमन्न ने सारे तरफ़ से जोर लगाना शुरू किया। हालाकि उनके पास भौतिक सबुत थी जो उन्होंने एरोन के एसर कंप्युटर के कोष से और यु.अस.बि.(USB) कोष से जब्त किया गया था, अभियोक्ता को उसके उद्देशय के बारे में सबुत चाहिए था। एरोन स्वार्ट्झ क्यों जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) से लेख प्राप्त कर रहा था, और उसका उनसे क्या करने का इरादा था? सरकार का दावा हॆ कि इन सबको प्रकाशित करना उसका नियोजन था। हमें वास्तव में नहीं पता कि उसका असली उद्देश्य यही था क्योंकि एरोन ने पेहले भी ऎसे परियोजनांये में काम किया था जहां उसने बहुत लेखों के विशाल आंकड़ा समुच्चय का विश्लेषण किया जीससे वह दिलचस्प विषय को सीख पाये । इसका सबसे अच्छा सबूत ये था कि जब वह स्टेंफ़ोर्ड में था, उसने पुरा वेस्टलो के कानूनी आंकड़ा कोष को प्राप्त किया था। स्टेंफ़ोर्ड के कानून के विद्यार्थीयों के साथ एक परियोजना में, स्वर्ट्झ ने वेस्टलो के कानूनी आंकड़ा कोष को प्राप्त किया था। उसने कानूनी शोध में पूँजी लगाना वालों और अनुकूल परिणाम के चिंताजनक रिश्ता के बारें में खोज निकला था। उसने ये अद्भुत विश्लेषण किया जीसमें मुनफ़े के उद्योग कानून के महाध्यापक को पॆसा देते थे जो कानून के समालोचना लेख लिखते थॆ जो फ़िर लभदायक होते थे जॆसे कि एक्स्सोन को तॆल फैल जाने के दॊरान। इसीलिए ये बहुत ही भ्रष्ट व्यव्स्था थी पुजीं देने कि, और दिखावा का शोध था। स्वार्ट्झ ने कभी वेस्टलो के दस्तावेजों को नहीं जारी किया। सिद्धान्त में, वह यही जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) के आंकड़ा कोष के साथ भी कर रहा होगा। और ऎसा करने के लिए उसको बिल्कुल अनुमति थी। अगर उसका इरादा था कि वह जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) का प्रतियोगी सेवा शुरू करें, जॆसे हम खुद अपना प्रतिष्ठित कर रहें हॆ हारवर्ड के कनूनी समालोचना के अभिगमन के लिए और उसके लिए शुल्क लें, तो तब हो सकता हॆ ये आपराधीक उल्लंघन हो गया क्योंकि आप व्यावसायिक रूप से उस सामान का उपयोग कर रहॆ हो, लेकिन ऎसा सोचना कि वह ऎसा कर रहा होगा मूर्खतापूर्ण होगा। तो फ़िर एक बिच का मामला हो सकता हॆ: क्या अगर वो कोशिश कर रहा था ये सब बढ़ते दुनिया के लिए मुक्त करने के लिए? लेकिन वह क्या कर रहा था, उसपर निर्भर करने से, बहुत ही अलग पहलू बनता हॆ कि उसको किस तरह के कानून से देखना चाहिए । सरकार उसपे मुकदमा चला रही थी ये मान कर कि ये एक व्यावसायिक आपराधीक उल्लंघन हॆ, जॆसे कि ये उधार पत्ती के दस्तावेजों कि चोरी करने के जॆसा अपराध हो। मुझे नहीं पता कि वह ये आंकड़ा कोष के साथ क्या करने वाला था, लेकिन मॆंने एक उसके दोस्त से सुना था कि एरोन ने उसको बताया था कि वह इस आंकडों का विश्लेषण करना चाहता था ये साबित करने के लिए कि वातावरण बदलाव के शोध में उद्योगि पूंजी कि वजह से बहुत ही पक्षपातपूर्ण परिणाम निकलते थे और मॆं इस बात पे पुरा यकिन करता हुं। मुझे बताया गया कि स्टिव मेरे से बात करना चाहता था, और मुझे लगा कि इस तरह मॆं इस मामले से बहार निकल पाऊंगी, बस किसी तरह इस परिस्थिति से बाहर निकलना था, और मॆं अपने कंप्युटर जब्त होने के डर में नहीं रेहना चाहति थी। मॆं न्यायालय के आदेशों का उल्लग्घन के लिए जेल जाने के डर में नहीं रेहना चाहति थी अगर उन्होंने मुझे मेरे कंप्युटर को सुलझाना के लिए मजबुर किया तो । उन्होंने जब मुझसे कहा "स्टिव तुमसे बात करना चाहता हॆ," मुझे ये उचित लगा। उन्होंने नोर्टन को "एक दिन कि रानी" का खथ या प्रस्ताव दिया। इससे अभियोक्ता को उससे एरोन के मुकदमे के बारे में सवाल पुछने कि अनुमति मिलती। इसके बदले इस मुलकात में जो भी सूचना का खुलासा होता उससे नोर्टन को अनुशीलता से प्रतिरक्षा मिलती। मुझे ये बिलकुल पसंद नहीं था। मॆं ने अपने वकिलों से बार बार कहा कि मुझे ये पसंद नहीं था, दाल में कुछ काला लग रहा था, मुझे ये अच्छा नहीं लगा, मुझे प्रतिरक्षा नहीं चाहिए थी, मुझे प्रतिरक्षा कि जरूरत नहीं थी, मॆं ने कुछ नहीं किया था, लेकिन वे लोग बहुत ही सख्त थे इसके बारे में वे नहीं चाहते थे कि मॆं प्रतिरक्षा के बिना अभियोक्ता से मिलुं। [साक्षात्कारकर्ता] लेकिन बस सही से समझने के लिए, ये "एक दिन कि रानी" का समझॊता था, - हां, एक प्रस्ताव पत्र था। जीसमें आप अपने अनुशीलता से प्रतिरक्षा के लिए उनको सूचनायें प्रधान करते। -ऎसा नहीं था कि आप उनको सूचना दे रहें थे । मॆं इसको इस तरह नहीं देख रही थी, मेरे विचार में ये बस एक बातचीत थी, उनके साथ। -वे आप से सवाल पुछते ... -हां, वे लोग मेरे से सवाल पुछते । -और वे लोग किसी भी विषय के बारें में सवाल पुछ सकते थे, जो वह चाहें ... - हां। - और उससे उनको जो भी पता चलता ... - मॆं सही में ... - वे आप को उससे अनुशील नहीं कर सकते थे । -हां, और मॆं ने बार बार कोशिश किया कि वहां खाली हाथ जाऊं। मॆं ने बार बार प्रस्ताव पत्र को ठुकराने कि कोशिश किया। मॆं बिमार थी। मुझे पर मेरे वकिल दबाव डाल रहे थे । मॆं अस्पष्ट थी। उस समय मॆं अच्छा नहीं कर पा रही थी। मॆं बहुत उदास थी, मॆं डरी हुई थी, और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मॆं किस परिस्थिति में थी। मुझे नहीं पता था कि मॆं इस परिस्थिति में क्यों थी। मॆं ने कुछ भी गलत छोडिये, दिलचस्प काम भी नहीं किया था। हम लोग आपना दिमागी संतुलन खो बॆठे थे । एरोन इसके बारे में बहुत ही परेशान था इसके बारे में। हम सब इसके बारे में बहुत ही परेशान थे । एरोन के वकिल भी इसके बारे में बहुत ही परेशान थे । हमने कोशिश किया कि क्विन्न अपने वकिल बदले । मॆं बहुत ही अनभ्यस्त ऎसे कमरे में होने के जहां बडे विशाल पुरूष, जीनके पास हथियार हॆ, और जो मुझे बारबार कहे रहे थे कि मॆं झुठ बोल रही हुं और मॆं ने कुछ तो किया ही होगा। मॆं ने उनको कहा कि वह जीस चीज के लिए मुकदमा कर रहें हॆं वह एक अपराध ही नहीं था। मॆं ने उनको कहा कि वह इतिहास में गलत तरीखें से देखे जायेंगें । मॆं ने यहि शब्द इस्तमाल किया था। मॆं ने कहा, "आप इतिहास में गलत तरीखें से देखे जायेंगें।" और वे लोग उबा हुआ लग रहे थे। वे लोग गुस्सा भी नहीं लग रहे थे । वे बस उबा हुआ लग रहे थे, और तब मुझे एहसास हुआ कि हम एक हि चिज के बारें में बातचीत नहीं कर रहे थे । मॆं ने उनको बहुत चीजों के बारे में कहा कि क्यों लोग पत्रिकाओं के लेख प्राप्त करते हॆं, और आखिरकार, मुझे याद नहीं किस विषय के बारे में था, मॆं ने उनको कहा कि उसने एक भूजालदॆनिकी में लिखा था, "छापामार खुला अभिगमन घोषणापत्र" ये हॆ, "छापामार खुला अभिगमन घोषणापत्र" कथित रूप से जूलाई, 2008 में ईटलि में लिखा गया था। "सुचना एक शक्ति हॆ. लेकिन हर शक्ति कि तरह, ऎसे लोग हॆं जो इसको सिर्फ़ अपने पास रखना चाहते हॆं।" "दुनिया कि पूरी वैज्ञानिक और सांस्कृतिक विरासत जो इन किताबों और पत्रकिऒं मॆं शताब्दीयों से प्रकशीत हुई हॆं," अब ज्यादातर अंकीकरण हो रहें हॆं और कुछ हि निजी उद्योंगों द्वारा बंद किया जा रहें हॆं।" "इस बिच में, जिनको इससे बहार रखा जा रहा हॆ, वे सुस्ती से नहीं खडे हॆं।" "आप छेद से या चहारदीवारी पर लांघ कर गुप्त तरह से अंदर घूस कर," सूचनाओं को रिहा कर रहें हॆं जो अब तक प्राकाशकों द्वारा बंद कर दिया गया था और अपने उदोस्तों से उसको सहभाजन कर रहें हॆं।" "लेकिन ये सब काम अंधेरे में, रहस्यमय गुप्त तरह किया जा रहा हॆ।" "इसको चोरी या समुद्री डकैती कहा जा रहा हॆं, जॆसे कि ज्ञान के बंडार का सहभाजन करना" "और एक जहाज़ का लूट कर उसके केवटियों का खून कर देना नैतिक मूल्यों से समतुल्य हॆ।" "लेकिन सहभाजन करना अनॆतिक नहीं हॆ-यह नॆतिक रूप से अनिवार्य हॆ। " "सिर्फ़ वे लोग जिनको लालच ने अंधा बना दिया हॆ अपने दोस्तों को प्रतिरूप बनाना से इनकार कर सकते हॆं।" "अन्यायी कानून का पालन करने में कोई न्याय नहीं हॆ।" "ये समय हॆ कि सब कोई आपना गोपनियता से बहार निकले और नागरिक आज्ञालंघन के एक भव्य परंपरा में," इस सार्वजनिक संस्कृति के नीजि चोरी का अपना विरोध घोषित करें।" घोशणा पत्र को कथित रूप से चार अलग अलग लोगों ने लिखा था, और उसको नोर्टन ने संपादित भी किया था। लेकिन स्वार्ट्झ ने उस पर अपने हस्ताक्षर किया था। जब ये खत्म हुआ, तो मॆं तुरंत एरोन के पास गई और मॆं ने उसको सब कुछ बताया जो भी मुझे याद था, और वह बहुत गुस्सा हो गया। जो भी काम मॆं ने किया था, उसका नतीजा ऎसा नहीं होना चाहिए था। मॆं ने कुछ भी गलत काम नहीं किया था और सब कुछ गलत हो रहा था। लेकिन मॆं ने कभी नहीं ... मॆं अभी भी गुस्सा हुं। मॆं अभी भी गुस्सा हुं कि आप अपनी पुरी कोशिश कर सकते हो इन लोगों के साथ सही काम करने के लिए, और वे लोग सब कुछ आपके खिलाफ़ मोड देंगे, और वे किसी भी तरह आपको नुकसान पहुँचायेंगे। और उसी समय, मुझे बहुत पछतावा हुआ मॆं ने कहा जो मॆं ने किया । लेकिन मेरा उससे भी बडा पछतावा ये हॆ कि हम इसके बारे में शांत हॆ, कि हमें ये बिलकुल ठीक लगता हॆ, कि हमें ऎसा न्याय व्यव्स्था ठिक लगती हॆ-- ऎसी व्यव्स्था जहां लोग आप को झाल में फ़ंसाना चाहते हॆं ताकि वे आपका जीवन बरबाद कर सकें। इसीलिए, मॆं चाहती हुं कि मॆं ने वह नहीं कहा था। लेकिन मॆं बहुत बहुत गुस्सा हुं कि मॆं अब यहां हुं। कि हम लोग इसको ठिक मानते हॆं। मुझे लगता हॆ उन्होंनें सारे तरीखें अपनायें जो वे सोच सकते थे ताकि वे उससे ऎसी सूचना प्राप्त करें जो एरोन के लिए लाभदायक ना हो, और उनके एरोन के अनुशीलता में लाभदायक हो, लेकिन मुझे नहीं लगता उसके पास कुछ ऎसा सचूना थी जो सरकार को लाभदायक होती। महिनें गुझर गये, स्वार्ट्झ के दोस्त और उसका परिवार आने वाली अभ्यारोपण का इंतजार कर रहे थे । इस दॊरान, स्वार्ट्झ एक विशेषज्ञ बन गया था जीसके पास जाया जा सकता था भूजाल के अनेक विषयों पर। [आर.टि. साक्षात्कारकर्ता] ... एक सवाल आपको: क्या आपको लगता हॆ कि भूजाल को एक मानव अधीकार मान लेना चाहीए, और जीसको सरकार आप से छीन नहीं सकता? हां, जरूर, मेरा मतलब हॆ कि ये धारणा कि राष्ट्रिय सुरक्षा एक वजह हॆ जीसके लिए भूजाल को बंद कर देना चाहिए, बिल्कुल ऎसा ही हमने सुना था मिस्र और सिरिया और सब इन देशों में, और तो, हां, ये सच हॆ कि "विकिलिक्स(WikiLeaks)" जॆसे वेबसाइट ऎसे कुछ लज्जाजनक वस्तु डाल सकते हॆं अमेरीका के सरकार के कामों के बारें में और लोग आयोजीत होगें उसके बारे में प्रतिवाद करने के लिए, और अपने सरकार को बदलने कि कोशिश कर सकते हॆं। और ये अच्छी बात हॆ, पेहला संशोधन, खुलकर प्रकट करने का अधीकार, सम्मेलन होने कि आजदि सब इसीके बारें में तो हॆ, और ये धारणा कि हमें कोशिश कर इसको बंद कर देना चाहिए, मेरे विचार में अमेरीका के मुल्य सिध्धांतो के विरूद्ध हॆ। एक सिध्धांत जो मेरे विचार में हमारे संस्थापक पिता समझते । अगर उस समय में भूजाल होता, तो संविधान में डाकघर के डालने के बजाय, वे "ऎ.एस.पि" डालते । [आर.टि. साक्षात्कारकर्ता] ये सही में बहुत दिलचस्प बात हॆ कि हम कितना दूर... स्वार्ट्झ सक्रियतावादी टेरन स्टॆनब्रिक्नर-कॊफ़्फ़मेन से मिला और वे दोनों एक दूसरे के साथ घुमने लगे । [एरोन] हमें एक विशाल विश्वभर से सार्वजनिक विरोध कि जरूरत हॆ। [टेरन] अगर विशाल विश्वभर से सार्वजनिक विरोध नहीं हॆ, तो उससे कोई बदलाव नहीं आयेगा। - इस शेहर के चार लोग एक विशाल विश्वभर से सार्वजनिक विरोध को उकसा सकते हॆं। - हमें याचिका हस्ताक्षरक चाहिए । उसको कुछ भी सुनिश्चित वर्णन किये बिना, उसने उसको चेतावनी दिया कि वह कुछ ऎसा कर रहा था जीसको उसने बस कहा कि "बुरा काम" और मॆं बहुत ही मूर्खतापूर्ण अनुमान लगा रही थी जॆसे कि उसका एलिझबेथ वोर्रेन के साथ प्रेम संबंध चल रहा था या ऎसा ही कुछ। मेरा अंदाज़ा दोनों हिल्लेरि क्लिनटन और एलिझबेथ वोर्रेन पर था, लेकिन ... जुलॆ के कुछ अंतिम दिनों में, एरोन ने मुझे दूरवाणि कि, और मॆं ने जब उसका जवाब दिया, तो उसने कहा, ""गलत काम" के बारे में कल अखबार में आ सकता हॆ। क्या तुम चाहती हो कि मॆं तुमें बताऊं या तुम उसको कल अखबार में पडना चाहती हो?" और मॆं ने उसको कहा, "मॆं चाहती हुं कि तुम ही मुझे बताओ ।" और उसने कहा, "मुझे गिरफ्तार कर दिया हॆ क्योंकि मॆं ने बहुत सारे आध्यात्मिक पत्रकार के लेख को प्राप्त किया था और वे मेरा इस्तमाल कर एक उदाहरण बनाना चाहते हॆं। और मॆं ने कहा, "क्या यही बात थी? यही वह बडा झमेला था? सही में? ये तो एक बडे झमेला जॆसा नहीं लगता। " 14 जुलॆ, 2011 को, संघीय अभियोक्ता ने स्वार्ट्झ को चार अपराधों का दोष लगाया। जीस दिन उस पर दोष लगाये गये उसी दिन इंगलॆंड में दो लोग जो "लल्झसेक" के हिस्सा थे उनको गिर्फ़तार किया गया, और कुछ असली हेकरों को भी। और एरोन ऎसा कोई था जो एक हेकर जॆसा दिखता था, और वही काफ़ि था उनके लिए उसका सर काट कर उसको फ़ाटक पे प्रदर्शन करने के लिए । एरोन समर्पण करने गया, लेकिन उसको गिर्फ़तार कर लिया गया। फ़िर उसके कपड़े उतार कर तलाशी लि गई, उसके जूते का फीता ले लिया गया, कमर बंध ले लिया गया और उसको एकान्त कारावास में छोड दिया गया। मेस्सेचुसेट्टस झील्ला के प्रतिनिधि वकिल के दफ़्तर ने एक बयान जारी किया कि, "स्वार्ट्झ को 35 साल कि कॆद सझा हो सकता हॆ, जीसके बाद उसको तीन साल कि निरीक्षण रिहा, प्रत्यर्पण, अपहार और दस लाख डोल्लर्स तक का जुर्माना हो सकता हॆ। उसको एक लाख डोल्लर्स के जमानत पर रिहा किया गया। उसी दिन, जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) जो इस मुकदमे का प्राथमिक पीड़ित था, स्वार्ट्झ के विरुद्ध, औपचारिक रूप से सारे आरोपों को वापस ले लिया और मुकदमें को आगे अनुसरण करने से इन्कार कर दिया। जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) -- हमारे दोस्त नहीं थे, वे हमारे लिए सहायक या उपयोगी नहीं थे, लेकिन वे लोगों ने बस कह दिया, "हम लोग इसके भागेदार नहीं हॆ।" जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) और उनके मूल कंप्नी, "इतिहका" ने भी हमसे इस चलचित्र के लिए बात करने से टाल दिया। लेकिन उस समय में, उन्होंने एक बयान जारी किया था, बताते हुए, "यह सरकार का निर्णय था कि इस मुकदमे को आगे ले जाना हॆ, जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) का नहीं।" और हमें लगा कि इससे मुकदमा खत्म हो जायेगा। कि हम स्टिव हॆमेन्न को मुकदमे को बंद करने पे मजबुर कर सकते हॆं या उसे विवेकपूर्ण तरह का भुगतान कर सकते हॆं। लेकिन सरकार ने मना कर दिया। [कथावाचक] क्यों? क्योंकि मुझे लगता हॆ वे एरोन को इस्तमाल कर एक उदाहरण बनाना चाहते हॆं, और उन्होंने कहा कि वे चाहते थे --उनका तर्क कि क्यों वे उसको अपराधी करार कर उसको कारागार में समय बिताने पर अडे थे ये था कि वे इस किस्से को इस्तमाल करना चाहते थे ताकि ये किस्सा निवारण का कारण हो . उन्होंने ये हम से कहा। [साक्षात्कारकर्ता] उन्होंने ये आप से कहा? - हां। - ये एक उदाहरण बनने वाला हॆ? - हां। - उसका एक उदाहरण बनाया जायेगा? - हां। स्टिव हॆमेन्न ने ऎसा कहा। निवारण किस के लिए? क्या ऎसे लोग हॆं जो जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) में संलेखन कर लेख प्राप्त कर रहें हॆं अपनी राजनॆतिक विचार दर्शाने के लिए? मेरा मतलब हॆ कि वे किसका निवारण कर रहें हॆं? ओबामा प्रशासन के इस ढंग को समझने में आसानी होती कि ये कदाचित एक निवारण का तरीखा था अगर ये एक प्रशासन होता, उदाहरण स्वरूप में,जीसने अभियोग चलाया होता, विवादास्पद रूप से, इस देश के सबसे बडा आर्थिक अपराध जो इस देश में कभी पिछले सॊ साल में नहीं हुआ था -- वे अपराध जो प्रतिबद्ध किये गये जीससे वोल स्ट्रिट आर्थिक संकट में आ गया था। जब आप छुने हुए लोगों पर निवारण का अविवादग्रस्त तरिखा तॆनात करना शुरू करते हॆं, तब आप कानून थोडने का अपक्षपाती विश्लेषण बंद कर देते हॆं और आप अपने कानून अमल करने के संसाधन को बस राजनॆतिक सिद्धान्त के आधार पर तॆनात करना शूरू कर दिया, ये ना सिर्फ़ अलोकतंत्रीय हॆ, ये तथाकथित अमेरिका के सिद्धान्तों के भी खिलाफ़ हॆ। अभियोक्ता स्टिफ़न हॆमन्न ने बाद में एम.ऎ.टि.(MIT) के बहारी वकील से कहा था कि वह तिनका जीसने उंठ कि पिठ थोडी, वह थी "प्रगति मांगें (Demand Progress)" का, एक संस्था जीसको स्वार्ट्झ ने स्थापित किया था, अखबारों के लिए बयान। एम.ऎ.टि.(MIT) के हिसाब से, हॆमेन्न ने इस समर्थन के छोठि बयान प्रतिक्रिया दिया कि, ये एक "जंगली भूजाल का अभियान" हॆ और एक "मूर्खतापूर्ण प्रयास" हॆ जीसकि वजह से ये मुकदमा दो आदमियों के बीच के बदले संस्थाओं के बीच हो गया था। ये बहुत ही जहरीला मिश्रिण था, एक अभियोक्ता जो अपनी इज्जत नहीं गवांना चाहता था, जीसकि निकट भविष्य में राजनिती में भूमिका शूरु हो सकती थी और हो सकता हॆ वह नहीं चाहता था कि इस किस्से पे उसको आगे कोई तंग करें। आप ने इतना कर का पॆसा ऎसे आदमी को गिरफ़्तार करने में लगाया इसीलिए क्योंकि उसने ग्रंथालय से बहुत सारे किताब बहार ले गया, और फ़िर आप को न्यायालय में इसके लिए माफ़ी मांगनि पडी? एक दम नहीं। मॆं ने फ़िर एम.ऎ.टि.(MIT) पर अनेख तरह से दबाव डालने कि कोशीश किया ताकि वे सरकार के पास जाकर, गुजारिश करें कि इस मुकदमे को रोख दिया जाए । [साक्षात्कारकर्ता] एम.ऎ.टि.(MIT) का इस पर क्या प्रतिक्रिया थी? उस समय उनकि ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं थी। एम.ऎ.टि.(MIT) ने एरोन का कोई बचाव नहीं किया जो एम.ऎ.टि.(MIT) समुदाय के लोगों के लिए काफ़ि चौंका देनेवाली बात थी, क्योंकि एम.ऎ.टि.(MIT) एक ऎसा जगह हॆ जो हेकर संस्कृति को सबसे बडे रुप में प्रोत्साहित करता हॆ। एम.ऎ.टि.(MIT) में, ये भाव कि आप ऎसे छत और सुरंगों में जा कर घुमना जहां आप को अनुमति नहीं हॆ, ना सिर्फ़ निकास का एक अधीकार था, वह एम.ऎ.टि.(MIT) के यात्रा का हिस्सा भी था, और ताला खोलना एक शीत ऋतु का एक पाठ्यक्रम था एम.ऎ.टि.(MIT) में। उनके पास एक मॊलिक अधिकार था इसको रोखने का। एम.ऎ.टि.(MIT) कभी नहीं एक ऎसा दृष्टिकोण रखा जहां उन्होंने एफ़.बि.ऎ. अधीकारों से कहा, "आप ऎसा मत कि जिये ।" "हम नहीं चाहते कि आप ऎसा करें। आप अति प्रतिक्रिया जाता रहें हॆं। ये बहुत ही सख्त हॆ।" ... जीतना मुझे जानकारि हॆ। उन्होंनें ने एक उधोग जॆसा बर्ताव किया। उन्होंनें एक तरह सरकार कि मदद कि, हमारी मदद नहीं कि, जब तक उनको ऎसा न लगा कि उनको करना चाहिए और उन्होंनें कभी इसको रोखने कि कोशीश नहीं किया। एम.ऎ.टि.(MIT) ने उनके टिप्पणी के हमारे लगातार अनुरोध को इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंनें बाद में एक विवरण जारी किया ये कहेते हुए कि उन्होंनें निरपेक्षता कि दृष्टिकोण रखने कि कोशीश किया था, और वे मानते थे कि हॆमेन्न और अमेरीका के वकिलों का दफ़्तर को परवाह नहीं थी कि इस मुकदेमें में एम.ऎ.टि.(MIT) का क्या विचार था। एम.ऎ.टि.(MIT) का बर्ताव उसके मुल्य सिद्धांतों के विरुध था। आप ये तर्क दे सकते हॆं कि एम.ऎ.टि.(MIT) ने इस विषय पे चूपि रखी और ऎसा करना उसके लिए ठिक था, लेकिन ऎसा भा लेना, ऎसा निरपेक्ष भाव लेना, अपने आप में ही, अभीयोक्ता के सहयोग में भाव लेना था। अगर आप स्टिव जोब्स और स्टिव वोजनियाक को देख थे हो, उन्होंनें एक निले डब्बे को बेचने से शुरु किया था जीससे दुरवाणि उध्योगों को ठगा जा सकता था। अगर आप बिल्ल गेट्स और पॊल एलन को देखते हॆं, उन्होंनें आपनी उद्योग कि शुरुआत हारवर्ड के कंप्युटर का समय उपयोग कर किया था, जो नियोमों के प्रतिकुल हॆ। एरोन में और इन लोगों में जीनका मॆं ने अभी जीक्र किया, ये अंतर था कि एरोन इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहता था, वह बस पॆसा नहीं कमाना चाहता था। स्वार्ट्झ अनेख भूजाल के विषयों पर स्पष्ट वक्ता बन गया था। भूजाल इसीलिए काम करता हॆ क्योंकि वह विचारों का एक प्रतियोगी बजार हॆ, और हमें इस विषय पे ध्यान देना चाहिए कि हम सरकार से कॆसे और ज्यादा सूचनायें प्राप्त करें, और ज्यादा अभिगम्यता हो, और ज्यादा चर्चा, और ज्यादा वादविवाद लेकिन इसके बदले कोंग्रेस सब कुछ बंद करने पे ध्यान दे रही हॆ। एरोन को लगता था कि वह लोगों को स्पष्ट रूप से समझाने से दुनिया को बदल सकता हॆ। [आर. टि. साक्षात्कारकर्ता] फ़ेल्म सही में आपके कंप्युटर को नियन्त्रण कर सकता और आप के खिलाफ़ जासूसी कर सकता हॆ। एरोन आप का स्वागत हॆ। हमें बहुत खुशी हॆ कि आप हमारे कार्यक्रम में फ़िर से आए हॆं। जॆसे गुप्तचर पुराने दिनों में, माइक्रोफोन लगा कर सुना करते थे कि आप लोगों से क्या बात कर रहे हो, अब वे कंप्युटर का इस्तमाल करते हॆ। [कथावाचक] स्वार्ट्झ का राजनॆतिक कार्यक्रम चलता रहा, उसका ध्यान पडा एक विधेयक पर जो कोंग्रेस पारित करने वाली थी जो भूजाल में होने वाली साहित्यिक चोरी को रोखने के लिए रूपांकित किया गया था। उसको "सोपा(SOPA)" कहा जाता था। पिटर एक्करस्लि जॆसे सक्रियतावादी इसको बहुत ही गलत मानते थे, जो भूजाल के तकनीकी अखंडता को ही बरबाद कर देता। [एक्करस्लि] और मॆं ने सबसे पहले एरोन को दूरवाणि किया। और मॆं ने कहा, "क्या हम इसके खिलाफ़ भूजाल पर एक बडा अभियान कर सकते हॆं?" "ये विधेयक मुद्राधिकार के बारे में नहीं हॆ।" "ये नहीं हॆ?" "नहीं" उसके कहा, "ये विधेयक हमारे एक दूसरे के साथ जुड़ने कि आजादी के बारें में हॆ।" अब मॆं ध्यान से सुन रहा था। और वह इसके बारे में थोडी देर सोचा और फ़िर बोला, "ठिक हॆ।" और उसने जाकर "प्रगति मांगें (Demand Progress)" कि स्थापना कि। "प्रगति मांगें (Demand Progress)" एक भूजाल पर अभियान चालाने के लिए संस्था हॆ, हमारे पास अभी लगभग 15 लाख सदस्य हॆं, लेकिन हम ने 2010 के शरद् ऋतु में शुरु किया था। इस देश के ऎसे लोगों के समुदाय में जो समाजीक न्याय के विषयों पर संघीय स्थर पर नेतृत्व करने कि मदद करते थे, उसमें एरोन एक बहुत ही मह्त्वपूर्ण आदमी था। सोपा(SOPA) एक ऎसा विधेयक था जीसका इरादा था भूजाल पर चलते संगीत और चलचित्र के साहित्यिक चोरी को काटना, लेकिन वह इस तरह से बनाया गया था जॆसे छुरी उपयोग करने कि जगह हथॊडा उपयोग किया जा रहा था। अगर वह पारित हो जाता, कानून किसी भी उद्योग को पूरे भूजाल के वेबसाइट को पॆसे डालने से रोख देता बिना कोई भी आवशयक विधि का पालन किये बिना, या गुगल को भी मजबुर करता कि वह ये सम्पर्क को वर्जित कर दें। उनको बस मुद्राधिकार का उल्लंघन का केवल एक दावा चाहिए। इसमें पारंपरिक माध्यम के दानव और बहुत ही प्रबुद्ध और अधुनिक मिश्रण के संस्कृति को एक दुसरे के साथ भीडा जा रहा था। इससे हर एक व्यक्ति जो एक वेबसाईट चला रहा था उसको एक पोलिस बना रहा था, और अगर उन्होंने अपना काम जो था कि उनके साईट से कोई भी संभवतः गैर कानूनी काम ना करें, सही से नहीं किया, तो उनका पूरा साईट को बंद किया जा सकता था बिना कोई मुकदमे के । ये बहुत ही खराब था, एक दम प्रलय जॆसे। ये विधेयक भूजाल को उपयोग करने वालों के बातचीत और नागरीक आज़ादी के खिलाफ़ बहुत ही गंभीर धमकी था। ऎसे बहुत कम लोग थे जो कह रहे थे, "हम लोग साहित्यिक चोरी के पर में नहीं हॆ, लेकिन इसमें कोई विवेकता नहीं हॆ कि हम इसके लिए भूजाल का वास्तुशिल्प को ही बरबाद कर दें, क्षेत्र नाम व्यवस्था और वह सब जिसकि वजह से भूजाल स्वंत्र और खुला हॆ, बस साहित्यिक चोरी के नाम पे, और एरोन को ये बहुत ही जळ ही समझ में आ गया। वे स्वंत्रता, जो हमारी संविधान हमें आश्वस्त करता हॆ, वे स्वंत्रता जीन पर हमारा देश स्थापित हुआ था अचानक ही मिटा दिया जाता। नये तकनीक,जीनसे हमें और ज्यादा स्वतंत्रता प्राप्त होनी चाहिए थी, हमारे मूलभूत अधिकारों को ही छिन लेती जो हमने हमेशा से ही अनुमत मान लिया था। और मुझे उस दिन ये समझ में आया, पिटर से बात करते हुए, कि मॆं ऎसा नहीं होने दे सकता था। जब "सोपा(SOPA)" का प्रस्ताव किया गया था ओक्टोबर 2011 में, उसका पारीत होना अनिवार्य माना जा रहा था। हमारी योजना, जब उसके बारे में हमें पहले पता चला, ये था कि हम आशा से उसको पारीत होने में देरी कर सकें, सम्भवतः उसको थोडा ही सही कमजोर कर सकें, लेकिन हमने भी ये नहीं सोचा था कि हम इस विधेयक को रोख सकते हॆं। वोशींगटन में काम करते हुए, आप ये सिख जाने हॆं, कि औसतन वोशींगटन में, व्यवस्थापक लडाईयां धनी उद्योगों के मुनाफ़े के अलग-अलग टोलीयों के बीच कि लडाईयां होती हॆ। वे सब एक दूसरे से लड रहें हॆं कानून प्रारीत करने के लिए और ऎसी लडाई सबसे नजदीकि होतीं हॆं जीनमें आप के पास उद्योगों कि एक टोली के फ़ाईदे के खिलाफ़ उद्योगों कि एक और टोली के फ़ाईदे हॆं, और वे दोनों आर्थिक रूप से बराबर हॆं अभियान के योगदान और उपशाला के मामले में। ये लडाई सबसे बराबरी का होता हॆ। ऎसे विधेयक जीनमें कुछ भी लडाई नहीं होती, औसतन, ऎसे होते हॆं जीसमें सारा पॆसा एक तरफ़ होता हॆ, सारे उद्योग एक तरफ़ होता हॆं, और दूसरी तरफ़ लाखों लोग होते हॆं। मॆं ने कभी पिपा(PIPA) और सोपा(SOPA) जॆसे विधेयक नहीं देखा अपने पुरे राजकीय सेवा में। इस विधेयक के चालिस से भी ज्यादा अमेरीका के सभासद सहप्रायोजक थे, जीसका मतलब था कि वे लोग पहले से ही बहुत ही आगे निकल गये थे साठ मत प्राप्त करने में जीससे ये विधेयक सारी प्रक्रियात्मक घेरा से मुक्त हो सकें । मॆं भी अपने आप पर शक करने लगा। ये बहुत ही कठिन समय था। स्वार्ट्झ और "प्रगति मांगें (Demand Progress)" संस्था ने विशाल समर्थन विन्यास किया पारंपरिक पहुँच द्वारा, और "ऎ.पि.(IP)" पर दूरवाणि के सम्मेलिन के द्वारा, जीससे लोग कोंग्रेस को आसानि से दूरवाणि कर सकें। मॆं ने कभी किसी और से नहीं मिला जो उसके जीतना चतुराई से काम कर सकता था दोनों तकनिकी मामलों में भी और अभियान के मामलों में भी। लाखों लोगों ने कोंग्रेस को संपर्क किया और सोपा के खिलाफ़ याचना में अपना हस्ताक्षर किया। कोंग्रेस चॊंक गया था। एक अजीब एहसास था जब उन अनभिज्ञ कोंग्रेस के सदस्यों को इस विधेयक पर वाद विवाद करते देख कर, उनको देखते हुए ये जोर डालते हुए कि वे भूजाल को नियंत्रित कर सकते हॆं, और कुछ पढ़ाकू लोग उनको रोख नहीं सकते । मॆं पढ़ाकू नहीं हुं। मॆं उतना पढ़ाकू नहीं हुं... शायद हमें कुछ पढ़ाकू लोगों से पुछना चाहिए कि ये चीज सही में करता क्या हॆं [हँसी]। चलो हम एक सुनवाई करते हॆं, पढ़ाकू लोगों को ले कर आओ... [हँसी] [सचमुच?] [हँसी] "पढ़ाकू"? [हँसी] मुझे लगता हॆ, वास्तव में आप जो शब्द धुंड रहें हॆं, वह हॆ "विशेषज्ञ"... [हँसी] ताकि वे आपको ज्योतिमान कर सकें जीससे आपके कानून निष्फल न हो [दर्शकों कि हँसी और वाहवाही] और भूजाल को थोड दें। हम "पढ़ाकू" शब्द का उपयोग करते हॆं लेकिन हम इसका उपयोग कर सकते हॆं क्योंकि हम "पढ़ाकू" हॆं। ये हक़ीक़त कि ये विधेयक इतना दूर पहुंचा, किसी भी तकनिकी विशेषज्ञ से बात किए बिना, बतलाता हॆ कि इस शहर में कुछ तो गड़बड़ हॆ। मॆं ऎसे किसी का इंतजार कर रहा हुं जो इस संस्था के सामेने आ सकता हॆ और प्रमाणित करें एक सुनवाई में और कहे, "इस कारण के लिए ये गलत हॆ।" ऎसा एक दफ़्तर हुआ करता था जो विज्ञान और तकनिकी के बारे में सलाह देता था, और सदस्य उनके पास जा सकते थे और कह सकते थे, "मुझे इस विषय को समझने कि मदद किजिये।" और गिंगरिछ ने उसको समाप्त कर दिया। उसने कहा कि पॆसे व्यर्थ में खर्च हो रहा हॆ। और तब से, कोंग्रेस में जॆसे अंधकार के युग में डूब गया हॆ। मुझे नहीं लगता किसी ने भी सोचा था कि हम सोपा(SOPA) को रोख सकते हॆं, एरोन ने भी। ये कोशीश करने योग्य था, लेकिन ऎसा नहीं लगता था कि उसको जीता जा सकता था, और मुझे याद हॆ, कुछ महीने बाद में, मुझे याद हॆ मेरी तरफ़ देख कर उसने बोला, "मुझे लगता हॆ कि हम इसको जीत सकते हॆ।" और मॆं ने कहा, "ऎसा होगा तो बहुत ही अद्भुत होगा।" कोंग्रेस को दूरवाणि जारी रहा। जब क्षेत्र नाम मेज़बान साइट, "गो डेडि(Go Daddy)" इस विधेयक का समर्थक बना, इसके विरोध में हजारों कि संख्या में उसके उपभोक्ता ने अपने क्षेत्र नाम तबदीली करने लग गये। एक ही हफ़्ते में, नम्र हुआ "गो डेडि(Go Daddy)" ने सोपा(SOPA) के प्रति अपने दृष्टिकोण को उलटा दिया। जब कोंग्रस के सदस्य जो संगित और चलचित्र उद्योगों का समर्थन कर रहे थे, इस प्रतिक्षेप का उनको एहसास हुआ, उन्होंने विधेयक को थोडा सा घटा दिया। आप देख सकते थे कि कॆसे रेखा मुड़ रही थी। आप देख सकते थे कि लोग हमारे तर्क को समझ रहे थे । इस प्रकार था कि एरोन एक माचिस कि तिली जला था और उसको भूझा दिया जा रहा था, और वह फ़िर एक और जला रहा था और फ़िर उसको भूजा दिया जा रहा था, और फ़िर उसने इतना आग जलाने की छोटी लकड़ियाँ इकठ्ठा कर लिया था कि आखिरकार आग जल गयी, और वह एक बडी गर्जति हुई ज्वाला बन गयी। 16 जनवरी 2012 में, राष्ट्रभवन ने एक बयान जारी किया जीसमें उन्होंने कहा कि वे इस विधेयक का समर्थन नहीं कर रहे थे । और फ़िर ये हुआ: "मॆं मानता हुं कि हमें साहित्यिक चोरी के मामले में कुछ करना चाहिए, और हमें उसे बहुत गंभीरता से लेना चाहिए, लेकिन ये विधेयक इसके लिए सही विधेयक नहीं हॆ।" जब जिम्मि वेल्स ने इसके लिए अपना समर्थन दिया विकिपिडिया को पूरी तरह से एक दिन के लिए बंद कर देने के लिए, दुनिया का पांचवा सबसे लोकप्रिय वेबसाइट, ये वह वेबसाइट हॆ जीसमें भूजाल में होने वाले किल्क के सात प्रतिशत इसमें होते हॆं। विकिपिडिया पूरी तरह से बंद हो गया। रेड्डिट पूरी तरह से बंद हो गया। क्रेग्सलिस्ट पूरी तरह से बंद हो गया। केपिटल हिल के दूरवाणि तार पिगलने लग गये । कोंग्रेस के सदस्य उतावले हो गये अपने बयान को देने में इस विधेयक से अपना समर्थन वापिस लेने में जीसको दो दिन पहले वे प्रोत्साहित कर रहे थे । चॊबिस घंटे में, कोंग्रस में सोपा(SOPA) के विरोधीयों कि संख्या इस तरह से बदली ... ऎसे । भूजाल के बंद के दिन, कोंग्रस के सदस्यों को और सभासदों को धीरे से दल बदलते हुए देखना अविश्वसनीय था। करिब सॊ प्रतिनिधियों ने अपना विचार बदला। और तब, हालाकि मुझे विश्वस करने में मुशकिल हो रहा था, इन सबके बाद, हम जीत गये थे । वह चीज जो हमने सोचा था कि नामुमकिन हॆ, जीसको दुनिया के कुछ सबसे बडे उद्योगों ने हमें एक ख़याली पुलाव जॆसे मान लिया था, मुमकिन हो गया था। हमने कर दिया था। हम जीत गये। ये एक ऐतिहासिक हफ़्ता हॆ भूजाल के राजनीति में, शायद अमेरिका के राजनीति में। वोशींगटन के लोगों से, जो केपिटल हिल के कर्मचारी थे उनसे हमको जो सुनने में आया कि उनको सोपा(SOPA) बंद के दिन इतना एमॆल और दूरवाणि आये जीतना उनको किसी भी चीज के लिए कभी आया था। मुझे लगता हॆ कि वह बहुत ही रोमांचक पल था। ये वह पल था जब भूजाल बडा हो गया था, राजनीतिक रूप से। हमें बहुत हर्ष हो रहा था क्योंकि अभी भी यकिन करना मुश्किल हॆ कि ऎसा हुआ। एसा यकिन करना मुश्किल हॆ कि एक विधेयक जीस के पिछे इतना आर्थिक शक्ति थी कोंग्रेस में वह आसानि से नहीं निकला। ना सिर्फ़ वह आसानि से नहीं निकला, वह पारित भी नहीं हुआ। हमें आसानि से महसुस होता हॆ कि हम शक्तिहिन हॆ, कि कभी आप सडकों पे उतरें हो और आपने मोर्छा निकाला और चील्लाया और किसीने आपकि नहीं सुनी। लेकिन मॆं यहां आज आप से कहने आया हूं, कि आप शक्तिशाली हॆं। [भीड़ में जयजयकार] हां, हो सकता हॆ आप को लगे कि आपको कोई सुन नहीं रहा हॆ, लेकिन मॆं यहां हूं आप को बताने कि लिए कि ऎसा नहीं हॆ। आप को सूना जा रहा हॆ। आप बदलाव ला रहें हॆं। आप ये विधेयक को रोख सकते हॆं अगर आप लडना बंद नहीं करते। [भीड़ में जयजयकार] पिपा(PIPA) को रोखो । सोपा(SOPA) को रोखो । [भीड़ में जयजयकार] कुछ बडे भूजाल के उद्योगों को फ़ाइदा होगा ऎसे दुनीया में जहां उनके छोठी प्रतियोगीयों को नियन्त्रण किया जाएगा। हम ऎसा नहीं होने दे सकते । उसके लिए, यह ज्यादा महत्वपूर्ण था कि आप यह निश्चित करें कि आप एक छोटा बदलाव लाएं एक बडे बदलाव का छोटा हिस्सा रहने के बदले । लेकिन सोपा(SOPA) में उसने एक बडे बदलाव का एक प्रमुख हिस्सा निभाना था, और इसिलिए, उसके लिए वह एक उधाहरण था कि, "हां, मुझे जो अपने जिंदगी में करना हॆ, वह हॆ दुनीया को बदलना।" "मॆं इसके बारे में काफ़ी वैज्ञानिक तरिके से सोचता हुं मेरे प्रभाव का मापन करने के लिए, और ये दिखाता हॆ कि ये मुमकिन हॆ।" "वह चिज जो मॆं अपने जिंदगी में करना चाहता हूं मुमकिन हॆ।" "मॆं ने सिद्ध कर दिया हॆ कि मॆं कर सकता हूं, कि मॆं, एरोन स्वार्ट्झ, दुनिया को बदल सकता हूं।" एक ऎसे लडका जीसको हमेशा लगता था कि उसने ज्यादा कुछ नहीं किया, जो एरोन था, ये एक बहुत कम पल थे जहां आप देख सकते थे कि उसको लगा कि उसने कुछ अच्छ किया हॆ, ऎसा महसूस किया हो कि हो सकता हॆ ये उसका एक और एकमात्र ही जीत कि लेहर हो । सब कह रहे थे कि ऎसा हो ही नहीं सकता कि वह सोपा(SOPA) को रोख सकता हॆ। हम ने उसको रोख दिया हॆ। ये हमारे तीन लगभग असंभव जीत हॆं और अभी तक साल खतम भी नहीं हुआ हॆ। अगर कभी ऎसा समय आयेगा जब आप को सकारात्मक होना चाहीए, तो वह अब हॆ। वह सोपा(SOPA) से जीता एक साल बाद जब वह गिरफ़्तार हुआ था। ऎसा नहीं हॆ कि सुस्पष्ट ढंग से उसके लिए खुशी के पल हॆं। बहुत कुछ हो रहा था। वह इतना घुल गया था राजनॆतिक व्यवस्था में भाग लेने में, कोई उसको रोख नहीं सकता था। वह संस्थायें जीनको स्वार्ट्झ ने स्थापित किया या सहस्थापित किया बहुत ही लंभी हॆ और एडवर्ड स्नोडन के भूजाल के द्वारा होने वाले व्यापक निरीक्षण के खुलासे से सालों पहले ही, स्वार्ट्झ पहले ही चिन्तित था। ये बहुत ही चौंकानेवाला बात हॆ कि उत्तरदायित्व इतना बेपरवाह हॆ कि उनके पास किसी भी तरह का बुनियादी आंकड़े भी नही हॆ कि जासूसी योजना कितना विशाल हॆ। और अगर उनका जवाब होता: "हम इतने सारे लोगों पर जासूसी कर रहें कि उनकि गिनति करना संभव नहीं हॆ तब वह बहुत ही ज्यादा लोग हॆं।" अगर उन्होंने कहा होता कि, "हमें पता हॆ कि हम कितनी दूरवाणि पर जासूसी कर रहें हॆं लेकिन हमें नहीं पता ये कितने लोगों से मेल खाता हॆ।" तब उसका अलग मतलब होता, लेकिन उन्होंने हमें कहा, "हम आप को कोई भी संख्या ही नहीं दे सकते।" ये बहुत ही, बहुत ही डरावना हॆ। उन्होंने उस पर असाधारण दबाव डाला और उससे उसका सारा पॆसा ले लिया। फ़िर उन्होंने उसका शारीरिक स्वतन्त्रता भी लेनी कि धमकि दि। वे क्यों ऎसा करना चाहते थे? वे लोग क्यों मुखबिरों के पिछे पडे हॆं? क्यों वे ऎसे लोंगों के पिछे जा रहे हॆं जो सच बोल रहें हॆं सब चीजों के बारे में, बैंकों के बारे में, युद्द के बारे में, किसी भी चिज जीससे सरकार कि पारदर्शिता बडती हॆ। गुप्तता उनकी सेवा करती हॆ जो अधिकार में होते हॆं, और हम गुप्तता के ऎसे समय में रह रहें हॆं जीसमें जो सरकार कर रही हॆ, उसमें बहुत सारे चिजें शायद गॆरकानुनी और असंवैधानिक हॆ। इसिलिए ये दोनों चीजें केवल संयोग नहीं हॆ। ये बहुत साफ़ हॆ कि ये तकनीक किसी समुद्रपार दुसरे छोटे देशों के लिए नहीं विकसित गया हॆ, बल्कि यहीं, अमेरिका में, अमेरिका के सरकार द्वारा उपयोग होने के लिए। गुप्तता योजना के साथ ये समस्या हॆ कि उसका बहुत हि लंभा और धीमा विस्तारण हो रहा हॆ निक्सन प्रशासन काल के समय से, और स्पष्टतः वह बहुत ही बडी योजना बन गयी 9/11 के बादे में झोर्झ भुष के प्रशासन काल में, और ओबामा ने उसको निरंतर और विस्तार किया हॆ और उससे जो समस्या जो हॆं वे धीरे ख़राब और ख़राब होती गयी हॆं, लेकिन ऎसा कोई पल नहीं आया जहां आप उसको दिखा के कह सकते हो, "हमें आज ही विरोध को उत्तेजित करना चाहिए क्योंकि आज हि ऎसा दिन हॆ जो महत्वपूर्ण हॆ..." जो एरोन स्वार्ट्झ कि अनुशीलता थी, मेरे अनुमान में, एक बहुत ही तिर्व संदेश भेजने के लिए था ऎसे लोगों के समूह के लिए जीनको ओबामा प्रशासन राजनॆतिक रूप से धमकानेवाला समझती थी, और वह थी,आवश्यक रूप से, हॆकर, सूचना और लोकतंत्र सक्रियतावादीयों का समुदाय, और संदेश जो ओबामा प्रशासन इस विशेष समुदाय को भेजना चाहती थी ये था कि, मेरे अनुमान में, "हम जानते हॆं कि आपके पास क्षमता हॆ संस्थापन को परेशान करने कि, और इसीलिए हम एरोन स्वार्ट्झ का एक उदाहरण बनायेंगें जीससे आप में से जीतना ज्यादा हो सकें उतने डर जायें हमें परेशान नहीं करने में।" और सरकार ने कहा, "जो कानूनी विचारों का हम उपयोग कर रहें हॆ गुप्तता योजना को कानूनी बनाने के लिए, वह भी गुप्त हॆं, इसीलिए हम आपको नहीं बता सकते कि हम कॊन सा कानून का उपयोग कर आप पे जासूसी कर रहें हॆं।" हर बार जब वह कहते हॆं, "ये एक और उदाहरण हॆ अंकीकरणयुद्द का।" अंकीकरण अपराधी हम पर फ़िर से हमला कर रहें हॆं। हम सभी खतरे में हॆ। हम सभी पर आतंक हॆ।" वे इसका बहाना जॆसे उपयोग करते हॆं ताकि वे ज्यादा से ज्यादा भयंकर कानून पारित कर सकें। [साक्षात्कारकर्ता] और आप को क्या लगता हॆ, ये युद्द कॆसा चल रहा हॆ? ये आपके ऊपर निर्भर करता हॆ! -मुझे पता हॆ। बस यही हॆ कि हमें ... लोगों में दो ध्रुवीकरण करने वाले दृष्टिकोण हॆं, एक तो हॆ कि सब कुछ बहुत अच्छा हॆ, भूजाल ने इतनी आजादी और स्वाधीनता बनाई हॆ और सब कुछ बहुत शानदार होने वाला हॆ या दूसरा विचार हॆ कि सब कुछ बहुत ही भयानक हॆ, भूजाल ने ऎसे यंत्र बनाये हॆं जीससे भेद किया जा सकता हॆ, जासूसी किया जा सकता हॆ और लोगों को नियंत्रित किया जा सकता हॆ। और बात ये हॆ कि, दोनो सही हॆं। भूजाल ने दोनों किया हॆ और दोनों अद्भुत और आश्चर्यजनक हॆ और भविष्य में दोनों में से कॊन जीतेगा हम पर निर्भर करता हॆ। ऎसा कहना उचित नहीं हॆ, "एक दूसरे से अच्छा हॆ।" ये दोनों सच हॆं। और ये हम पर निर्भर करता हॆ कि हम किसी को महत्व देतें हॆं और हम किससे लाभ उठाते हॆं क्योंकि वे दोनों हॆं और हमेशा रहेगें। सितम्बर 12, 2012 को संघीय अभियोक्ता ने स्वार्ट्झ के खिलाफ़ एक अधिक्रमण अभ्यारोपण दर्ज किया, जीसमें उन्होंने तार धोखेबाज़ि, कंप्युटर का अनधिकृत अभिगमन और कंप्युटर धोखेबाज़ि के आरोप भी जोड दिया। इससे, चार आपराधिक कार्य के बदले, स्वार्ट्झ पर अब तेरह आपराधिक कार्य का आरोप था। अभियोक्ता का पला खाफ़ि भारी हो गया था, साथ ही स्वार्ट्झ को होने वाले कारावास का समय और जुर्माना। उन्होंने एक दूसरा अभ्यारोपण दर्ज किया और ज्यादा आरोपों को जोडने के लिए, और उनकि परिकल्पना थी कि क्यों इस अपराध से बहुत सारे संघिय अपराध गठन हॆं, और कानून के तहत इन अपराधों के लिए अथ्याधिक सझा हो सकती हॆ। वह परिकल्पना और अभियोक्ता का ज्यादातर तर्क स्वार्ट्झ के खिलाफ़, एक कानून पर आधारित था जो 1986 में सबसे पहले बनाया गया। इसका नाम था, "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम"। कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम एक मेत्थयु ब्रोडरिक का चलचित्र, "युद्ध का खेल" से प्रभावित हुआ हॆ। [ब्रोडरिक] अब तुम मेरे नियंत्रण में हो । इस चलचित्र में, कंप्युटर जाल के जादु के द्वारा, एक लडके को परमाणु आक्रमण प्रारंभ करने का सामर्थ्य मिल जाता हॆ। [प्रक्षेपास्त्र शुरू हो रहें हॆं] ये वास्तव में संभव नहीं हॆं और अस्सी के दशक में तो निश्चित ही संभव नहीं था लेकिन स्पष्टतया इस चलचित्र ने कोंग्रेस को इतना डरा दिया था कि उन्होंने आरंभिक "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम" को पारित कर दिया। ये एक ऎसा कानून हॆ जो समय से बहुत पिछे का हॆ, उधाहरण के लिए, ये सेवा कि शब्दावली के व्यवस्था को थोडना दण्ड योग्य बनाता हॆ। अगर "इहारमनि(eHarmony)" या "मेच.कोम(Match.com)" जॆसे साइट में, किसी ने अपने व्यक्तिगत अभिलक्षण बडा कर लिख दिया, और अचानक, वह बहुत सारे मुसीबतों में पड सकता हॆ, जो उसके इलाका और वहां के अभियोक्ता के ऊपर निर्भर करता हॆ। हम सब को पता हॆ कि "सेवा कि शब्दावली" क्या हॆ। अधिक्तर लोग उसको पडते नहीं हॆं, लेकिन उसका आचरण नहीं करने का मतलब हो सकता हॆ कि आप अपराध कर रहे हॆं। किसी वेबसाइट के "सेवा कि शब्दावली" में अक्सर लिख रेहता हॆं: "एक दुसरे से अच्छा बरताव करो" या "ऎसा कुछ मत करो जो अनुचित हो ।" ऎसा विचार भी कि ऎसे उल्लंघनों आपराधिक कानून के दायरे में आते हॆं, ज्यादातर लोगों को मूर्खतापूर्ण लगेगा। लेकिन अनेक उधाहरण इससे भी ज्यादा मूर्खतापूर्ण हॆं। जब तक वह मार्च 2013 को बदला गया, "हर्स्टस सेवनटिन" पत्रिका के वेबसाइट के "सेवा कि शब्दावली" के अनुसार आप को उस वेबसाइट को पडने के लिए अठारह साल का होना चाहिए। मेरे कहना हॆ कि जिस तरह से न्याय विभाग "सि.एफ़.ए.ए.(CFAA)" को समझता हॆ, हम सब कानून थोड रहें हॆं। अस्पष्ट और आसानी से दुरुपयोग किए जा सकने के लिए, "सि.एफ़.ए.ए.(CFAA)" एक ऎसा हथौड़ा बन गया हॆ जो अनेक प्रकार के कंप्युटर संबंधी झगडे में उपयोग होता हॆ। हालाकि बस वही एक तत्त्व नहीं था इस मुकदमें का, स्वार्ट्झ के खिलाफ़ तेरह में ग्यारह आरोपों में "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम" संबंधी था। "क्यों", ये प्रश्न एरोन स्वार्ट्झ के पुरे कहानी में उभरता रेहता हॆ। ऎसा क्या सरकार को प्रेरित कर रहा था और उनका तर्क क्या होता? न्याय विभाग ने हमारे सवालों का जवाब देने से इन्कार कर दिया, लेकिन प्राध्यापक ओरिन केर्र, एक भूतपूर्व अभियोक्ता जिन्होंनें ये मुकदमें का अध्ययन किया हॆ। मेरे विचार में, मॆं इस मुकदमें को अन्य लोगों कि तुलना में दूसरे दिशा से अध्ययन करता हुं अनेक कारणों से: मॆं पडाना शुरू करने से पहले, मॆं एक संघिय अभियोक्ता था न्याय विभाग में तीन साल के लिए । सरकार ने अभ्यारोपण दर्ज किया इस हिसाब से कि उनके विचार में क्या-क्या अपराध किया गया था, बस एक वकिल कि द्रष्टि से अगर मॆं देखता हुं, पूर्व उदाहरण को देखकर, अधिनियम को देखकर, इतिहास को देखकर, इससे संबंधि ऎसे अन्य मुकदमों को देखकर, मेरे विचार में यह एक न्यायपूर्ण अभ्यारोपण था। आप इस पर तर्क कर सकते हॆं कि उनको इस प्रकार से अरोप डालना चाहिए था या नहीं। इस विषय में बहुत ही मतभेद हॆ। कुछ लोग खुला अभिगमन के पक्ष में हॆं और कुछ नहीं। मुझे लगता हॆ कि सरकार ने स्वार्ट्झ का "छापामार खुला अभिगमन घोषणापत्र" को बहुत गंभीरता से लिया, और मुझे लगता हॆ उनको लगता था कि वह एक ऎसे आदमी था जो प्रतिबद्ध था, एक नैतिक अनिवार्यता कि वजह से, कानून थोडने के लिए क्योंकि स्वार्ट्झ उस कानून को अन्यायी मानता था, लेकिन एक लोकतन्त्र में, अगर आपको लगता हॆ कि एक कानून अन्यायी हॆ, ऎसे कई रास्तें हॆं उस कानून को बदलने के लिए । आप कोंग्रेस के पास जा सकते हॆं, जॆसे स्वार्ट्झ ने किया था सोपा(SOPA) के लिए बहुत ही चतुराई से, या आप उस कानून का उल्ल्घन कर सकते हॆं जिससे वह कानून निर्थक हो जाए, और मुझे लगता हॆ कि अभियोक्ता को प्रेरित ये कर रहा था कि स्वार्ट्झ प्रतिबद्ध था, सिर्फ़ कानून थोडने के लिए नहीं, बल्कि ये निश्चित करने के लिए कि वह कानून निर्थक हो जाए, इस तरह से कि सब के पास आंकड़ा कोष का अभिगमन हो जिससे आप वापस उसको उलटा नहीं कर सकते थे । ये हो जाता और स्वार्ट्झ का पक्ष जीत जाता। समाज में एक बडा मतभेद हॆ कि क्या वह एक अन्यायि कानून हॆ, और अंततः, इसका निर्णय अमेरिका के लोगों को करना पडेगा, कोंग्रेस के साथ काम करके। और मुझे लगता हॆ, दूसरा समस्या ये हॆ कि हम अभी भी समझने कि कोशीश कर रहें हॆं : हम कॆसे निर्णय करेंगें कि कॊन सा कम गंभीर अपराध हॆ और कॊनसा अत्यंत गंभीर अपराध हॆ? हम अभी ये अलग वातावरण में प्रवेश कर रहें हॆं जहां कंप्युटर और उसका दुरुपयोग होता हॆ, और हमें नहीं पता कि कॆसे हम सही से इन सब अपराधों में चांटे क्योंकि हम अभी इसमें अभी काम ही कर रहें हॆं। यह बहुत ही बुरा उपयोग हॆ अभियोक्ता के कार्य स्वाधीनता का। वह हथॊडा जीससे न्याय विभाग लोगों को डराता हॆ वह दिन भर दिन बडा हो रहा हॆ, और इसीलिए अधिकतर लोग अब अपने जींदगी में इतनी आसानि से जोखिम नहीं उठा सकते । क्या हमें किसी के घर का दूरवाणि को गुप्त तरिखे से सुनना चाहिए? क्या हमें उनको रेकोर्ड करना चाहिए? क्या हमें किसी को गिरफ़्तार करवाना चाहिए और क्या हमें उनको दूसरों के खिलाफ़ गवाही देने पर मजबूर करना चाहिए? संघिय अभियोक्ता और प्रतिनिधि ऎसे ही सोचते हॆं। वे मुकदमों खडा करते हॆं। वे मुकदमों को बनाते हॆं। स्वार्ट्झ एक ऎसे आपराधिक न्याय व्यवस्था में फ़स गया था जो पिछे नहीं हट सकता था, एक ऎसी व्यवस्था जिस ने अमेरिका को ऎसा देश बना दिया हॆ जिसमें दूनिया में सबसे ज्यादा लोगों को कैद किया जाता हॆ। हम ने, इस देश में, अपने आपको डर और क्रोध के राजनिति में अपने आप को फ़ंसा लिया हॆ, और कुछ भी जीससे हम डरते हॆं, जॆसे कि भूजाल और अभिगमन का भविष्य, और कुछ भी जीससे हम क्रोधित हॆं, सहज बोध से हम एक आपराधिक न्याय हस्तक्षेप करते हॆं, और अपने बहुत सारे समस्याओं का समाधान जो ऎतिहासिक रूप से कभी आपराधिक कानून के दायरे में नहीं आते थे, हम ने कारागृह और दंड का उपयोग करके किया हॆ। हमारी उत्तेजना किसी को धमकाने कि, किसी को दोषि बनाने कि, किसी पर मुकदमा डालने कि, जिस वजह से ये वादविवाद भूजाल में अभिगमन और सुचना के बारे में शुरू हुआ हॆ, बहुत ही अनुरूप जो हमने अन्य विषयों में देखा हॆ। एक ही अंतर यह हॆ कि इस प्रकार के आपराधिक एवं जॆल कि धमकि के जवाबों से वही लोगों को निशाना बनाया जाता हॆ और उत्पीड़ित किया जाता हॆ जो अधिकतर गरिब या अल्पसंख्यक होते हॆ. स्वार्ट्झ का अपने दोस्तों से और परिवार से एकाकीपन ज्यादा होने लगा। उसने और कुछ भी काम करना बंद कर दिया था, और यह मुकदमा उसकि पुरी ज़िंदगी पर भारी पड रहा था। एरोन के एक वकिल ने प्रकट रूप से अभियोक्ता को बताया था कि वह भावात्मक ढंग से असुरक्षित हॆ, और उनको यह बात खास तॊर से ध्यान रखना चाहिए। यह मुकदमा उस पर बहुत भारी पड रहा था। उसको अपने काम या अपनी गतिविधि में किसी भी प्रकार का प्रतिबंधिता पसंद नहीं था, और कारावास का आतंक को लेकर, जो उन्होंने बार बार प्रहार किया उस पर, उसके लिए बहुत ही भयंकर था। उसने अपनी सारी आर्थीक संसाधन रिक्त कर दिया था, और इसमें हमको भी बहुत पॆसा खर्च करना पडा और उसने अच्छी मात्रा में पॆसा उत्थित भी किया था, लगभग लाखों डालर। [साक्षात्कारकर्ता] आपका मुकदमें का खर्च? - हां। - लाखों डोलर? - हां। मुझे लगता हॆ कि वह लोगों पर भोज नहीं बनना चाहता था। मुझे लगता हॆ कि वह उसे इस तरह से देखता था कि, "मेरा एक साधारण जीवन हॆ, और फ़िर मेरा यह एक घटिया मामला हॆ जीसको मुझे झेलना हॆ, और मॆं कोशीश करुगां कि यह दोनों जीतना हो सके अलग हो, लेकिन वह दोनों अभी मिलकर अस्पष्ट होने लग गये थे और सब कुछ बहुत ही अक्षम हो रहा था।" स्वार्टझ को बहुत मुशकिलों का समना करना पड रहा था और वह और मुशकिल होने जा रहा था: क्या आप अपना जुर्म को मान लेने हो और फ़िर जीवन में आगे बडते हो, या क्या आप एक झूठा व्यवस्था से लडते हो? उसके मुकादमें के बारे में, उसका जवाब बहुत हि सरल था: उसने अपना आखरी माफ़ि कि दलील ठुकरा दिया और मुकदमें का दिन तय हो गया। एरोन ने दृढ़प्रतिज्ञ लिया था कि वह एक ऎसे व्यवस्था के लिए अपना सिर नहीं झुकायेगा जीस पर वह विश्वास नहीं करता था कि वह निष्पक्ष हॆ लेकिन मुझे भी लगता हॆ कि वह डर गया था। मुझे नहीं लगता कि वे लोग एरोन को दोषी करार पाते । मुझे लगता हॆ कि हम लोग मुकदमें को जीत जाते और मॆं उसको जोर से गले लगाता, और हम बोस्टन कि जो छोटि सी नदी हॆ उसका पार कर, साथ में दो बियर पिते । मुझे यकिनन लगता था कि हम सही हॆं। मुझे लगता था कि हम यह मुकदमा जीतेंगें। मुझे लगता था कि हम ये मुकदमा जीतेंगें। वह इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करता था, लेकिन आप देख सकते थे अत्यंत पीड़ा जो वह झेल रहा था। ♪ ♪ चला गया, बहुत दूर जाने के लिए♪ ♪ अपने बचपन में कभी एरोन के साथ ऎसा नहीं हुआ था कि उसका चित्त वृत्ति बहुत गंभीर रूप से परिवर्तन हुआ हो या अवसादक घटना या ऎसा कुछ भी जीसको आप "गंभीर उदासी" माना जाए और ऎसा हो सकता हॆ कि वह उदास रहा हो। लोग उदास हो जाते हॆं। ♪ ♪ ♪ हमारे रिशते के बहुत ही शुरुआति दिनों में, बस तिन-चार हफ़्ते हुए होगें, मुझे याद हॆ उसने मुझसे कहा था ... कि मॆं उससे बहुत ही ज्यादा हिम्मतवाली हुं। वह बहुत मामलों में नाजुक था। वह बहुत ज्यादा मुशकिल में था दूसरे लोगों कि तुलना में। यह भी उसके प्रतिभा का एक अंश था। मुझे लगता हॆ कि बीस-बाइस के उम्र में उसे कुछ रोग-विषयक उदासी हुआ था। लेकिन मुझे नहीं लगता उसे ऎसा कुछ था जब मॆं उसके साथ थी। ऎसा नहीं था कि वह बहुत ही "खुशी" आदमी था लेकिन इसका मतलब नहीं कि वह उदास था। वह बस दो साल से बहुत ज्यादा दबाव में था। वह उसको और नहीं झेलना चाहता था। वह बस -- मुझे लगता हॆ यह बहुत था। ♪ ♪ शांत बॆठो. अकेले. ♪ ♪ मुझे बहुत देर रात को एक दूरवाणि आई। मुझे समझ में आ रहा था कि कुछ थो बुरा हुआ हॆ और फ़िर मॆं ने दूरवाणि किया और मुझे पता चला कि क्या हुआ था। समाज खबर और् मनोरन्जन वेब्सिट रेड्डिट के एक सह संस्थापक आज मृत पाये गये हॆं। पोलिस का कहना हॆ कि छब्बिस वर्षीय एरोन स्वार्ट्झ ने कल अपने ब्रोक्लिन के कमरे में खुदखुशी किया हॆ। मुझे तभी लगा कि हम ने अपनी पीढ़ी कि सबसे रचनात्मक बुद्धिजीवियों में से एक को खो दिया हॆ। मुझे ऎसा लगा कि उस क्षण में मेरी पुरी दुनीया ठुठ कर गीर गई। वह रात मेरे जीवन का सबसे मुश्किल रात था। मॆं बस चिल्लाति रही, "मॆं तुम्हें सुन नहींं पा रही हुं। तुमने क्या बोला? मॆं तुम्हें सुन नहींं पा रही हुं। " मॆं और नहीं कर सकती। बस हो गया। [साक्षात्कारकर्ता] ठिक हॆ। हां, उस समय कुछ भी समझ नहींं आ रहा था, और अब भी कुछ नहीं आता था। मॆं बहुत ही हतोत्साहित और क्रोधित थी, [उच्छ्श्वसन] मॆं ने अपने बच्चों को समझाने कि कोशिश किया। मेरी तीन साल कि बेठि ने मुझसे कहा कि चिकित्सक उसको ठिक कर देंगें। मॆं ने ऎसे बहुत लोगों को जाना हॆ जो मर गये हॆं लेकिन मॆं ने कभी इस प्रकार के व्यक्ति को नहीं खोया, क्योंकि सबको लगता हॆ और मुझे भी कि ऎसा बहुत कुछ था जो हम कर सकते थे ... मुझे कभी मालूम नहीं था कि वह ऎसे स्थीति में था। मुझे नहीं पता था कि वह इस तरह से अत्यंत दुखी था और ... वह मेरा एक अंश था। और मॆं नहीं चाहती थी यह सच हो और फ़िर ... मॆं ने ऎसे ही उसका विकिपीडिया का पन्ना देखा और उसमें मॆं ने उसका मृत्यु दिनांक देखा: "2013 तक"। [स्क्रिन पर उद्धरण] मेरा सबसे पहले यह विचार था: क्या अगर कोई इस पर ध्यान नहीं देता ? क्योंकि मुझे नहीं पता था कि वह कितना प्रमुख था। मॆं ने कभी इस प्रकार का बहाव नहीं देखा था। भूझाल एक दम प्रकाशीत हो गया था। सब कोई अपने ही तरीखे में समझाने कि कोशीश कर रहे थे, लेकिन मॆं ने कभी लोगों को ट्विटर पर शोक व्यक्त करते हुए नहीं देखा था। लोग बहुत ही स्पष्ट रूप से भूझाल पर शोक मना रहे थे। वह भूझाल का अपना लडका था, और पूरानी दूनीया ने उसको मार डाला। हम अभी ऎसे समय मॆं जब बहुत ही गंभीर बेइन्साफी के बारे में कुछ नहीं किया जाता। आर्थिक मंदि के निर्माता हमारे राष्ट्रपति के साथ दावत करते रहते हॆ, अकसर। और इन सब के बिच में, ये विचार कि सरकार को इस पर मुकदमा करना था... यह बहुत ही ऊटपटांग लगता हॆ, अगर शोकजनक ना लगा थो भी। सवाल यह हॆ कि: जो हुआ हॆ, उसके लेकर क्या हम कुछ कर सकते हॆं, जीससे यह दूनिया को बेहतर जगह बनाया जा सकता हॆ, और हम कॆसे उसके विरासत को आगे भडा सकते हॆं? यही एक सवाल कोई अपने से पूछ सकता हॆ। दूनिया में सभी जगह पर हॆकथोन्स हो रहें हॆं, सभा हो रहीं हॆं। एरोन स्वार्ट्झ ने, कुछ प्रकार से, हम में अपना सर्वोत्तम लाया हॆ, और यह कहने कि कोशीश किया कि: हम इसको कॆसे ठिक कर सकते हॆं? वह, मेरे विनम्र राय में, एक बहुत ही असाधारण क्रांतिकारी था जो इस देश ने जन्म दिया हॆ। मुझे नहीं पता कि एरोन हारा या जीता, लेकिन हम जरूर उस शक्ति से प्रभावित हॆं जीससे वह लड रहा था। जब हम शस्त्र लॆस कानून के रखवालों को अपने उन नागरिकों पर ही हमला करवाते हॆं जो ज्ञान का अभिगमन को भडाना चाहते हॆं, हम ने कानून के शासन को तोड दिया -- हम ने न्याय के मंदिर को भ्रष्ट कर दिया। एरोन श्वार्टज़ अपराधी नहीं था [ तालिया ] बदलाव अनिवार्यता के पहियों में घुमते हुए नहीं आता, निरंतर संघर्ष से आती है एरोन वास्तव में जादू कर सकता था और उसके मरने के बाद उसका चमकतार् जारी रखने में मैं लगी हूँ वो मानता था की वो दुनिया बदल सकता था और वो सही था पिछले हफ़्ते से और आज भी अमरपक्षीयां उभर रहे हॆं। [ तालिया ] स्वार्ट्झ के मॊत के बाद, प्रतिनिधि जोय लोफ़ग्रेन और सभासद रोन वॆडन ने क़ानून प्रस्तुत किया जो "कंप्युटर धोकेबाज़ि और दुरूपयोग अधिनियम" का शोध करता हॆ -- वही पुराना कानून जीसका उपयोग कर स्वार्ट्झ के खिलाफ़ अधिकांश मुकदमा दर्झ था। उस कानून का नाम है "एरोन का कानून " आरोन मानता था की हम लोग हमेशा खुद से यही सवाल करना चाहिए की दुनिया का सबसे महत्त्वपूर्ण काम क्या है जो मुझे अभी करना चाहिए और वो काम तुम अभी नहीं कर रहे हो तो क्यों नहीं [विरोधी]प्रजातंत्र इसी तरह दिखता है [भीड ने चील्लाया]हम भी लोग है! भूजाल स्वतंत्रता मुसीबत में है, क्या करना है हम लोग को ? खड़े हो जाओ, लडो! भूजाल स्वतंत्रता मुसीबत में है, क्या करना है हम लोग को ? हे हे हो हो ! कारमेन ओर्टिझ को निकालो! - काश कम लोग बिते हुए को बढल सकते थे , पर हम नहीं कर सकते हैं। लेकिन हम भविष्य को बदल सकते हैं , और हमें जरूर बदलना चाहिए। हमें ऎसा एरोन के लिए करना चाहिए और हमें ऎसा अपने लिए करना चाहिए। हमें ऎसा हमारे दुनिया को बेहतर और ज्यादा दयालु बनाने के लिए जहा न्याय के लिए स्थान है और ज्ञान का अभिगमन मौलिक अधिकार है।[तालिया] बाल्टीमोर का एक लड़का था , चौदह साल का जीसको जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) का अभिगमन था और वह जे.एस.टि.ओ.अर(JSTOR) में कुछ पडने के बाद शॊक के रूप में कुछ कर रहा था, और उसने अग्न्याशयी नासूर के प्रारम्भिक परीक्षण करने का एक तरीखा ढूँढ़ निकाला, और अग्न्याशयी नासूर आदमी को बहुत ही बूरी तरह से मार डालता हॆ क्योंकि हम उसको बहुत ही अंत में ही पता लगा पाते हॆं और तब तक बहुत देर हो गयी होती हॆ उसका कुछ करने के लिए, और उसने जोन होप्किन्स के पुरे कर्करोग विज्ञान के विभाग को इमेल भेझा, धेड सारे और सबको - - - [साक्षात्कारकर्ता] आपने कहा चॊदह साल के लडके ने? - हां, चॊदह साल के लडके ने, और ज्यादातर लोगों ने उसको उपेक्षित किया लेकिन एक ने उसको वापस इमेल भेझा, और कहा, "यह पुरी तरह से फालतू विचार नहीं हॆ। क्या तुम मुझ से आकर मिल सकते हो?" इस लडके ने शाम को और सप्ताह का अंत के दिनों शोधक के सात काम किया और फरवरी में मॆं ने उसको समाचार में सुना बस एरोन के मरने के कुछ हफ़्तों बाद, जब एरोन भी बहुत समाचार में था .. माफ़ किजीयेगा... और उसने कहा कि वह समाचार में था क्योंकि उन्होंने कर दिया था। वे लोग अग्न्याशयी नासूर के प्रारम्भिक परीक्षण करने के तरीखे को भेझ रहे थे जीससे बहुत सारे प्राण बच सकते थे, और उसने कहा, "इस कारण से ही जो एरोन ने किया इतना जरूरी था।" क्योंकि आप को पता नहीं हॆ? ब्रह्माण्ड का यह सत्य बस कुछ कानून बनाने वाले ही निश्चित नहीं कर सकते जॆसे कि भूझाल का अभिगमन कि रफ्तार क्या होनी चाहिए। बात यह हॆ कि वह चीज जो आपके बच्चे को अग्न्याशयी नासूर से मरने से रोख सकता हॆ कहां से आएगा, और बिना अभिगमन के, वह इन्सान जो उस चिज का अविश्कर करने वाला था जीस पर आपकी संख्या हॆ, हो सकता हॆ कभी उसका हल ना खोज पाए। उसको इतनी अच्छी नींद आयी, वह गिरा नहीं[बच्छों कि भाषा में], तब भी नहीं जब उसको अंतरिक्षयान के बारे में सपना आया। [एरोन के पापा] बहुत अच्छे एरोन. बहुत ही अच्छे एरोन। ठिक हॆ, अब समय हॆ गाने का। ♪ ♪ ♪ [श्रेय] [अंत]