0:00:00.900,0:00:03.555 जब मैं १९ वर्ष की हुई, तब मैंने अपनी जीविका आरम्भ करी 0:00:03.555,0:00:05.985 पहली महिला छाया पत्रकार की तरह 0:00:05.985,0:00:09.180 फिलिस्तीन की गाज़ा पट्टी में 0:00:09.180,0:00:11.294 एक महिला छायाकार के रूप में मेरा काम 0:00:11.294,0:00:13.398 एक गंभीर अपमान माना गया 0:00:13.398,0:00:15.153 स्थानीय परंपराओं के लिए 0:00:15.153,0:00:17.201 यह स्थायी कलंक बन गया 0:00:17.201,0:00:20.010 मेरे और मेरे परिवार के लिए 0:00:20.010,0:00:23.022 पुरुष प्रधान क्षेत्र ने हर संभव तरीके से मेरी उपस्थिति को 0:00:23.022,0:00:26.092 अनिष्ट कर दिया 0:00:26.092,0:00:27.810 उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि एक महिला को 0:00:27.810,0:00:30.407 पुरुषों का काम नहीं करना चाहिए 0:00:30.407,0:00:32.747 गाज़ा में छाया संस्थानों ने मुझे प्रशिक्षित करने से मना कर दिया 0:00:32.747,0:00:35.210 मेरे लिंग की वजह से 0:00:35.210,0:00:37.933 "नहीं" काफी स्पष्ट था 0:00:37.933,0:00:39.304 मेरे तीन सहकर्मी मुझे 0:00:39.304,0:00:44.180 जंग के खुले मैदान में जितनी दूर हों सके लेकर गए 0:00:44.180,0:00:46.156 जहाँ मैं सिर्फ विस्फोट की ध्वनियाँ ही 0:00:46.156,0:00:48.451 सुन पा रही थी 0:00:48.451,0:00:50.566 हवा में धूल उड़ रही थी 0:00:50.566,0:00:54.525 और मेरे नीचे की ज़मीन झूले की तरह हिल रही थी 0:00:54.525,0:00:57.878 मुझे बाद में एहसास हुआ कि हम वहाँ घटना को दस्तावेज़ करने नहीं गए थे 0:00:57.878,0:01:00.848 जब वो तीनों बख़्तरबंद जीप में बैठ के 0:01:00.848,0:01:03.502 मेरी ओर हाथ हिलाकर, मुस्कुराते हुए वापिस चले गये 0:01:03.502,0:01:08.351 मुझे जंग के खुले मैदान में अकेला छोड़कर 0:01:08.351,0:01:11.388 एक क्षण के लिए, मुझे भयभीत 0:01:11.388,0:01:15.623 अपमानित महसूस हुआ, खुद के लिए काफी खेद हुआ 0:01:15.623,0:01:17.687 मेरे सहकर्मियों के द्वारा दी गयी 0:01:17.687,0:01:20.354 मौत की धमकी पहली नहीं थी 0:01:20.354,0:01:24.392 परन्तु सबसे खतरनाक थी. 0:01:24.392,0:01:27.407 गाज़ा में महिलाओं के जीवन की धारणा 0:01:27.407,0:01:29.387 निष्क्रीय है 0:01:29.387,0:01:32.747 हाल ही तक, काफी महिलाओं को 0:01:32.747,0:01:35.717 काम या शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति नहीं थी 0:01:35.717,0:01:38.788 ऐसे दुगने युद्ध के समय जिसमें 0:01:38.788,0:01:40.970 महिलाओं पर सामाजिक प्रतिबंध था 0:01:40.970,0:01:43.954 और इजरायल - फिलीस्तीनियों में संघर्ष, 0:01:43.954,0:01:47.972 महिलाओं की काली एवम चमकदार कहानियाँ लुप्त होती जा रहीं थी 0:01:47.972,0:01:50.300 पुरुषों के लिए, महिलाओं की कहानियाँ 0:01:50.300,0:01:52.257 महत्वहीन थी. 0:01:52.257,0:01:55.329 मैने गाज़ा में महिलाओं के जीवन पर 0:01:55.329,0:01:57.366 करीब से ध्यान देना शुरू कर दिया 0:01:57.366,0:02:00.065 मेरे लिंग की वजह से मुझे वहाँ जाने की अनुमति थी 0:02:00.065,0:02:04.643 जहाँ मेरे सहकर्मियों का जाना वर्जित था 0:02:04.643,0:02:07.077 सपष्ट दर्द और संघर्ष के परे, 0:02:07.077,0:02:08.862 एक स्वस्थ खुराक थी 0:02:08.862,0:02:11.682 हँसी और उपलब्धियों की 0:02:11.682,0:02:15.201 गाज़ा शहर में पुलिस परिसर के सामने 0:02:15.201,0:02:18.240 गाजा में पहले युद्ध के दौरान 0:02:18.240,0:02:21.593 एक इजरायली हवाई हमला, परिसर को नष्ट करने में 0:02:21.593,0:02:23.740 और मेरी नाक तोड़ने में कामयाब रहा. 0:02:23.740,0:02:28.351 एक क्षण के लिए तो मुझे सब कुछ सफ़ेद, चमकदार सफ़ेद दिखाई दिया, 0:02:28.351,0:02:30.848 इन रोशनियों की तरह 0:02:30.848,0:02:34.211 मुझे लगा या तो में अंधी हो गयी हुँ 0:02:34.211,0:02:37.100 या स्वर्ग में आ गयी हुँ 0:02:37.100,0:02:40.320 जब तक मैने अपनी आँखें खोली 0:02:40.320,0:02:44.531 तब तक मैने उस क्षण को दर्ज कर लिए था 0:02:44.531,0:02:46.874 मुहम्मद खादर, एक फिलिस्तीनी कार्यकर्ता 0:02:46.874,0:02:50.043 जिन्होने दो दशक इसराइल में गुज़ारे, 0:02:50.043,0:02:51.936 अपनी सेवानिवृत्ति योजना के रूप में, 0:02:51.936,0:02:55.266 उन्होने एक चार मंजिल घर बनाने का फैसला किया, 0:02:55.266,0:02:59.563 उनके पड़ोस में पहले मैदानी ऑपरेशन के दौरान उनका 0:02:59.563,0:03:02.995 घर भूमि पर चपटा हो गया 0:03:02.995,0:03:06.544 कबूतरों को छोड़कर कुछ भी नहीं बचा 0:03:06.544,0:03:09.709 और एक स्पा, एक बाथटब 0:03:09.709,0:03:11.953 वह तेल अवीव से लाये थे 0:03:11.953,0:03:13.750 मुहम्मद बाथटब को उठा कर 0:03:13.750,0:03:15.516 मलबे के शीर्ष पर ले आये 0:03:15.516,0:03:18.140 और अपने बच्चों को 0:03:18.140,0:03:22.198 हर प्रातः उसमें बुलबुला स्नान देना शुरू कर दिया 0:03:22.198,0:03:25.460 मेरा काम युद्ध के निशान छिपाना नहीं, 0:03:25.460,0:03:27.541 बल्कि गाज़न्स की 0:03:27.541,0:03:30.748 अनदेखी कहानियों को पूर्ण रूप से दिखाना है 0:03:30.748,0:03:34.122 एक फिलिस्तीनी महिला फोटोग्राफर के रूप में, 0:03:34.122,0:03:38.830 संघर्ष , उत्तरजीविता और रोजमर्रा की जिंदगी ने 0:03:38.830,0:03:42.151 मुझे समुदाय वर्जना से उभरने के लिए प्रेरित किया है 0:03:42.151,0:03:47.318 और युद्ध और उसके परिणाम के अलग पक्ष को देखने के लिए प्रेरित किया है 0:03:47.318,0:03:51.390 मैं एक विकल्प के साथ एक गवाह बन गई: 0:03:51.390,0:03:55.170 या तो भाग जाऊं या निस्तभता से खड़ी रहूँ 0:03:55.170,0:03:57.408 धन्यवाद! 0:03:57.408,0:03:58.979 (तालियाँ)