WEBVTT 00:00:14.982 --> 00:00:18.533 समाज में, हमे व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानून का पालन करना पड़ता है। 00:00:18.533 --> 00:00:22.251 क्या आप जानते हैं सभी रासायनिक पदार्थ भी कुछ कानूनों का पालन करते हैं ? 00:00:22.251 --> 00:00:26.250 वास्तव में, हम रिश्तों को देखकर उन कानूनों का वर्णन कर सकते हैं। 00:00:26.250 --> 00:00:31.282 शुरुआत के तौर पे कुछ आसान कानून (सिद्धांत) गैसों को नियंत्रित कर रहे हैं। 00:00:31.282 --> 00:00:36.182 १६६२ में, रॉबर्ट बॉयल को गैसों में एक दिलचस्प प्रतिक्रिया का एहसास हुआ 00:00:36.182 --> 00:00:39.350 जब पात्र में उन्हें डाला और उनकी आयतन को बदल दिया। 00:00:39.350 --> 00:00:42.751 एक खाली बोतल लें और उस पर ढक्कन डाल दें, पात्र बंद करने के लिए। 00:00:42.751 --> 00:00:45.549 अब अपनी बोतल निचोड़ें, और क्या होता है? 00:00:45.549 --> 00:00:50.751 जब पात्र का आकार कम हो जाता है, तब बोतल के अंदर का दबाव बढ़ जाता है । 00:00:50.751 --> 00:00:55.283 आप केवल इतना ही पात्र क्रश कर सकते हैं जब तक अंदर की गैसें आपके हाथ पर वापस धक्का ना मारें। 00:00:55.283 --> 00:01:00.549 यह एक प्रतिलोम अनुपात कहा जाता है, और यह हर गैस के लिए एक ही दर पर बदलता है। 00:01:00.549 --> 00:01:05.917 बॉयल का सिद्धांत रसायनज्ञयों को किसी भी दबाव में किसी भी गैस की आयतन की भविष्यवाणी करने की अनुमति देता है 00:01:05.917 --> 00:01:09.167 रिश्ता हमेशा वही होता है। 00:01:09.167 --> 00:01:14.982 १७८० में, जैक्स चार्ल्स ने गैसों और उनके तापमान के बीच एक अलग रिश्ता देखा। 00:01:14.982 --> 00:01:18.086 अगर आपने कभी एक गर्म हवा के गुब्बारे को देखा है, तो आपने प्रक्रिया में इस सिद्धांत को देखा है। 00:01:18.086 --> 00:01:20.583 जब गुब्बारे बिछाए जाते हैं प हैं, वे पूरी तरह से सपाट होते हैं। 00:01:20.583 --> 00:01:26.815 गुब्बारे को पार्टी के गुब्बारे की तरह उड़ाने की बजाय, वे उस लिफाफे के अंदर हवा गर्म करने के लिए एक विशाल लौ का उपयोग करते हैं। 00:01:26.815 --> 00:01:31.433 जैसे जैसे हवा गर्म होने लगती है के रूप में, गुब्बारे में गैस की आयतन बढ़ जाती है और गुब्बारा फूलने लग जाता है। 00:01:31.433 --> 00:01:35.283 गैस जितनी ज्यदा गर्म होती है,आयतन उतनी ही बड़ी, और यही चार्ल्स का सिद्धांत है। 00:01:35.283 --> 00:01:38.181 पर ध्यान दें कि यह सिद्धांत बॉयल के सिद्धांत से अलग है । 00:01:38.181 --> 00:01:40.299 चार्ल्स का सिद्धांत एक सीधा संबंध है। 00:01:40.299 --> 00:01:44.216 जैसे तापमान बढ़ता है, आयतन भी बढ़ जाती है। 00:01:44.216 --> 00:01:46.699 तीसरे सिद्धांत का भी आसानी से प्रदर्शन किया है। 00:01:46.699 --> 00:01:49.849 आप जब पार्टी के गुब्बारे फुलाते हैं, आयतन बढ़ जाता है। 00:01:49.849 --> 00:01:55.000 आप जब फुला रहे होते हैं, तो आप अपने फेफड़ों से गुब्बारे में अधिक से अधिक गैस के कणों को जाने के लिए मजबूर कर रहे होते हैं। 00:01:55.000 --> 00:02:00.754 यह गुब्बारे की आयतन में वृद्धि का कारण बनता है। यह अवोगाद्रो का सिद्धांत है। 00:02:00.754 --> 00:02:04.054 जैसे एक पात्र में मिलाए गये गैस के कणों की संख्या बढ़ती है, 00:02:04.054 --> 00:02:05.989 आयतन में भी वृद्धि होगी। 00:02:05.989 --> 00:02:10.022 यदि आप अत्यधिक कणों को मिलाते हैं, तो, आगे क्या होता है आपको पता है। 00:02:10.022 --> 00:02:14.489 कानून हर जगह हैं, गैस के सबसे नन्हे कणों में भी। 00:02:14.489 --> 00:02:18.388 यदि आप उन्हें निचोड़ेंगे तो दबाव में वृद्धि होगी जैसे कणों को एक साथ धकेला जा रहा है। 00:02:18.388 --> 00:02:22.371 कम आयतन का मतलब है उच्च दबाव क्योंकि वे कण वापस धक्का मारते हैं। 00:02:22.371 --> 00:02:28.287 जैसे तापमान बढ़ता है, गैसें एक दूसरे से दूर होने लगती हैं, और आयतन भी बढ़ जाता है। 00:02:28.287 --> 00:02:33.323 अंत में, अगर, आप एक बंद पात्र में गैस मिलाते हैं तो उस पात्र का आयतन का विस्तार होगा। 00:02:33.323 --> 00:02:38.355 अत्यधिक मिलाने से सावधान रहें, क्योंकि अन्यथा आप एक फटे गुब्बारे को अंजाम दे सकते हैं।